Breaking

Tuesday, July 21, 2020

July 21, 2020

सिरसा : रात के अंधेरे में 2 शराब ठेकेदारों पर अज्ञात हमलावरों ने 35 राउंड किए फायर, दोनों की मौके पर मौत

सिरसा : रात के अंधेरे में 2 शराब ठेकेदारों पर अज्ञात हमलावरों ने 35 राउंड किए फायर, दोनों की मौके पर मौत



गैंगवार से जुड़ा है मामला, अज्ञात हमलावरों पर पुलिस ने किया मामला दर्ज

मृतकों की पहचान मुकेश गोदारा और प्रकाश पूनिया के रूप में हुई


सिरसा जिले के चौटाला गांव के नजदीक स्थित एक शराब के ठेके पर सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात दो शराब ठेकेदारों की हत्या कर दी गई। अज्ञात हमलावरों ने ठेके पर पहुंचकर 35 राउंड फायर किए। दोनों ठेकेदारों को 10 से ज्यादा गोलियां लगी, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। मृतकों की पहचान भारूखेड़ा निवासी मुकेश गोदारा और चौटाला निवासी प्रकाश पूनिया के रूप में हुई है। 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुकेश गोदारा और प्रकाश पूनिया रात में शराब के ठेके पर बैठे हुए थे। रात के अंधेरे में अज्ञात लोग बाइक पर सवार होकर शराब के ठेके पर पहुंचे। उन्होंने आते ही प्रकाश और मुकेश पर फायरिंग शुरू कर दी। अंधाधुंध फायरिंग हुई। घटनास्थल से गोली के करीब 35 खाली खोल बरामद हुए हैं। 
हालांकि दोनों की मौके पर मौत हो गई थी लेकिन फिर भी घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीम उन्हें अस्पताल लेकर गई, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस का मानना है कि मामला गैंगवार से जुड़ा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रकाश पूनियां 6 वर्ष पूर्व 2014 में संगरिया में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल था। 
July 21, 2020

सोनीपत में तिहरे हत्‍याकांड में आठ लोगों को मिली सजा,छह को उम्रकैद

सोनीपत में तिहरे हत्‍याकांड में आठ लोगों को मिली सजा,छह को उम्रकैद


सोनीपत। सोनीपत के तिहरे हत्‍याकांड में कोर्ट ने आठ लोगों को सजा सुनाई है। कोर्ट ने जिन लोगों को सजा सुनाई है उनमें तीन सगे भाई हैं जिनके साथ उनके पांच बेटों को भी सजा मिली है। इन सभी में छह दोषियों को उम्रकैद की सजा मिली है वहीं नाबालिगों को 14-14 साल का कारावास में भेजा गया है। यह सजा करनाल के जिला न्‍यायालय ने सुनाई है। कोर्ट ने इन सभी पर जुर्माना भी लगाया है।
July 21, 2020

सिरसा के चौटाला गांव में 35 राउंड फायरिंग, दो शराब ठेकेदारों को उतारा मौत के घाट

सिरसा के चौटाला गांव में 35 राउंड फायरिंग दो शराब ठेकेदारों को उतारा मौत के घाट


सिरसा। चौटाला गांव में देर रात दो शराब ठेकेदारों को गोलियों से भून डाला गया। मृतकों की शिनाख्त भारूखेड़ा निवासी मुकेश गोदारा व चौटाला निवासी प्रकाश पूनिया के रूप में हुई है। संगरिया बॉर्डर पर आछी ढाणी के नजदीक शराब ठेका है। दोनों ठेकेदार वहीं बैठे थे। देर रात पांच-छह लोग बाइक से आए और फायरिंग शुरू कर दी। दोनों को गोलियों से छलनी कर वे फरार हो गए। ठेकेदारों के साथी उन्हें सिरसा के सिविल अस्पताल ले गए,वहां डॉक्टर ने मृत करार दिया। पुलिस के अनुसार मौके पर 35 राउंड गोलियां चली हैं। सूचना पाकर डीएसपी कुलदीप सिंह बेनीवाल मौका पर पहुंचें।

