सामाजिक चिकित्सक महासंघ मेडिकल प्रेक्टिशनर्स की मांगों को लागू करवाने के लिए आंदोलनरत है। 15 दिनों से जिला सचिवालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना जारी है। सीएम फ्लाइंग द्वारा आरएमपी के क्लीनिकों पर छापेमारी कर उन्हें तंग करने तथा सरकार द्वारा प्राथमिक चिकित्सा की अनुमति न देने को लेकर मेडिकल प्रेक्टिशनर्स में रोष व्याप्त है।
इस मौके पर करनाल जिला प्रधान श्रीचंद तंवर ने कहा कि अगले दो से तीन दिन में प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाकर बड़ा निर्णय लिया जाएगा। महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुभाष सैनी रविवार को पत्रकार वार्ता कर आगामी रणनीति पर बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि 2004 से पारित स्वास्थ्य देखरेख कर्मकार विधेयक में संशोधन करके प्रदेश के सभी चिकित्सकों को बिना भेदभाव के प्राथमिक उपचार करने की अनुमति दी जाए। चिकित्सकों पर जो मुकदमे दर्ज हुए हैं उन्हें वापस लिया जाए।
सीएम विंडो में आने वाली फर्जी शिकायतों को आधार बनाकर चिकित्सकों पर कार्रवाई करना अन्याय है। मामले की जांच करते समय चिकित्सक को भी नोटिस देकर उसका पक्ष सुना जाए। इस अवसर पर सतबीर शर्मा, रामफल बीबियान, मनफूल, प्रदीप पाल, रामदास मुंडे, एमएस चौहान, मदन पाल, सुभाष, राजेंद्र, सोनू बलड़ी, शान शर्मा, प्रवेज अंसारी, रोबिन, गोलू, राज पौडिय़ा, देव, रघुवीर सिंह, सोहन शर्मा व देसराज आदि मौजूद रहे।
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