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Monday, July 19, 2021

कांग्रेस ने पूछा- 18 घंटे काम करने वाले ‘साहेब’ दूसरों के फोन की जासूसी में कितना समय बिताते हैं?

कांग्रेस ने पूछा- 18 घंटे काम करने वाले ‘साहेब’ दूसरों के फोन की जासूसी में कितना समय बिताते हैं?

नई दिल्ली : भारत के 40 से ज्यादा पत्रकारों और विपक्ष नेताओं के फोन टैपिंग का मामला सामने आने से मोदी सरकार एक बार फिर विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
इंटरनेशनल मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, फोन टैपिंग मामले में इजरायल द्वारा निर्मित पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है।
दरअसल कुछ वक्त पहले भी भारत के कुछ पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन टेप किए जाने का मामला सामने आया था।
जिसके बाद पेगासस ने यह कहा था कि उनका सॉफ्टवेयर सिर्फ सरकारी कंपनियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के इस जासूसी सॉफ्टवेयर के जरिए पत्रकारों, मंत्रियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के मोबाइल भी हैक किए जाने की आशंका है। इसमें भाजपा के दिग्गज नेताओं के नाम भी शामिल हैं।
इस मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि
“टैपिंगजीवी जी, राजनीतिक विरोधियों के साथ-साथ अब पत्रकार, जज, उद्योगपति, खुद के वरिष्ठतम मंत्री और यहाँ तक की आरएसएस की लीडरशिप को भी नहीं बख्शा, आपने तो। ठीक ही कहा- अबकी बार, जासूस सरकार !
दूसरे ट्वीट में लिखा- “साहेब, देश पूछता है। रोज़ाना 18 घंटे काम करते समय दूसरों के फ़ोन की जासूसी में कितना समय बिताते हो? 

https://twitter.com/rssurjewala/status/1416978038688948237?s=20

भाजपा पर उठ रहे सवालों पर सफाई देते हुए मोदी सरकार ने कहा है कि इस रिपोर्ट का कोई ठोस आधार नहीं है। भारत एक मजबूत लोकतंत्र है जो अपने सभी नागरिकों के निजता के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संदर्भ में ट्वीट कर पहले ही जानकारी दे दी थी।
उन्होंने कहा था कि वाशिंगटन पोस्ट और लंदन गार्जियन भारत के मंत्रियों और पत्रकारों के फोन टैपिंग की जानकारी साझा करने वाली एक रिपोर्ट जल्द ही प्रकाशित करने वाले हैं। जिसमें बड़ा खुलासा हो सकता है

इससे पहले साल 2019 में भी भारत समेत दुनियाभर के 100 से ज्यादा पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के व्हाट्सएप अकाउंट की जासूसी की गई थी। जिसके बाद मोदी सरकार पर जासूसी करवाने के गंभीर आरोप लगे थे।

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