ऐसे तो हम नहीं रोक पाएंगे कोरोना संक्रमण को फैलने से
जींद : ( आरती शर्मा ) मई माह में 20 दिन के लॉकडाउन के बाद बाजार को खुलवाने के लिए जिन व्यापारी संगठनों ने जोर लगाया आज वहीं व्यापारी संगठन अपनी राजनीति में इतना उलझ गए हैं कि उन्हें कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा नजर नहीं आ रहा है। केवल पांच दिन में ही न तो बाजार व दुकानों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का कोई नियम रह गया और न ही कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोई उपाय नजर आ रहे हैं। कोरोना की भयंकरता को न तो लोग समझ रहे हैं और न ही दुकानदार। हालांकि प्रशासन ने दुकानदारों को फिजिकल डिस्टेंस के साथ मास्क, दस्तानें, सेनेटाइजर की हिदायतें दी गई हैं। दुकानें भी लेफ्ट राइट से खोलने के दिशा निर्देश दिए हुए हैं लेकिन इन्हीं दिशा निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बाजार में दुकानों के अंदर ग्राहकों की भीड़ जमा हो रही है।
दुकानदार हुए बेपरवाह, व्यापारी संगठन राजनीति में उलझे दुकानें खोलने को लेकर लेफ्ट-राइट का नियम बनाया गया है ताकि बाजार में भीड़ न हो। इसके साथ ही पुलिस पार्टियां भी समय-समय पर गश्त करती हैं। जिन्हें देख कर उस समय तो दुकानदार फिजिकल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने लगते हैं लेकिन उनके जाते ही फिर से बेपरवाह हो जाते हैं। दुकानदारों को पता भी है कि कोरोना संक्रमण नजदीकी से फैलता है, फिजिकल डिस्टेंस की सलाह लोगों को बार-बार दी जा रही है। हर समय चेहरे पर मास्क लगाने, हाथों में दस्ताने पहने तथा बार-बार हाथों को सेनेटाइजर करने के लिए कहा जा रहा है। बावजूद इसके दुकानदार दिशा-निर्देशों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
दुकानों के आगे लग रही भीड़, प्रशासन भी नहीं सख्त कोरोना संक्रमण में दुकानदार बाजार में अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सबसे 'यादा नियमों की धज्जियां कपड़े की दुकानों पर उड़ रही हैं। यहां ग्राहक सट कर खरीददारी कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से भी नियमों की पालना को लेकर कोई सख्ती नजर नहीं आ रही है। बाजार खुलने के समय यहां जाम के हालात रहते हैं। लोग बाजारों में व्हीकल लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं व्यापारी संगठन केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए बाजार की टाइमिंग बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि गांवों के ग्राहक बाजारों में 'यादा हैं। सुबह इतनी जल्दी ग्राहक बाजारों में नहीं पहुंच पाते। प्रशासन से बार-बार मांग की जा रही है कि समय सुबह 9 से 2 बजे का किया जाए या 10 से 3 बजे का किया जाए।
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