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Monday, May 3, 2021

महिला को 4 घंटे तक नहीं मिला सिविल अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन, जींद से भिवानी किया रेफर

महिला को 4 घंटे तक नहीं मिला सिविल अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन, जींद से भिवानी किया रेफर

जींद : सरकारी अस्पताल में एक महिला मरीज 4 घंटे तक इमरजेंसी के बाहर तड़पती रही, लेकिन उसे बेड नसीब नहीं हो सका। हालांकि वह ऑक्सीजन सपोर्ट के लिए सिलेंडर लेकर आई थी, लेकिन उसमें ऑक्सीजन काफी कम थी। अस्पताल में सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो सका। परिजनों ने खुद निजी अस्पताल से एक सिलेंडर की व्यवस्था की।
इसके बाद उसे एंबुलेंस के जरिये भिवानी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला कोरोना पॉजिटिव थी। उसको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके परिजन सुबह 11 बजे सरकारी अस्पताल में पहुंच गए। परिजनों ने डॉक्टरों से महिला को दाखिल करने की गुजारिश की, लेकिन डॉक्टरों ने बेड न होने से हाथ खड़े कर दिया।
परिजन लगभग 2 बजे तक इमरजेंसी के बाहर स्ट्रैचर पर ही महिला को लेकर खड़े रहे। साथ आए परिजनाें में से एक युवक सिटी स्कैन रिपोर्ट के कागजों से महिला को हवा कर रहा था तो दूसरा छाती दबा रहा था। परिजन महिला को भिवानी ले जाना चाहते थे, लेकिन एंबुलेंस चालक या उनके पास इतनी आक्सीजन नहीं कि पूरे सफर तक चलती रहे।
परिजनों ने काफी मशक्कत के बाद निजी अस्पताल से एक सिलेंडर की व्यवस्था की। सिविल अस्पताल के एमएस डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि अस्पताल में इस समय 135 मरीज दाखिल हैं। बेड खाली नहीं है। कई मरीजों को तो स्टूल तक पर आक्सीजन दी जा रही है, ऐसे में कुछ नहीं किया जा सकता।
*पटौदी में कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला को नहीं मिली ऑक्सीजन, एम्बुलेंस में ही तोड़ दिया दम*
पटौदी, पटौदी विधायक के निवास स्थान से कुछ दूरी पर 8 माह की एक गर्भवती महिला ने आक्सीजन की कमी से दम तोड़ गई। मूल रूप से बक्सर बिहार निवासी 27 वर्षीय रेनू देवी अपने पति निसोत के साथ मानेसर के सेक्टर-1 में रहती थी। बीते कुछ दिनों से उसे बुखार था। गुरुवार को ऑक्सीजन लेवल मात्र 43 रह गया था। यहां से डाक्टरों ने बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा तो निसोत अपनी बीबी को लेकर एक नामी अस्पताल पहुंचा, लेकिन वहां उसे ऑक्सीजन न होने के बात कह वापस भेज दिया।

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