गणेश कौशिक ने विश्वविद्यालय अनुदान मुद्दे को उठा कर बहाल करवाया
जींद : आप नेता व जिला प्रवक्ता आम आदमी पार्टी प्रिंसिपल डॉ. गणेश कौशिक ने विश्वविद्यालयों को ग्रांट बहाल करने को उचित ठहराते हुए इसे नाकाफी बताया है। कौशिक ने पत्रकारों को एक बयान जारी करते हुए कहा है कि हरियाणा में विश्वविद्यालयों को ग्रांट न देकर कर्ज देने की कुप्रथा पर सरकार ने यू-टर्न लेते हुए सरकारी नीतियों की वजह से पहले ही कर्ज में डूबे हुए विश्वविद्यालयों का अनुदान तो बहाल कर दिया गया है, लेकिन इसे लागू करने में कोई कोताही न बरती जाए। सरकार की कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए सच्चाई और ईमानदारी के साथ में यह लागू होना चाहिए।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालयों को कर्ज न देकर अनुदान बहाल करने की मांग जिला आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता डॉ गणेश कौशिक ने सबसे पहले उठाई थी। उन्होंने सरकार द्वारा जारी ग्रांट को नाकाफी बताते हुए कहां की विश्वविद्यालयों का बजट पहले से घाटे का सौदा बना हुआ है। फल स्वरूप गरीब और मध्यम वर्ग के विद्यार्थियों पर निरंतर बढ़ती फीस ने विद्यार्थियों की कमर तोड़ कर रख दी है। विश्वविद्यालय के पास ना ही टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को देने के लिए पर्याप्त धनराशि है। इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत कमी है। नए कोर्स भी चालू नहीं किए गए। रोजमर्रा के खर्चा चलाने के लिए भी विश्वविद्यालयों की वित्तीय स्थिति मजाक बन करके रह गई। चरमराई हुई वित्तीय स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालयों का अनुदान सरकार को बढ़ा देना चाहिए।
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