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Saturday, May 22, 2021

जींद में ओवरचार्जिंग की शिकायत पर बालाजी अस्पताल पर छापा

जींद में ओवरचार्जिंग की शिकायत पर बालाजी अस्पताल पर छापा

जींद : रोहतक रोड स्थित बाला जी अस्पताल में उपचाराधीन मरीज से ओवरचार्जिंग की शिकायत पर काला बाजारी रोकने के नोडल अधिकारी एवं रोडवेज महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में टीम ने शुक्रवार सायं छापेमारी की। टीम ने यहां उपचार करवा रहे कोविड मरीजों का डाटा एकत्रित किया और रिकार्ड को कब्जे में ले लिया। इसके साथ ही यहां मरीजों को दी जा रही दवाओं की भी सूची भी तैयार की गई। टीम द्वारा जांच के बाद ही रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की बात कही है। बाला जी अस्पताल में कोविड मरीजों का उपचार किया जाता है। निजी अस्पताल कोविड-19 उपचार की एवज में ज्यादा रुपये न वसूलें, इसके लिए दाम निर्धारित किए गए हैं लेकिन निजी चिकित्सालयों की मनमानी मरीजों तथा परिजनों पर अक्सर भारी पड़ जाती है। इसी के चलते अस्पताल में उपचाराधीन मरीज के परिजन ने डीसी को शिकायत दी थी कि बाला जी अस्पताल में कोविड उपचार के नाम पर ओवरचार्जिंग की जा रही है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए रोडवेज जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा, नागरिक अस्पताल के डिप्टी सीएमओ डा. रघुवीर पूनिया, जिला औषधि नियंत्रक डा. मनदीप मान तथा आईएमए महासचिव डा. सुशील मंगला की टीम मौके पर पहुंची और अस्पताल रिकार्ड, इंडोर फाइल, इंडो रजिस्टर, ओपीडी रजिस्टर, लैब रजिस्टर, डेली डायरी आदि रिकार्ड को कब्जे में ले लिया। टीम द्वारा यहां पाया गया कि कोविड के कुल 36 मरीज भर्ती हैं। टीम ने मरीजों की दी जाने वाली दवा संबंधित रिकार्ड भी टीम ने कब्जे में लिया। इसके साथ ही यहां न तो स्वास्थ्यकर्मी पीपी किट पहने मिले और न ही उपचार संबंधित अन्य सुविधाएं पाई गई।
अप्रैल से अबतक भर्ती सभी मरीजों से की जाएगी पूछताछ ओवरचार्जिंग को लेकर टीम ने सख्ती भरा रूख अपनाया है। टीम द्वारा अप्रैल माह से अबतक जितने भी कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है सभी से पूछताछ की जाएगी। इस दौरान यह जांचा जाएगा कि निजी अस्पताल द्वारा इन मरीजों से कोविड उपचार के नाम पर कहीं ओवरचार्जिंग तो नहीं की गई है। यदि ऐसा पाया जाता है तो अस्पताल संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आईएमए ने किए हैं रेट निर्धारित आईएमए महासचिव डा. सुशील मंगला ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए आईएमए ने जिले में जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए रेटों में 20 प्रतिशत की कटौती की हुई है। साथ ही सिटी स्कैन की कीमत में भी काफी कमी की गई है। सिटी स्कैन जहां चार हजार रुपये में किया जा रहा था जिसकी फीस अब घटा कर 2800 रुपये कर दी गई है। इसके अलावा उपचार खर्च में भी कटौती की गई है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि यह सेवा का समय है। अस्पताल रिकार्ड को कब्जे में ले जांच शुरू : जीएम जींद डिपो के महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा ने बताया कि शिकायत मिली थी कि कोविड उपचार के नाम पर बालाजी अस्पताल में ओवरचार्जिंग की जा रही है। शिकायत के आधार पर अस्पताल में छापेमारी कर रिकार्ड को कब्जे में लिया है। इसके अलावा मरीजों को दी जा रही दवाओं की भी डिटेल तैयार करवाई गई है। उपचाराधीन मरीजों व ठीक होकर जा रहे मरीजों से ओवरचार्जिंग को लेकर पूछताछ की जा रही है। यदि कहीं भी लापरवाही पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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