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Tuesday, September 6, 2022

राेहतक डिपो ने मांगी अनुमति:25 दिन बाद दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी रोहतक रोडवेज की बसें, विभाग के पास कोई प्लानिंग नहीं, यात्री होंगे परेशान

राेहतक डिपो ने मांगी अनुमति:25 दिन बाद दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी रोहतक रोडवेज की बसें, विभाग के पास कोई प्लानिंग नहीं, यात्री होंगे परेशान

रोहतक : दिल्ली सरकार के निर्देशों के अनुसार 1 अक्टूबर से बीएस-4 इंजन वाली रोडवेज की बसें अब दिल्ली में प्रवेश नहीं करेंगी। ऐसे में रोहतक से दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी हो सकती है। दिल्ली सरकार की दी गई समय सीमा काे पूरा होने में अब सिर्फ 25 दिन शेष है।
ऐसे में अभी तक राेहतक राेडवेज ने इस समस्या का कोई हल नहीं निकाला। रोडवेज के पास सभी बसें बीएस 4 इंजन की हैं। इस मामले में महकमे ने दिल्ली सरकार से मोहलत मांगी है। रोडवेज की 35 बसें रोजाना दिल्ली मार्ग पर चलती हैं। यह सभी बीएस 4 इंजन की बसें हैं। जबकि दिल्ली सरकार ने तीन माह पहले से ही अल्टीमेटम दे रखा है कि 1 अक्टूबर से दिल्ली में बीएस 4 इंजन की बसें नहीं घुसने दी जाएंगी। केवल बीएस- 6 इंजन की बसों को ही चलाने की अनुमति होगी।
*नई बसें लाने की नहीं रोडवेज की मंशा, 15 बसों की 8 साल मियाद 7 को होगी पूरी*

फिलहाल रोडवेज की मंशा नई बसें लाने की नहीं है। इसकी बजाए प्राइवेट बसों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। नई बसों के मामले में मार्च माह में 18 नई बसें लाने की योजना तैयार की गई थी, लेकिन इनमें से अभी 5 बसें ही लाई जा सकीं। यह नई बसें भी कोटा, जयपुर समेत अन्य मार्गों पर लगाई गई हैं। दिल्ली के मार्ग पर फिलहाल कोई नई बस नहीं है। वहीं रोडवेज की पुरानी बसों का बेड़ा भी लगातार सिमट रहा है। वर्ष 2019 में 218 बसें थी, लेकिन अब 186 रह गई हैं।
इनमें से भी 15 बसों की आठ वर्ष की आयु 7 सितंबर को पूरी हो जाएगी। जिस पर इनकी आयु दो साल बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है। विभाग के मुख्यालय नई बसें लाने की बजाए दिल्ली सरकार से पुरानी बसों पर पाबंदी लगाने के मामले में अभी दिल्ली सरकार से मोहलत मांगी है। इसमें कोई समय अवधि भी नहीं दी गई है। इस पर दिल्ली सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। जिससे उसका रुख साफ है कि वह समय सीमा में फिलहाल कोई बदलाव नहीं करना चाहती है।
*तीन हजार यात्री प्रतिदिन करते हैं सफर*

डिपो की मानें तो रोहतक और दिल्ली के बीच प्रतिदिन करीब 3 हजार यात्री सफर करते हैं। पुरानी बसों का संचालन बंद होने से इस मार्ग के यात्रियों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। क्योंकि दिल्ली सरकार पुरानी बसों को अपनी सीमा में आने नहीं देगी और रोडवेज के पास बीएस- 6 इंजन की नई बसें हैं नहीं।
*यह मुख्यालय स्तर का मामला है*

इस मामले में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है। इसमें मुख्यालय स्तर से ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। इसको लेकर डिपो में कोई आदेश नहीं आया है। - जयबीर हुडडा, डिपो इंचार्ज, रोहतक

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