पांच से छह लोगों ने हमला किया


संगरिया बॉर्डर पर स्थित आछी ढाणी के नजदीक शराब ठेका है। दोनों ठेकेदार वहीं बैठे हुए थे। इसी बीच 5-6 लोग बाइक पर सवार होकर आए। आते ही फायरिंग शुरू कर दी। दोनों को गोलियों से छलनी करने के बाद फरार हो गए। ठेकेदारों के साथी दोनों को उपचार के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल में ले गए थे,डॉक्टर ने दोनों को मृत करार दिया। पुलिस के अनुसार मौके पर 35 राउंड गोलियां चली हैं। 

फिर डबल मर्डर के छींटे


चौटाला में डबल मर्डर की कहानी नई नहीं है। हत्या का जैसा ढंग सोमवार को अपनाया गया। ठीक वैसा ही 11 जनवरी 2017 को पीके गोदारा के किन्नू प्लांट पर अपनाया गया था। उस वक्त हुई फायरिंग में चौटाला निवासी अमित सहारण उर्फ घन्ना तथा सतबीर पूनिया की हत्या हुई थी।

दोहरे हत्याकांड में शामिल था प्रकाश पूनियां


बताया जाता है कि प्रकाश पूनियां 6 वर्ष पूर्व 2014 में संगरिया में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल था। छात्र संघ चुनाव के दौरान उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अँधाधुंन्ध फायरिंग करके डबवाली के गांव सक्ताखेड़ा निवासी अमनदीप उर्फ सोनू बिश्नोई तथा जंडवाला बिश्नोईयां निवासी संदीप बिश्नोई उर्फ पेट्रोल की हत्या कर दी थी।

संगरिया बॉर्डर पर शराब ठेके पर बैठे प्रकाश पूनिया तथा मुकेश गोदारा पर करीब 35 राउंड गोलियां चली गई। गोली लगने से दोनों की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गोली चलाने वालों का पता नहीं चल पाया है। -डीएसपी कुलदीप बैनीवाल, डबवाली
July 21, 2020

सबसे ऊंची चोटी पर बसे गांवों में बनेंगे आठ उप स्वास्थ्य केंद्र,किसानों ने दान की थी जमीन

सबसे ऊंची चोटी पर बसे गांवों में बनेंगे आठ उप स्वास्थ्य केंद्र,किसानों ने दान की थी जमीन

सबसे ऊंची चोटी पर बसे गांवों में बनेंगे आठ उप स्वास्थ्य केंद्र,किसानों ने दान की थी जमीन दो साइटों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी, तीसरी की तैयारी दशकों से रुकी फाइलों को लगी हवा,इलाके में उप स्वास्थ्य केंद्र बनाने का निरीक्षण

हरियाणा। हरियाणा की सबसे ऊंची चोटी के लोगों को भी जल्द ही स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। दशकों से अधिकारियों के कार्यालयों में धूल फांक रही आठ उप स्वास्थ्य केंद्र की फाइलों से धूंल हटने लगी है। इन आठ उप स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण व जगह के चयन को लेकर डिप्टी सीएमओ संदीप जैन की अध्यक्षता में टीम गठित कर दी गई है। टीम ने मामले को प्राथमिकता देते हुए पिछले दो सप्ताह के दौरान राजी टिकरी व टीपरा पंचायत में निरीक्षण कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है। वहीं तीसरा उप स्वास्थ्य केंद्र टिक्कर ताल में बनाया जाना निर्धारित है। इसका भी निरीक्षण टीम जल्द करेगी। आपको बता दें कि तीनों जगहों पर किसान दशकों पहले जमीन दान कर चुके हैं। 

