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Sunday, October 15, 2023

जीन्द विधानसभा सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता रणदीप सुरजेवाला का दावा भी कम नहीं

जीन्द विधानसभा सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता रणदीप सुरजेवाला का दावा भी कम नहीं

राजकुमार गोयल हो सकते है रणदीप सुरजेवाला की तरफ से सशक्त उम्मीदवार

जहां हुड्डा ग्रुप से दर्जनों उम्मीदवार, वही रणदीप ग्रुप से गिने चुने ही उम्मीदवार
जीन्द : (संजय कुमार ) जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर पहुंचने लगी हैं। हरियाणा विधानसभा के चुनाव में अब 1 साल से भी कम का समय बचा है। अगर चुनाव अपने तय समय पर होते हैं तब भी अक्टूबर में चुनाव हो चुके होंगे और अगस्त के आखिर तक चुनाव आचार संहिता भी शुरू हो गई होगी। निश्चित तौर पर अब हरियाणा विधानसभा के चुनाव के लिए 10 महीने से ज्यादा का समय नहीं है और अगर यह लोकसभा के साथ होते हैं तो ऐसे में 5 महीने का समय ही चुनाव में बचा है।
हालांकि पिछली तीन योजनाओं से जींद में कांग्रेस अपने उम्मीदवार को जिताने में असफल रही है लेकिन आज स्थिति यह है कि जींद विधानसभा सीट पर कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला के धडे मजबूती के साथ टिकट के दौड़ में डटे हैं। एक खास बात यह भी है कि जितने उम्मीदवार कांग्रेस से टिकट मांगने वाले हैं उतने उम्मीदवार किसी अन्य पार्टी में टिकट की चाह में नहीं हैं। अगर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ग्रुप की बात करें तो यहां जाट, बनिया, ब्राह्मण, पंजाबी और एससीबीसी कुल मिलाकर 15 से ज्यादा नेता टिकट अपनी जेब में मानकर चल रहे हैं। एक खास बात यह भी है कि इस जीन्द सीट पर रणदीप सुरजेवाला को कम आंकना आसान नहीं होगा। 
रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस हाईकमान में अपनी पैरवी मजबूती के साथ करने की स्थिति में हैं। वह कांग्रेस के महासचिव हैं। पहले कर्नाटक में प्रभारी थे जहां वह पार्टी को सत्ता में लेकर आए। अब उन्हें मध्य प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है जहां चुनाव का बिगुल बज चुका है। रणदीप सुरजेवाला यह कहते रहे हैं कि अगर जींद, कैथल और कुरुक्षेत्र के लोग एकजुट होकर उनके हाथ मजबूत करें तो वह इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी लेकर आ सकते हैं। रणदीप सुरजेवाला जींद सीट पर इसलिए भी अपना दावा मजबूत के साथ ठोक रहे हैं क्योंकि जींद से वह चुनाव लड़ चुके हैं। जींद जिला शुरू से उनकी कर्मभूमि रहा है। हालांकि पिछले तीन चुनाव से वह कैथल में डटे हुए हैं लेकिन जींद से उनका लगाव काफी गहरा है।
जानकारी के अनुसार रणदीप सुरजेवाला ने जींद में तीन अलग-अलग कम्युनिटी में अलग-अलग नेताओं को टिकट के लिए अपने ग्रुप में मजबूती प्रदान की है। इनमें अग्रवाल समुदाय से राजकुमार गोयल, ब्राह्मण समुदाय से रघुवीर भारद्वाज और जाट समुदाय से वीरेंद्र रायचंदवाला है। इसमें भी खास बात यह है कि जींद विधानसभा सीट पर बनियों और पंजाबियों का कब्जा रहा है। 1966 से लेकर आज तक पहले बनिए चुनाव जीतते रहे और उसके बाद पिछले तीन योजनाओं से पंजाबी समुदाय से आने वाले डॉक्टर हरिचंद मिढ़ा और उनके बेटे कृष्ण मिढ़ा चुनाव जीतते रहे हैं। ऐसे में बहुत हद तक उम्मीद है कि जींद सीट पर एक बार फिर बनिया समाज अपनी ताकत बटोर कर इस सीट को अपनी झोली में लाने का प्रयास करेगा ऐसे में रणदीप सुरजेवाला अपने सबसे विश्वास पात्र राजकुमार गोयल को टिकट देकर कांग्रेस को यहां पर न केवल नया चेहरा देने का काम सकते है बल्कि जींद पर बनिया समुदाय का दोबारा कब्जा करवाने का भी प्रयास होगा। जहा राजकुमार गोयल नए चेहरे होगे वही उनके नाम पर आज तक न तो कोई दाग है और अग्रवाल समाज में उन्होंने एक अपनी गहरी पैठ भी बना रखी है। व्यापारी समुदाय में उनकी अच्छी खासी पकड़ है जिससे कि वह बनियों के अलावा व्यापारी समाज के दूसरे वर्ग के वोट भी ले सकते हैं। जीन्द के विकास के मुददे पर लगातार लडाई की वजह से और हमेशा आमजन की आवाज उठाने की वजह से उनकी अन्य बिरादरियों व गरीब तबके में भी अच्छी खासी पेठ है। रणदीप सुरजेवाला जाट समुदाय से आते हैं और उनका अपना भी जाट समुदाय में खास प्रभाव है उनके नाम पर जाट समुदाय के वोट भी राजकुमार गोयल बटोर सकते हैं जिससे कांग्रेस को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
इधर रघुवीर भारद्वाज पूर्व नगर पार्षद है और कंडेला गांव से संबंध रखते हैं। पिछले दिनों जींद में कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला के कार्यक्रम में भी वह खासी भीड़ जुटाने में सफल रहे थे। जहां तक सवाल वीरेंद्र रायचंद वाला का है तो वीरेंद्र रायचंद वाला जाट कम्युनिटी से आते हैं और जाट कम्युनिटी का अब तक यहां कोई विधायक बना नहीं है तो वह जाट समुदाय के वोटो को एकजुट कर कांग्रेस के बैनर पर विधानसभा पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं।

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