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Monday, May 1, 2023

*छात्र और छात्राओं के लिए बनेंगे अलग अलग हॉस्टल:664 करोड़ की लागत से बन रहे मेडिकल कॉलेज का दिसंबर तक पूरा होगा निर्माण*

*छात्र और छात्राओं के लिए बनेंगे अलग अलग हॉस्टल*664 करोड़ की लागत से बन रहे मेडिकल कॉलेज का दिसंबर तक पूरा होगा निर्माण*

664 करोड़ की लागत से बन रहे मेडिकल कॉलेज का दिसंबर तक पूरा होगा निर्माण|जींद 
मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करते डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला।
हैबतपुर गांव की जमीन पर बन रहे मेडिकल कॉलेज की सौगात इसी वर्ष के अंत में जिलावासियों को मिलने की उम्मीद है। करीब 664 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का 50 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा कर लिया गया है। यहां पर छात्र-छात्राओं के लिए अलग अलग हॉस्टल बनाए जाएंगे। रविवार को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मेडिकल निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और बाद में अधिकारियों को हर हाल में निर्धारित डेडलाइन दिसंबर 2023 तक पूरा करने के निर्देश दिए। वहीं, डिप्टी सीएम ने मेडिकल कॉलेज के साथ लगते प्रस्तावित पैरामेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए करीब साढ़े 6 एकड़ जमीन का भी मुआयना किया और एचएसवीपी को जमीन तबादले संबंधी केस बनाकर मुख्य प्रशासक को भिजवाने के निर्देश दिए।
मेडिकल कॉलेज बनने से स्वास्थ्य सेवाओं में पिछड़े जींद व आसपास के एरिया के मरीजों को पीजीआई रोहतक, खानपुर, अग्रोहा, हिसार व चंडीगढ़ जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फिलहाल जिले के सिविल अस्पताल रेफरल अस्पताल बने हैं और थोड़ा सा सीरियस केस आते ही उसे पीजीआई रेफर का पर्चा थमा दिया जाता है, जिससे कई गंभीर मरीज रास्ते में ही दम तोड़ जाते हैं। जिले से रोजाना 15 से 20 मरीज रेफर होते हैं। 332 करोड़ खर्च, 200 करोड़ रुपए सरकार द्वारा मंजूर किए: लगभग 24 एकड़ में बनने वालेे मेडिकल कॉलेज जिले की सबसे बड़ी परियोजना है। डिप्टी सीएम ने हेलमेट पहनकर निरीक्षण करने के बाद बताया कि इसके निर्माण कार्य का टेंडर एलएंडटी (लार्सन एंड टर्बो) कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है।
*यह परियोजना दिसंबर 2023 तक पूरी होना संभावित है* अब तक मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर 332 करोड़ रुपए खर्च कर 50 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा कर लिया है। इसके अतिरिक्त 200 करोड़ रुपए सरकार द्वारा मंजूर किए जा चुके हैं। उन्हाेंने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए कम जगह में बेहतर तकनीक का प्रयोग करके बहुमंजिला भवन बनाए जा रहे हैं। वहीं हैबतपुर गांव के ग्रामीणों ने डिप्टी सीएम से मुलाकात कर मांगपत्र सौंपा, जिसमें गांव के पानी की निकासी कराने, ग्रुप सी और डी में नौकरी में कोटा, मेडिकल सीटों में गांव का कोटा दिलाने, जांगड़ा चौपाल बनवाने आदि शामिल रही। इनमें से सिर्फ पानी निकासी व चौपाल की मांग पूरा करने का आश्वासन दिया।
*निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के प्रगति कार्य की समीक्षा की*।           

                        दुष्यंत चौटाला ने मेडिकल परिसर स्थित सभागार में संबंधित अधिकारियों की मीटिंग ली और निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रगति कार्य की बिंदूवार समीक्षा की। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा राज्य सड़क व पुल निगम, स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य तथा बिजली विभाग के अधिकारी निर्माण कार्य पूरा होने तक बराबर आपसी तालमेल रखें। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के अधिकारियों को हांसी ब्रांच से अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालकर यथाशीघ्र मेडिकल कॉलेज में पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। मेडिकल से स्टाॅर्म वाटर की निकासी का उचित प्रबंध करने के लिए कहा। इसके साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग से हैबतपुर तक सड़क विस्तार के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर जुलाना विधायक अमरजीत ढांडा, मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान के निदेशक डाॅ. आदित्य दहिया, डीसी डाॅ. मनोज कुमार, एसपी सुमित कुमार, एसडीएम डाॅ. पंकज (आईएएस), एमडी शुगर मिल एवं प्रशासक हुडा प्रवीन कुमार, हरियाणा राज्य सड़क व पुल निगम के प्रबंधक निदेशक अनिल दहिया, एसई विकास रंगा सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मेडिकल कॉलेज में 12 बड़े ब्लॉक बनाए गए
मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान के निदेशक डाॅ. आदित्य दहिया ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 12 बड़े ब्लॉक बनाए गए हैं। इनमें 84173 वर्ग गज के भू-गृह में शिक्षण खंड, 28229 वर्गगज में शैक्षणिक खंड, ब्लॉक अस्पताल, 269 वर्गगज में पुलिस स्टेशन, 100 वर्ग गज में कचरा प्रबंधन भवन, बिजली घर, 7382-7382 अलग-अलग वर्ग गज में लड़के व लड़कियों का हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल, 6168 वर्ग गज में जूनियर और सीनियर चिकित्सकों के लिए हॉस्टल, 382 वर्ग गज में निदेशक आवास, 102 वर्ग गज में सबस्टेशन, गेस्ट हाउस, 650 बेड का अस्पताल, पैथ लैब इमारत, ब्लड बैंक आदि भवन शामिल हैं।

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