कहां-कहां बनाए जाने हैं उप स्वास्थ्य केंद्र


हरियाणा की सबसे ऊंची चोटी टीपरा के अलावा राजी टिकरी, टिक्कर ताल, पलासरा, मोरनी, कोठी कोटी, मांधना के अलावा धारला में ये उप स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाने हैं। उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण तभी करवाया जा सकता है, जब पंचायत या फिर कोई व्यक्ति जमीन दान कर स्वास्थ्य विभाग के नाम पर करे। मोरनी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. उज्ज्वलजीत सिंह ने बताया कि उन्हें अभी तक राजी टिकरी, टीपरा व टिक्कर पंचायतों का पता लगा है, जिनमें ग्रामीणों ने विभाग के नाम पर जमीन दी है। जैसे ही अन्य सब सेंटर के ग्रामीण जमीन दान करते हैं तो वहां की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज देंगी।

केंद्रों के निर्माण से ग्रामीणों को होगा फायदा


एकमात्र स्वास्थ्य केंद्र मोरनी में 23 पंचायतों के ग्रामीण अपने इलाज को आते हैं। ऐसे में उन्हें एक तरफ 30 किलोमीटर का सफर भी तय करना पड़ता है। जिसमें समय के साथ आर्थिक नुकसान भी होता है। उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण से दुर्गम इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को समय पर इलाज मिलेगा और पैसा व समय की बचत होगी।
July 21, 2020

5 करोड़ की डकैती की वारदात: जुआरी और झोलाछाप डॉक्टर निकले गोल्ड लोन कंपनी में पांच करोड़ की डकैती

5 करोड़ की डकैती की वारदात:जुआरी और झोलाछाप डॉक्टर निकले गोल्ड लोनकंपनी में पांच करोड़ की डकैती के मास्टरमाइंड आरोपियों से बरामद 52.25 लाख रुपए और गहने


पानीपत। सनौली रोड पर भीम गौड़ा मंदिर के पास स्थित गोल्ड के बदले लोन देने वाली इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड (आईआईएफएल) के ऑफिस में हुई 5 करोड़ रुपए के गहनों की डकैती हुई थी। पुलिस ने खुलाया किया कि 4 साल पहले दाऊद मनमोहन नगर में किराए पर रहकर फैक्ट्री में काम करता था। जुए में कर्जदार होने पर वह परिवार सहित अपने गांव चला गया। इमरान उसका खास दोस्त है। दोनों का झोलाछाप डॉक्टर मित्र था। जो वारदात के समय बिजेंद्र के मकान में क्लीनिक चलाता था। मामा राजीव का भांजे बिजेंद्र के घर आना-जाना था। पानीपत से जाने के बाद दाऊद दोस्त सन्नी व इमरान से मिलने आता था। तब पांचों आरोपियों ने गैैंग बनाकर शॉर्टकट तरीके से रुपए कमाने के लिए डकैती की साजिश रची। करीब दो माह तक रैकी की। इस दौरान लोन लेने के बहाने पहले सन्नी व दाऊद और फिर बिजेंद्र व इमरान करीब 8 बार ऑफिस में भी गए। वहां की हर स्थिति से वे बाकिफ थे। दाऊद यूपी से 3 हथियार खरीदकर लाया। तब 29 जनवरी 2018 की सुबह 10 बजे दाऊद के दोस्त इमरान, राजीव और बिजेंद्र ने बैंक में घुसकर अकॉउंटेंट सोनिया,सीनियर कैशियर भारत भूषण और महिला स्वीपर मुकेश उर्फ गुड्‌डी को पिस्तौल के बल पर बंधक बनाया। लॉकर खुलवाकर वे 16 किलो 665 ग्राम सोने के गहने और 2.45 लाख रुपए कैश लूटकर ले गए थे। तब सोनिया ने किला थाने में केस दर्ज कराया था। तब सोने की कीमत प्रति तोला करीब 30 हजार होने के कारण गहनों की कीमत करीब 5 करोड़ आंकी गई थी।

