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Saturday, May 28, 2022

हरियाणवी लोकनृत्य एवं गायन से सम्बंधित 20 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

हरियाणवी लोकनृत्य एवं गायन से सम्बंधित 20 दिवसीय  कार्यशाला का आयोजन

जींद : राजकीय महिला महाविद्यालय जीन्द में  हरियाणा कला परिषद हिसार मण्डल एवं महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में 20 दिवसीय  हरियाणवी लोकनृत्य एवं गायन  कार्यशाला का आयोजन किया  गया। प्राचार्य जय नारायण गहलावत  की अध्यक्षता में तथा महिला प्रकोष्ठ की नोडल अधिकारी डॉ सुमीता आशरी के मार्गदर्शन में एवं रवि शंकर शर्मा के निर्देशन में महाविद्यालय की विभिन्न  संकायों से 87 छात्राओं ने इस सुअवसर का लाभ उठाया। इस कार्यशाला में छात्राओं को हरियाणा की गौरवपूर्ण हरियाणवी लोक सांस्कृतिक धरोहर जो अत्यंत समृद्ध है उससे अवगत कराने के लिए समूह-नृत्य, लोकगीत, हरियाणवी रागनी आदि कार्यक्रमों का प्रशिक्षण दिया गया।  
कार्यशाला के दौरान  सीखी हुई विधाओं का प्रतिभा  प्रदर्शन करने के लिए आज दिनांक 27 मई 2022  को राजकीय महिला महाविद्यालय के पावन प्रांगण में  रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह के  मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा कला परिषद् के निदेशक संजय भसीन ने छात्राओं को संबोधित करते हुए  कहा कि  कला लोक-संस्कृति को आगे बढ़ाने वाला मंच है। कला से सम्बंधित  गतिविधियां विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती  हैं। हरियाणवी  संस्कृति को बढ़ावा देने में इस प्रकार की कार्यशालाओं का महत्वपूर्ण  योगदान होता है। 
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचकर चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार लवलीन मोहन ने छात्राओं का कला के प्रति उत्साहवर्धन किया।  प्रौफेसर लवलीन ने पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से इतना बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए छात्राओं की प्रशंसा की।
हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को ऑस्ट्रेलिया में हरियाणवी कुनबा के नाम से विश्व कीर्ति पटल पर लहराने वाले विशिष्ट अतिथि दक्षिण ऑस्ट्रेलिया एडिलेड से पार्षद सुरेंद्र चहल ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई व छात्राओं को प्रतिभा को निखारने के लिए ऐसे आयोजनों में प्रतिभागिता करने के लिए प्रेरित किया। कला परिषद हिसार मंडल के अतिरिक्त निदेशक महावीर गुड्डू ने शंखनाद के माध्यम से प्रतिभा का शुभारंभ किया। चंडीगढ़ नाट्य अकादमी के उपाध्यक्ष बलकार सिंह सिद्धू ने छात्राओं की छुपी हुई प्रतिभा को बाहर लाने के लिए ऐसे आयोजन की भूरि- भूरि सराहना की।
थारे आने ते बढ़ गया मान हरियाणे का, गूंगा धमोड़ा, मेरा चुंदड़ मंगा दे रे ओ नंदी के वीरा, बूढ़ी ए लुगाई मस्ताई फागण में, कुए की पनिहारी और छोरी होन ते थाली बाजेगी -- इन हरियाणवी लोकगीतों पर छात्राओं के 6 अलग अलग समूहों ने समूह–नृत्य प्रस्तुत किए तथा उपस्थित दर्शकों ने मंत्रमुग्ध होकर नृत्य का रसपान किया।

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