होटलों में लगती भीड़ तीन माह में चार किलो चरस, तो एक किलो हेरोइन की गई बरामद
आसपास के प्रदेशों के साथ हरियाणा में भी नशे का कारोबार तेजी से फैल रहा है। दुकानों के साथ गली मोहल्लों में मादक पदार्थ की बिक्री खुलेआम की जा रही है। तो शहर के होटलों में भी नशेबाजों का जमघट लगता है। वहीं, पुलिस की कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम पर नशा कारोबारियों के समर्थक हमला करने में भी पीछे नहीं रहते। लोगों का मानना है कि इस कारोबार को अंजाम देने वाले लोगों के तार सफेद पोश नेताओं के साथ खाकी पहने कुछ लोग भी जुड़े हैं।
इसलिए पुलिस अफसर इस कारोबार को पूरी तरह से समाप्त करने में सफल नहीं मिल पा रही। अफसरों द्वारा नशा कारोबारियों के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई की सूचना उन तक कार्रवाई से पहले पहुंच जाती है। जिसके चलते वह वहां से बचकर भाग निकलते है। समय से सूचना न मिलने पर पुलिस पकड़ भी लेती है तो विरोध का सामना पुलिस के जवानों को करना पड़ता है। नशे का कारोबार शहर की पॉश कालोनियों से लेकर मलिन बस्तियों तक फैला है।
बरामद किया गया नशीला पदार्थ
चरस 4 किलो 44 ग्राम
गांजा 6 किलो 13 ग्राम
हेरोइन 1 किलो 39 ग्राम
कैप्सूल 624
सिरप 200 शीशी
सिरप 20 शीशी
इंजेक्शन 25
*दिल्ली, उड़ीसा के साथ अन्य प्रदेशों से जुड़े हैं नशे के कारोबारियों के तार*
नशा कारोबारियों के तार हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब के साथ उड़ीसा तक से जुड़े हैं। गांजे की खेप उत्तर प्रदेश से यहां होती है। इस पर कई बार आसपास के प्रदेशों की पुलिस कर चुकी है। इसके बाद भी नशे का कारोबार थम नहीं रहा।
मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहता है। सूचना मिलने पर संबंधित थाना पुलिस के साथ सीआईए के साथ नारकोटिक्स सेल की टीम भी कार्रवाई करती है।
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