आठवें रक्तदान शिविर में 51 यूनिट रक्त एकत्रित
-सति भाई सांई दास सेवा दल ने आयोजित किया शिविर
जींद : ( संजय कुमार ) सति भाई सांई दास सेवा दल द्वारा रविवार को पुराना बस अड्डा के निकट स्थित पंजाबी धर्मशाला में आठवां रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। रक्तदान शिविर में मुख्यातिथि के तौर पर विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा व सम्मानित अतिथि के तौर पर नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने शिरकत की। वहीं नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला भी विशेष तौर पर मौजूद रहे। रक्तदान शिविर का शुभारंभ मुख्यातिथि द्वारा रक्तदाताओं को बैज लगाकर किया गया। शिविन में 51 यूनिट एकत्रित हुई।
मुख्यातिथि डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने रक्तदाताओं का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को समय-समय पर रक्तदान जरुर करना चाहिए। हमारे द्वारा दान किया गया रक्त किसी जरुरतमंद को नई जिंदगी देता है। किसी को जीवनदान देना बड़े पुण्य का कार्य है। डॉ. मिढ़ा ने कहा कि अब रक्तदान के प्रति लोगों की सोच बदल रही है। युवा वर्ग रक्तदान के लिए आगे आ रहा है। इसके चलते अब जींद जिले में रक्त की कमी नहीं है।
सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति तीन माह बाद रक्तदान कर सकता है। रक्तदान करने से शरीर में किसी तरह की कमजोरी नहीं आती बल्कि रक्तदान करने से शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए। डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने कहा कि रक्तदान एक पुण्य का कार्य है और सभी सामाजिक संस्थाओं को चाहिए कि वह समय-समय पर इस तरह के आयोजन करें ताकि रक्त के अभाव में किसी व्यक्ति की जान न जाए। डॉ. भोला ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर पर किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। बल्कि हमारे द्वारा रक्तदान करने से हमारे शरीर में नए रक्त का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है। रक्तदान ही रक्त का विकल्प है इसलिए हमें समय-समय पर रक्तदान जरुर करना चाहिए। सेवा दल के प्रधान भारत भूषण व सदस्य कमल चुघ ने बताया कि सति भाई सांई सेवा दल द्वारा महंत रामसुख दास महाराज के सानिध्य में आयोजित किए जाने वाले इस रक्तदान शिविर में 51 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। रक्तदान को लेकर युवाओं में खासा उत्साह था। सेवा दल समय-समय पर इस तरह के आयोजन करना रहता है।
No comments:
Post a Comment