इसलिए एक सप्ताह तक बाहर नहीं गए


डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश कुमार वत्स ने बताया कि आरोपी इतने शातिर थे कि वारदात के बाद वे जिले से बाहर नहीं गए। उन्हें पता था कि पुलिस नाकाबंदी करेगी तो वे पकड़े जाएंगे। इसलिए कमरे पर गए और फिर दिन में जॉब करने भी गए। करीब एक सप्ताह बाद वे घूमने के लिए देहरादून व मसूरी गए थे। इसके बाद अपने-अपने घर चले गए। 5 दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी दाऊद व सन्नी को जेल भेज दिया गया। वहीं वारदात करने वाले इमरान, राजीव व बिजेंद्र 5 दिन की पुलिस रिमांड पर है। इनसे गहनों की बरामदगी करना बकाया है। वारदात करने वाले 3 आरोपी 10वीं व 12वीं पास हैं। चौथा बीए और पांचवां अनपढ़ है। 

किस आरोपी से क्या बरामद

डीएसपी ने बताया कि आरोपियों ने अपने-अपने हिस्से में आए डकैती के गहने बेच दिए थे। दाऊद के पास बची हुई राशि 12 लाख रुपए, इमरान से 14 लाख व 81.310 ग्राम ज्वेलरी,बिजेंद्र से 15 लाख व गहने बेचकर खरीद गई एक स्विफ्ट कार,बिजेंद्र के मामा राजीव से 10 लाख रुपए और सन्नी से 1 लाख 25 हजार रुपए बरामद हुए।

आरोपी जिले में फिर से वारदात की फिराक में थे


बैंक में फुटेज मिले थे,लेकिन एक आरोपी ने हेलमेट व दो ने चेहरे ढक रखे थे। इसलिए कुछ खास मदद नहीं मिली। बैंक के बाहर पुलिस को सिल्वर कलर की स्पलेंडर बाइक पर भागते 3 बदमाशों की फुटेज मिली। बाइक का नंबर एचआर06 एएम 3356 था। जांच में ये नंबर स्कूटी का निकला। तब पुलिस की जांच ठहर गई। कुछ समय पहले मुखबिर ने एक पुलिसकर्मी को एक नंबर दिया और बताया कि ये वारदात में शामिल हो सकता है। सीआईए-3 ने जांच की तो यह मोबाइल नंबर वारदात के समय मौके पर एक्टिव मिला। इससे साफ हो गया कि इस मोबाइल नंबर के आरोपी व उसके साथियों ने ही वारदात की है। तब से पुलिस उनके पीछे लगी थी। आरोपी सन्नी अब कृष्णा गार्डन के पास चौधरी क्लीनिक चला रहा था। जहां 14 जुलाई को पांचों आरोपी एकजुट होकर फिर से किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। तब मुखबिर की सूचना पर सीआईए-3 प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर, एसआई हरिप्रकाश, एएसआई कृष्ण, मुख्य सिपाही डिम्पी, रविन्द्र, बिजेन्द्र, जितेन्द्र, बलिन्द्र, सिपाही सहदेव, प्रवेश, संजय ने आरोपियों को दबोच लिया।

547 के गहने रखे थे, 518 के ले गए थे आरोपी


आईआईएफएल के ऑफिस में 547 लोगों ने अपने गहने गिरवी रखकर करीब 2 करोड़ 82 लाख रुपए का लोन ले रखा था। पिस्तौल के बल पर तिजोरी खुलवाकर बदमाश 518 लोगों के गहने बैग में भरकर ले गए थे। बैग में जगह नहीं होने के कारण 29 लोगों के गहने तिजोरी में छोड़ गए थे।
July 21, 2020

सावन में चढ़ा सियासी पारा: भाजपा को अध्यक्ष ढूंढने में लगे 2 महीने, 6 साल बाद भी

सावन में चढ़ा सियासी पारा:भाजपा को अध्यक्ष ढूंढने में लगे 2 महीने,6 साल बाद भी 


सावन में चढ़ा सियासी पारा:
भाजपा को अध्यक्ष ढूंढने में लगे 2 महीने,6 साल बाद भी कांग्रेस का जिलों में संगठन नहीं जेजेपी इकाई भंग करके ढूंढ रही दूसरे पदाधिकार इनेलो फिलहाल अपना कुनबा बढ़ाने में लगी

