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Tuesday, April 5, 2022

118 दिन से जारी आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल समाप्त

118 दिन से जारी आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल समाप्त

Anganwadi workers and helpers' strike ends for 118 days
118 दिन से जारी आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल समाप्त
चंडीगढ़ :  राज्य में 118 दिन से जारी आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल सरकार के साथ वार्ता के बाद मंगलवार को वापस हो गई है। वर्कर और हैल्पर बुधवार से अपनी ड्यूटी ज्वाइन करेंगी। आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की राज्य तालमेल कमेटी प्रतिनिधिमंडल के निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, हरियाणा हेमा शर्मा से 4 अप्रैल को पंचकूला में आंदोलन बारे में वार्ता हुई। सरकार के निर्देश पर विभाग ने तालमेल कमेटी को वार्ता के लिए बुलाया था। मीटिंग में विभाग की संयुक्त निदेशक राजबाला कटारिया उपस्थित थी। निदेशक ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया की विभाग द्वारा सभी बर्खास्त आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की सेवा बहाल की जाएगी और बदले की भावना से किसी किस्म की प्रताड़ना कार्यवाही नहीं की जाएगी। इस बैठक में निदेशक ने आश्वासन दिया कि 12 मार्च को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमा शंकर की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में मांगों पर बनी सहमति को लागू किया जाएगा। गौरतलब रहे 12 मार्च को हुई बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर के अलावा वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव महिला एवं बाल विकास जी अनुपमा, निदेशक हेमा शर्मा आदि मौजूद थे। बैठक में हड़ताल के दौरान का 100 रूपये प्रतिमाह कटौती के साथ मानदेय जारी करने और आंदोलन के दौरान तमाम पुलिस केस वापस लेने की बात स्वीकार कर ली गई थी। केस टू केस बर्खास्तगी के मामले में बात अटकी हुई थी। जिस बारे निदेशक ने वार्ता में बताया की सभी बर्खास्त वर्कर्स और हेल्पर्स की ड्यूटी पर लिया जाएगा और किसी के खिलाफ प्रताड़ना की कोई कार्यवाही नहीं होगी। इसी वार्ता के आधार पर संयुक्त तालमेल कमेटी ने 8 दिसंबर, 2021 से प्रदेश में चल रही आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया है और सरकार से अपील की है की वह स्वीकृत मुद्दे व मांगो का जल्द समाधान करे। तालमेल कमेटी की नेताओं देवेंद्री शर्मा, शकुंतला, कृष्णा और पुष्पा दलाल ने बताया कि 8 दिसंबर से जारी इस आंदोलन के दौरान कई मांगें हासिल की गई हैं। जिसमें रिटायरमेंट लाभ के रूप में आंगनवाड़ी वर्कर को 1 लाख और हैल्पर को 50,000 रुपए आंगनवाड़ी वर्कर के मानदेय में 850 रुपये, मिनी आंगनवाड़ी वर्कर के मानदेय में 762 रुपये व हेल्पर के मानदेय में 736 रुपये की बढ़ोतरी, मानदेय को महंगाई भत्ते के साथ जोड़कर हर साल मानदेय में बढ़ोतरी, कोविड में काम करने के लिए 1000 रुपये एकमुश्त भत्ता, गांव में आंगनवाड़ी केंद्र के किराए में बढ़ोतरी, जो गांव में 1000 व शहरों में 4000, रिटायरमेंट से पूर्व मृत्यु पर आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर के आश्रितों को तीन लाख रुपए मुआवजा, वर्कर से सुपरवाइजर की पदोन्नति 25 प्रतिशत बढ़ाकर 50 प्रतिशत की। पहले आयु सीमा 45 वर्ष थी जिसे खत्म कर दिया गया, वर्कर्स और हेल्पर्स को आयुष्मान योजना के साथ जोड़ने, प्रत्येक वर्कर को मोबाइल खरीद के लिए 9000 रूपये का निर्णय सरकार सरकार से करवाया गया है। प्रधानमंत्री की 1500 व 750 की घोषणा को लागू करवाने की मांग भविष्य में आंदोलन का हिस्सा रहेगी। संयुक्त तालमेल कमेटी ने उन तमाम संगठनों एवं व्यक्तियों, जिन्होंने हमारे आंदोलन का समर्थन किया एवं एकजुटता प्रकट की, का हृदय की गहराइयों से आभार प्रकट किया है। संघ हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा और महासचिव सतीश सेठी ने आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा किए ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व आंदोलन के लिए क्रांतिकारी बधाई दी है। नेताओं ने सरकार से आंगनवाड़ी तालमेल कमेटी के साथ किए गए समझौते को बिना किसी देरी और किंतु परंतु किए लागू करने की मांग की है सरकार व हड़ताली आंगनवाड़ी वर्कर के बीच पैदा हुए अविश्वास की बहाली हो और हड़ताली आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर अपने बकाया पड़े कार्यों का तत्परता से निपटारा कर सकें।

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