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Tuesday, July 4, 2023

*CM मनोहर से चौधरी वीरेंद्र की सियासी मीटिंग:बोले- गठबंधन की क्या जरूरत; मुझे भी राजनीति में 50 साल हो गए, हम भी सलाह दे सकते हैं*

*CM मनोहर से चौधरी वीरेंद्र की सियासी मीटिंग:बोले- गठबंधन की क्या जरूरत; मुझे भी राजनीति में 50 साल हो गए, हम भी सलाह दे सकते हैं*
बोले- गठबंधन की क्या जरूरत; मुझे भी राजनीति में 50 साल हो गए, हम भी सलाह दे सकते हैं|
हरियाणा सीएम मनोहर लाल।
हरियाणा में BJP-JJP गठबंधन को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की देर रात सियासी मुलाकात हुई। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि चौधरी बीरेंद्र ने संकेत दिए हैं कि यह मुलाकात सिर्फ गठबंधन पर चर्चा को लेकर हुई है। उन्होंने कहा है कि हरियाणा में BJP को गठबंधन को गठबंधन की जरूरत नहीं है। मुझे भी राजनीति में 50 साल हो गए हैं, हम भी सलाह दे सकते हैं।

BJP के पास वोटिंग स्ट्रेंथ

चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल मान लेंगे तो ठीक है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकसभा में BJP के पास वोटिंग स्ट्रेंथ है। राज्य में भाजपा दूसरी पार्टियों से काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि जो वोट पहले कांग्रेस का था वो आज बीजेपी का है। बाकी राजनीति में हालात को बदलते रहते हैं।

चुनाव अलग लड़ने की दी सलाह

चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि 2024 में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बीच ये बैठक महत्वपूर्ण है। चुनाव को लेकर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अभी इस पर बोलना संभव नहीं है, क्योंकि चुनाव इकट्ठे लड़ा जाएगा या अलग होकर इस पर सवालिया निशान हैं। इस दौरान बीरेंद्र सिंह ने अपनी ही पार्टी को सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा अलग ही लड़ना चाहिए, गठबंधन की क्या जरूरत है।

गठबंधन में BJP को 3 सीटों का नुकसान

चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि गठबंधन से कोई लाभ नहीं होने वाला है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन से 2 या 3 सीटें किसी को देनी पड़ जाएंगी। बीरेंद्र ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जेजेपी को बीजेपी के खिलाफ वोट मिला था। वहीं आज जेजेपी के पास ही वोट नहीं है तो वो दूसरों को क्या दिलाएंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं हमेशा जमीनी हकीकत की बात करता हूं, आज जेजेपी के पास वोट नहीं है।

चौधरी बीरेंद्र की JJP पर हमले की ये खास वजह

पूर्व केंद्रीय मंत्री उचाना विधानसभा से 5 बार रह विधायक रह चुके हैं। यह सीट उनकी परंपरागत सीट है। इस सीट की सियासत उनके परिवार के इर्द गिर्द की घूमती रहती है। 2019 में लोकसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला को उनके बेटे बृजेंद्र सिंह ने हरा दिया था। इसके बाद इस सीट को चौधरी बीरेंद्र सिंह खोना नहीं चाहते हैं।

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