चंडीगढ़। बरोदा उपचुनाव से पहले प्रदेश के राजनीतिक दलों ने अपने-अपने संगठनों को मजबूत करना शुरू कर दिया है। भाजपा ने अपना नया प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ को बनाया है, जिसे तलाशने में भाजपा को करीब 2 महीने लग गए। वहीं, प्रदेश कांग्रेस आपसी गुटबाजी के चलते 6 साल से जिला स्तर पर कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाई है। इधर, जेजेपी ने एक साल पूरा होने से पहले ही कार्यकारिणी को भंग कर दिया है और अब नए पदाधिकारियों की ढूंढने में जुट गई है। इनेलो फिलहाल अपना कुनबा बढ़ाने में लगी है। 
उल्लेखनीय है कि सितंबर-अक्तूबर में बरोदा उपचुनाव होने की संभावना है। हालांकि अभी तारीख तय नहीं है, लेकिन संगठन के मामले में कोई दल कमजोर नहीं रहना चाहता। कांग्रेस के गढ़ में भाजपा कमल खिलाने के लिए रणनीति बना रही है, तो दूसरे दल भी तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, कांग्रेस पहले ही शैडो मंत्रिमंडल बनाकर सत्ताधारी गठबंधन को घेरने का ऐलान कर चुका है। 

भाजपा में अभी संगठन महामंत्री बनाना बाकी


अचानक प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने से ओपी धनखड़ उत्साह से भरा है। उन्होंने पंचकूला में पूर्व महामंत्रियों के साथ बैठक की। हालांकि अभी पार्टी द्वारा संगठन महामंत्री भी हरियाणा में नियुक्त किए जाने हैं, लेकिन सप्ताहभर में प्रदेश में कई नई नियुक्तियां हो सकती हैं। प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि पहले ही नियुक्तियों में देरी हो चुकी है। सभी से विचार-विमर्श करने के बाद नई नियुक्तियां होंगी। संगठन को लेकर भाजपा किसी तरह की कोर कसर नहीं छोड़ेगी। माना जा रहा है कि भाजपा जिला स्तर पर भी नए अध्यक्ष बनाने के लिए तैयारियों में जुटी हुई है। 

कांग्रेस में 2014 के बाद से नहीं हुई नियुक्ति


कांग्रेस में प्रदेश के बड़े नेताओं की आपसी गुटबाजी के कारण करीब छह साल से जिला स्तर पर कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पाया। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक तंवर और हुड्‌डा ने कई बार कोशिश की, जो सिरे नहीं चढ़ पाई। सभी गुट अपने कार्यकर्ताओं की पैरवी करते रहे। संगठन में जिला या स्टेट लेवल की नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। तंवर को हटाने के बाद कुमारी सैलजा को प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया। उनका कहना है कि जिलाध्यक्ष समेत अन्य नियुक्तियां होनी हैं। अब देरी नहीं होगी। 

जेजेपी जल्द करेगी नियुक्तियां


अभय चौटाला से विवाद के बाद जन्मी जेजेपी को कार्यकारिणी बनाए एक साल भी नहीं हुआ। उसने भी संगठन को भंग करके नए पदाधिकारी ढूंढने शुरू कर दिए हैं। प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि 15 अगस्त तक सभी नियुक्तियां कर दी जाएंगी। 

इनेलो कुनबा बढ़ाने में जुटी


कभी सत्ता में रही और पिछले विस  चुनाव में एक विधायक तक सिमटी इनेलो फिलहाल अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है। प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने कहा कि पहले 22 जुलाई से सदस्यता अभियान चलाएंगे। इसके बाद नई नियुक्तियों पर देखा जाएगा।
July 21, 2020

