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Monday, May 23, 2022

पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह का फिर झलका दर्द, बोले- खुद सीएम बनने का इच्छुक नहीं बल्कि बनाने की ताकत चाहता हूं

पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह का फिर झलका दर्द, बोले- खुद सीएम बनने का इच्छुक नहीं बल्कि बनाने की ताकत चाहता हूं 

जींद : पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा नेता बीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह खुद सीएम बनने का इच्छुक नहीं बल्कि सीएम बनाने की ताकत चाहता हूं। नौजवान आगे आएं, खुद विधायक तथा मंत्री बने और नए हिन्दूस्तान का निर्माण करें। राजनीतिक दलों से लोगों का विश्वास उठता जा रहा है। वह युवाओं को आगे लेकर चलेंगे और ऐसी व्यवस्था का निर्माण करेंगे जहां शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य का सुदृढ ढांचा हो। किसानों तथा कमेरा वर्ग की देश की दौलत में हिस्सेदारी हो। उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों को लेकर जिला जींद को गौशाला की संज्ञा तक दे डाली। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोगों ने गौशाला बना दिया है। गौशाला भी वह जिसमे अलग -अलग नस्लें है।  पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह रविवार को जाट धर्मशाला में उनके समर्थक शिवनारायण शर्मा द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वक्ताओं ने बीरेंद्र सिंह को जनसभा में ही राजनीतिक भविष्य पर फैसला लेने का दबाव बनाया लेकिन उन्होंने दो टूक कहा कि यो रोला के करेगा, मैं भी बताने वाला नहीं हूं। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वार्थ से ऊपर उठकर राजनीति की है। उन्होंने बहुत सी पार्टियां देखी है, नेता देखें है। हर किसी के बारे में लोगों की जो धारणाएं बनी है उससे राजनीतिक दलों पर से विश्वनीयता उठ गई है। नौजवान नए सिस्टम को पसंद करते हैं। जिसमे पढ़ाई हो, रोजगार मिले, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं हो, भ्रष्टाचार पर रोक लगे। कोई कहता है कि भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो सकता केवल कम हो सकता है लेकिन बीरेंद्र सिंह कहते हैं कि भ्रष्टाचार खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बिना पालिस के जूता नहीं चमक सकता उसी प्रकार बिना पॉलिस के युवाओं का भविष्य भी नहीं संवर सकता। धर्म, जाति-पाति के नाम पर भाईचारा तोडने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा। जाति, धर्म, क्षेत्रवाद देश को गलत दिशा में ले जा रहा है जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने जातिगत राजनीति करने पर राजकुमार सैनी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इतने बड़े देश की दौलत तथा संपत्ति महज 145 लोगों के पास है। इससे बड़ी गैर इंसाफी क्या होगी। अर्थव्यवस्था का ढांचा किसान है जब तक किसानों की धन दौलत में हिस्सेदारी नहीं होगी तब तक व्यवस्था नहीं बदलेगी। उन्होंने कहा कि डीजल तथा पेट्रोल के दाम इसलिए कुछ कम किए है ताकि देश की दशा श्रीलंका जैसी न हो। नए हरियाणा के भविष्य के लिए चार छोटी मिटिंग 19 जून तक कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे। जींद में यह मीटिंग हो चुकी है, इसके बाद शाहबाद, करनाल, दादरी तथा तीन बड़ी मीटिंग तीन माह के दौरान गोहाना, हिसार तथा कैथल में करेंगे। 23 मार्च 2023 को शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस पर रोहतक या हिसार में बहुत बड़ी रैली करेंगे। ‍

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