एमएलआर काटने के विवाद में नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों के बीच तनाव
-आपातकालीन कक्ष में तैनात 5 डॉक्टर बैठे धरने पर बैठे
-आला अधिकारियों के सुलह के प्रयास रहे विफल
जींद : ( संजय कुमार ) ÷ रविवार रात को झगड़े में घायल होकर आए लोगों ने सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में डयूटी दे रहे 2 चिकित्सकों पर सही ईलाज नहीं करने का आरोप लगाया। इस पर डिप्टी एमएस डॉ राजेश भोला ने चिकित्सकों को ईलाज नहीं करने पर लताड़ लगाई। जिसके विरोध में सोमवार सुबह 5 चिकित्सक सिविल अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए। 3 घण्टे बाद सिविल सर्जन डॉ मंजीत सिंह ने चिकित्सकों को समझाकर धरने से उठाया। उसके बाद सिविल सर्जन ने चिकित्सकों और डॉ भोला को बुलाया। इस मौके पर डॉ गोपाल गोयल भी मौजूद थे। इस पर माफी मांगने को कहा, लेकिन दोनों पक्षों ने माफी मांगने से मना कर दिया और मामला सुलझ नहीं पाया। चिकित्सकों का आरोप था कि डॉ भोला ने उनकी बेइज्जती की है। मामला ये था कि निर्जन गांव में हुए लड़ाई झगड़े में 2 व्यक्ति घायल हो गए थे। जिनको उपचार के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। घायलों के परिजनों का आरोप था कि पौने 3 घंटे तक चिकित्सकों ने इलाज नहीं किया। इलाज नहीं होता देखकर घायलों के परिजनों ने इमरजेंसी में हंगामा किया। इसका पता चलते ही डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला इमरजेंसी में पहुंचे और वहां पर तैनात चिकित्सक डा. स्नेहा और डा. रोहित मल्होत्रा से इलाज नहीं करने तथा एमएलआर काटने में देरी का कारण पूछा। इसी दौरान डा. रोहित ने कहा कि हमला गांव निर्जन में हुआ है, इसलिए उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कंडेला जाना पड़ेगा। इस पर डिप्टी एमएस डॉ भोला ने उनको फटकार लगा दी थी। बाद में विवाद बढ़ गया तो मौके पर पुलिस भी पहुंची।
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