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Friday, June 11, 2021

टिकरी बॉर्डर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दोनों महिलाओं को क्लीन चिट देने की तैयारी

टिकरी बॉर्डर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दोनों महिलाओं को क्लीन चिट देने की तैयारी
बहादरगढ़: टिकरी बाॅर्डर पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं को बेकसूर मानते हुए क्लीन चिट देने की तैयारी शुरू कर दी है पर फिलहाल इस बारे में अंतिम जांच की जा रही है। इसका खुलासा खुद डीएसपी पवन कुमार ने गुरुवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में किया कि दोनों आरोपी महिलाओं का इस गैंग रेप अपराध में कोई हाथ नहीं है।  
  इस कारण अब तक की जांच में उनका कोई रोल नहीं होने के कारण कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है पर अभी जांच भी जारी है। अन्य चारों आरोपी पुरुषों पर गैंगरेप, छेड़छाड़ व मामले को दबाने का प्रयास करने जैसे संगीन मामले हैं। चारों मेंं से एक आरोपी अनिल मलिक को काबू कर लिया गया है व अन्य तीनों की तलाश की जा रही है।

डीएसपी का दावा है कि तीनों को भी जल्द ही काबू कर लिया जाएगा। वहीं टिकरी बाॅर्डर पर पश्चिम बंगाल की युवती से दुष्कर्म के मामले में भिवानी से पकड़े गए आरोपी अनिल मलिक को गिरफ्तार करके तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अनिल मलिक ने पूछताछ में बताया कि दुष्कर्म ही नहीं किया उसका वीडियो भी बनाकर पीड़िता को ब्लैकमेल किया।

इसका खुलासा होने के साथ ही एसआईटी ने मामले की जांच को लेकर व मोबाइल को बरामद करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। पुलिस ने बताया कि अनिल मलिक ने अपने फोन से बनाई थी दुष्कर्म की वीडियो। इस कारण उसे लेकर हरिद्वार से मोबाइल बरामद किया जाना है जहां मोबाइल को छुपा कर रखने की बात सामने आई है।
*एसआईटी ने 25 लोगों के बयान दर्ज करने के बाद की थी पहले आरोपी की गिरफ्तारी*
*तीनाें आरोपियों की गिरफ्तारी काे लेकर नई टीम तैयार कर की जा रही छापेमारी*
डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि पहले अनिल मलिक ने रेलगाड़ी में फिर किसान आंदोलन की झोपड़ी में किया था दुष्कर्म। पूछताछ में भी गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस के सामने माना कि उसने दुष्कर्म किया था वहीं उसके साथी अनूप चनौत ने भी दुष्कर्म किया था। यही नहीं तीसरे आरोपी अंकुर सांगवान ने भी मामले की जानकारी होने पर पीड़िता से छेड़खानी की थी।

वहीं जगदीश बराड़ ने मामले को दबाने के लिए हर संभव दबाव बनाया था। अब दो लोगों द्वारा दुष्कर्म व एक द्वारा छेड़छाड़ व चौथे द्वारा मामले को दबाने के लिए प्रयास को लेकर तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर नई टीम तैयार करके उनकी तलाश तेज कर दी है। यह लोग 12 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से पीड़िता को लेकर टिकरी बॉर्डर पहुंचे थे।

30 अप्रैल को पीड़िता की कोरोना के चलते मौत हो गई थी। नौ मई को पीड़िता के पिता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी। कुल छह आरोपियों पर हुई थी एफआईआर पर डीएसपी पवन कुमार ने खुलासा किया कि अभी तक की जांच में दोनों आरोपी महिलाओं का इस अपराध की घटना में कोई संबंध नहीं मिला है पर फिर भी जांच जारी है।

गौरतलब है कि पीड़िता के पिता ने भी पुलिस को इस मामले में दर्ज की गई एफआईआर में दोनों महिलाओं को उनकी बेटी की सहयोगी ही बताया था व उनका नाम एफआईआर से हटाने की प्रार्थना की थी।

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