Breaking

Wednesday, April 6, 2022

ज्वाइनिंग की तारीख बीत गई, अधर में कर्मचारी:निगम के पोर्टल पर हेल्थ विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मियों के 121 में से 41 के पद नहीं दिख रहे

ज्वाइनिंग की तारीख बीत गई, अधर में कर्मचारी:निगम के पोर्टल पर हेल्थ विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मियों के 121 में से 41 के पद नहीं दिख रहे

Joining date has passed, employees in balance: 41 out of 121 posts of health department outsourcing personnel are not visible on the corporation's portal
ज्वाइनिंग की तारीख बीत गई, अधर में कर्मचारी
रोहतक : आउटसोर्सिंग के अंतर्गत ठेके पर रखे गए सभी कर्मचारियों को हरियाणा कौशल निगम के अधीन रखने की प्रक्रिया गड़बड़ा गई है। पोर्टल पर कुछ कर्मचारियों की पोस्ट दिखाई गई हैं, जबकि अधिकतर की पोस्ट ही नहीं दिख रही हैं। वहीं कर्मियों के ज्वाइनिंग के लिए निश्चित एक अप्रैल बीत गया है। इस बदलाव के चलते अभी तक कर्मचारियों को पिछले 6 माह से वेतन भी नहीं मिल पाया है।

सरकार ने आदेश दिया था कि 30 सितंबर 2021 से पहले आउटसोर्सिंग पर ठेकेदार के अधीन रखे गए कर्मचारियों को हरियाणा कौशल विकास निगम के अंतर्गत रखा जाएगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग और पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट को प्रमुख रुप से शामिल करने के लिए कहा था। इसके लिए पहले से ही काम कर रहे आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को विभाग के अफसरों ने निगम के पोर्टल पर आवेदन करने के लिए कहा था। दिसंबर 2021 में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने इसके लिए आवेदन किए थे। इसमें कौशल निगम के अधीन एक अप्रैल से ज्वाइनिंग होना निश्चित किया था।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में कुल 121 पद पोर्टल पर स्वीकृत किए गए। इसी के अनुसार इन सभी आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों ने अपना विवरण भी दर्ज किया। इनमें से 41 कर्मचारियों के पद की जानकारी पोर्टल पर नहीं दिखाई है। इनमें 16 कर्मचारी टैक्नीशियन, हेल्पर, लिस्ट ऑपरेटर, फायरमैन पदों पर आवेदन करने वाले हैैं। जबकि 25 कर्मचारी स्वीपर, कम्प्यूटर ऑपरेटर, क्लास फोर, सुपरवाइजर पद पर आवेदन करने वाले हैं। जबकि 80 कर्मचारियों के नाम पोर्टल पर 31 मार्च से पहले दर्शाए गए थे। इनको एक अप्रैल से ज्वाइनिंग दे दी गई है। यह लोग काम कर रहे हैं।

जिन आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की पोस्ट पोर्टल पर नहीं दर्शाए गए हैं। वह परेशान हैं। इस बदलाव के फेर में उनके मानदेय के लिए अभी तक बजट भी जारी नहीं हुआ है। जिससे इन्हें पिछले छह माह से मानदेय नहीं मिला है। अफसरों से पूछने पर लंबे समय से केवल आश्वासन ही मिल रहा है। इसके अलावा पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में 100 शिविर मैन, 50 पब्लिक हेल्थ वर्कर में से किसी की पोस्ट पोर्टल पर नहीं आई है। साथ ही पंप ऑपरेटर, ड्राइवर, सुपरवाइजर पद पर भी 50 कर्मचारियों का नाम शामिल नहीं है।

ठेकेदार की मनमानी से मिल जाती मुक्ति : पोर्टल में नाम नहीं आने से परेशान आउटसोर्सिंग कर्मचारी कहते हैं। कौशल निगम के अंतर्गत आ जाने के बाद उन्हें सबसे बड़ा फायदा ठेकेदार की मनमानी से मुक्ति मिल जाएगी। वह दूसरे अफसरों के अधीन काम करेंगे। साथ ही लेटलतीफ आने वाली सेलरी भी समय पर आएगी।
कर्मचारियों ने बताई अपनी परेशानी : स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मंगलवार को सीएमओ डॉ. अनिल बिरला से मिले। इस दौरान पोर्टल पर पोस्ट नहीं दर्शाए जाने से नौकरी पर खतरा मंडराने का अंदेशा जताया। साथ ही पिछले पांच माह से सेलरी नहीं मिलने से खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। इस दौरान पूजा, फिरोज खान, विजय, विकास, अनिल, प्रदीप, नरेश, पंकज, मधु शामिल रहे।

धरना देकर कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू कराने की मांग उठाई : कोरोना महामारी के समय स्वास्थ्य विभाग में कॉन्ट्रेक्ट पर रखे गए कर्मचारियों का कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं करने के विरोध में मंगलवार को सीएमओ दफ्तर पर जुटकर धरना-प्रदर्शन किया। इस बीच सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव जय कुंवर दहिया ने पहुंचकर समर्थन दिया। कर्मचारियों का कहना था कि ज़रुरत के समय रखने के बाद अब कॉन्ट्रेक्ट रिन्यू नहीं किया गया है। जिससे बेरोजगारी का संकट खड़ा हो गया है। जब तक मांग पूरी नहीं होगी धरना जारी रहेगा। अमित, अनिल, वर्षा, प्रशांत, निकिता, विशाल, आशा आदि शामिल रहे।
पोर्टल पर अभी तक नाम क्यों नहीं आए। यह तो नहीं बता सकते, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के नाम जल्द ही पोर्टल पर आ जाएंगे। पिछले दिनों की रुकी हुई सेलरी भी मिलने वाली है।
- डॉ. अनिल बिरला, सीएमओ रोहतक
पब्लिक हेल्थ कर्मियों का धरने का तीसरा दिन

पब्लिक हेल्थ विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का धरना हुडा कॉम्पलेक्स में मंगलवार को तीसरे दिन जारी रहा। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगें उठाई और पूरी होने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया। कर्मचारियों ने कहा कि सभी के रजिस्ट्रेशन कौशल विकास रोजगार निगम के पोर्टल पर कराए जाएं और पोर्टल पर उनकी पोस्ट दर्शाई जाएं। पांच से छह माह तक का रुका उनका वेतन तत्काल दिया जाए। साथ ही कर्मचारियों को पीएफ का लाभ भी दिया जाना चाहिए। हटाए गए सीवरमैन को वापस लिया जाना चाहिए। इस दौरान सुनील, सोनू, नरेश, रोहताश, श्यामलाल, प्रवीण, दीपक मौजूद रहे।

No comments:

Post a Comment