झड़प के बाद भड़के रेसलर्स:बजरंग बोले- हम पदक भारत सरकार को लौटा देंगे; दीपेंद्र ने कहा- रक्षक ही बने भक्षक
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठे पहलवानों के साथ बुधवार देर रात दिल्ली पुलिस की झड़प हो गई। मामला पुलिस के एक मुलाजिम द्वारा महिला पहलवानों को गाली-गलौज करने, धक्का-मुक्की करने से जुड़ा है। इसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा।
हाथापाई के दौरान विनेश फोगाट के भाई समेत दो पहलवानों को गंभीर चोट आई हैं। बजरंग ने पूरे देशवासियों से जंतर-मंतर पर पहुंचने की अपील की है। देर रात पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रोते-बिलखते हुए आपबीती बताई।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि जो पदक हमने जीते हैं, वो हम भारत सरकार को वापस लौटा देंगे। अगर देश का नाम रोशन करने पर भी ऐसा सलूक होता है, तो हमें ये पदक नहीं चाहिए। दिल्ली पुलिस और बृजभूषण के आदमी शुरू से ही इस धरने को खराब करना चाहते हैं। कभी जातिवाद, कभी क्षेत्रवाद का नाम दिया जा रहा है।
पहलवानों से झड़प की खबर मिलते ही हरियाणा कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी आधी रात को ही जंतर-मंतर पर पहुंच गए। जहां पहलवानों के नजदीक जाने से दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। इस पर सांसद ने कहा कि आप मुझे और मैं आपको जानता हूं। केवल और केवल 5 मिनट के लिए, मैं अकेला जाऊंगा।
उन्होंने कहा कि मेरे साथ मेरा PSO, सिक्योरिटी भी नहीं जा रही। मैं केवल अपनी बेटियों से उनका हाल पूछ कर, उन्हें हौसला देकर और फिर से शांतिपूर्वक रहने की अपील कर वापस आ जाउंगा। मैं अकेला ही जाउंगा, दूसरे किसी आदमी का नाम भी नहीं ले रहा हूं। पुलिस ने मना किया।
जिसके बाद उन्होंने पूछा कि आप एक अकेले आदमी को किस धारा के तहत रोक सकते हैं। जिसके बाद लोगों ने DCP से कहा कि आप जबरदस्ती कर रहे हो। डीसीपी ने भी जबाब दिया कि हां मैं जबरदस्ती कर रहा हूं। मैं मना नहीं कर रहा।
इसके बाद दीपेंद्र ने कहा कि जंतर मंतर पर चल रहे धरने पर खिलाड़ी बेटियों के साथ पुलिस द्वारा बदसलूकी की गई है। जो अमानवीय और असहनीय हैं। जब रक्षक भक्षक हो जाएं तो न्याय की उम्मीद किस से करें? सरकार बिना देरी के दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करे। हम इस विकट परिस्थिति में अपनी बेटियों के साथ हैं।
पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस पुलिसकर्मी ने नशे की हालत में बदतमीजी की है, उसका मेडिकल भी नहीं करवाया गया है। केंद्र सरकार आज किस स्तर पर उतर आई है कि उन्होंने देश के लिए मेडल जीतने वाली लड़कियों से इस तरह का व्यवहार किया है। इसी दौरान दिल्ली पुलिस ने मंत्री सौरभ को भी डिटेन कर लिया। वहीं, जंतर-मंतर पहुंची दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को भी पुलिस ने जबरदस्ती हाथों-पैरों से उठाकर गाड़ी में डाल दिया।
नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि दिल्ली में जंतर- मंतर पर प्रोटेस्ट कर रहे भारतीय पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा बदसलूकी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। हठधर्मिता पर अड़ी भारत सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए की न्याय के लिए आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में पूरा देश सड़कों पर आ जाएगा।
पहलवानों के साथ बदसलूकी करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को त्वरित प्रभाव से पहलवानों की मांगों पर सकारात्मक संज्ञान लेना चाहिए।
*पुलिस के साथ झड़प और दो लोगों के घायल हाेने के बाद रेसलर साक्षी मलिक खुद को संभाल न सकीं और फूट-फूटकर रोने लगीं।*
*प्रधानमंत्री जी देश की बेटियों को लाठियों से पिटवाना महंगा पड़ेगा: चंद्रशेखर आजाद*
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि दिल्ली में जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण तरीके से न्याय के लिये संघर्ष कर रही देश को कई मेडल दिलाने वाली बेटियों पर दिल्ली पुलिस का लाठीचार्ज बहुत ही कायराना व शर्मनाक कृत्य है।
उनके आंदोलन को बदनाम नहीं कर पाए तो अब लाठियों से उनके हौसले तोड़ना चाहती है। आपकी पुलिस, लेकिन याद रहे इन बेटियों के साथ पूरा देश खड़ा है। प्रधानमंत्री जी, देश की बेटियों को इंसाफ की जगह लाठियों से पिटवाना आपको बहुत भारी पड़ेगा। बहनों के सम्मान में कल मैं जंतर मंतर जाऊंगा।
*सांसद संजय सिंह का ट्वीट-* पीएम मोदी जिस विनेश को आपने अपने परिवार की बेटी कहा था उसको आपकी पुलिस बहन की गाली दे रही है। क्या आपको शर्म आ रही है मोदी जी?
*कांगेस का ट्वीट-* ये हमारे देश की बेटियां हैं, जिन्होंने देश का मान रखा। हमें कई मेडल लाकर दिए। आज इनके साथ गृह मंत्री अमित शाह की पुलिस बदसलूकी कर रही है। इनका गुनाह बस इतना है कि ये शोषण के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं। मोदी जी, आप ऐसा अन्याय क्यों कर रहे हैं?
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