हरियाणा में अगले महीने से स्‍कूल खोलने की तैयारी में सरकार,अन्‍य राज्‍याें का इन्‍कार

हरियाणा में अगले महीने से स्‍कूल खोलने की तैयारी में सरकार,अन्‍य राज्‍याें का इन्‍कार


चंडीगढ़। हरियाणा में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ के बावजूद प्रदेश सरकार अगले महीने स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की तैयारी में जुटी है। पड़ोसी प्रदेश पंजाब,उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश जहां संक्रमण का खतरा कम होने तक स्कूलों को खोलने के लिए तैयार नहीं,वहीं राजस्थान में सितंबर में स्कूल खोलने की संभावनाएं तलाशी जा रही। ऐसे में हरियाणा में स्कूल खोलने को लेकर जल्दबाजी पर सवाल उठने लगे हैं।

स्कूल खोलने पर अलग-थलग पड़ा हरियाणा


अधिकतर अभिभावक और शिक्षक संगठन चाह रहे कि कोरोना के मामले कम होने के बाद ही स्कूल खोले जाएं। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ने सभी राज्यों से स्कूल खोलने की संभावनाओं पर रिपोर्ट मांगी है। इसके जवाब में दिल्ली के बाद केवल हरियाणा ही इकलौता राज्य है जिसने अगस्त से स्कूल खोलने की सिफारिश की है। हालांकि कोई अंतिम निर्णय लेने से पहले ऑनलाइन सर्वे कराया जा रहा है जिसमें अभिभावकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, स्कूल प्रबंधकों और अन्य हितधारकों से रायशुमारी की जा रही है।

सभी राज्यों का अगस्त में स्कूल खोलने से इन्कार


सर्वे में शामिल लोगों को नाम-पते और मोबाइल नंबर के साथ सुझाव देने होंगे कि क्या वर्तमान परिपेक्ष्य में स्कूल खोले जाने चाहिए या नहीं। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के लिए स्कूल कब से खोले जाएं। नौवीं और ग्यारहवीं, छठी से आठवीं, प्राथमिक और पूर्व प्राथमिक स्कूलों को कब खोला जाए। सभी कक्षाओं के लिए अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और इससे भी आगे का विकल्प दिया गया है।

ऑनलाइन सर्वे में लिया जा रहा अभिभावकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, स्कूल प्रबंधकों का फीडबैक

हरियाणा के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर की योजना है कि 15 अगस्त में गांवों के सरकारी स्कूलों को खोल दिया जाए। इसके लिए विभागीय स्तर पर मंथन शुरू हो गया है कि स्कूलों को खोलने के लिए क्या-क्या जरूरी कदम उठाए जाएं ताकि शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा सके। स्कूलों को सुबह-शाम की शिफ्ट में खोलने के लिए केंद्र से अनुमति मांगी गई है। शिक्षा मंत्री के मुताबिक अधिकतर प्राइवेट स्कूल शहरों में हैं। इन्हेंं खोलने में खतरा है क्योंकि बच्चे दूर-दूर से पढऩे आते हैं। इन स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं का समय कम किया जाएगा। पाठ्यक्रम कम करने की संभावनाएं पहले ही तलाशी जा रही हैं। शिक्षा मंत्री का तर्क है कि ऑनलाइन एजुकेशन में बच्चों को शारीरिक और मानसिक सहित कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए ऑनलाइन कक्षाओं के समय को कम करने पर विचार चल रहा है।

ट्रांसफर ड्राइव में शामिल हो सकेंगे नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षक

वर्ष 2017 में भर्ती प्राथमिक शिक्षक (पीआरटी) भी अब ऑनलाइन ट्रांसफर ड्राइव में शामिल हो सकेंगे। इसके लिए शिक्षा निदेशक प्रदीप कुमार ने तबादलों में तीन साल की शर्त हटाने के निर्देश दिए हैं। इससे प्राथमिक शिक्षक अब मनचाहे स्टेशन पर तबादला करा सकेंगे।