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Monday, August 24, 2020

August 24, 2020

कोरोना लैब तैयार:आज से आरटीपीसीआर लैब शुरू, रोज 500 सैंपलों की मिलेगी रिपोर्ट, तीन माइक्रो बायोलोजिस्ट, 10 एलटी संभालेंगे काम

कोरोना लैब तैयार:आज से आरटीपीसीआर लैब शुरू, रोज 500 सैंपलों की मिलेगी रिपोर्ट, तीन माइक्रो बायोलोजिस्ट, 10 एलटी संभालेंगे काम

जनता की लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण अब खतरनाक मोड पर आ गया है। मार्च में शुरू हुए महामारी काल के पहले 4 माह के दौरान केवल 118 कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद 5वें यानी जुलाई महीने में 301 संक्रमित मिले लेकिन सबसे ज्यादा अगस्त के केवल 22 दिन में 514 संक्रमित मिल चुके हैं। खतरा यहीं नहीं टला है, स्वास्थ्य विभाग के सूत्र कहते हैं यदि अब भी नहीं संभले तो 15 सितंबर तक जिला का कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1700 की संख्या को छू जाएगा। इसलिए सिरसा में काेविड-19 अस्पताल के विस्तार की प्लानिंग के साथ-साथ कोरोना टेस्टिंग लैब की शुरुआत भी सोमवार से हो जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते हैं कि अब कोरोना संक्रमण फैलने का कारण केवल और केवल जनता की लापरवाही है। स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर पर प्लानिंग करनी शुरू कर दी है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर जिला में सीरो सर्वे पूरा करवा लिया गया है। 16 टीमों ने 3 दिन के दौरान 850 सैंपल लिए और जांच रिपोर्ट तैयार की। सीरो सर्वे की गुप्त रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने सीधे सरकार और स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है। अब सरकार आगामी एक्शन लेगी।

स्वास्थ्य विभाग ने सिरसा सिविल अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग लैब स्थापित कर दी है। लैब में मशीनें भी स्थापित हो चुकी है। स्टाफ की ट्रेनिंग भी करवाई जा चुकी है। रविवार को सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन की उपस्थिति में आरटीपीसीआर कोरोना टेस्टिंग लैब में हवन का आयोजन किया। सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री औपचारिक तौर पर लैब की शुरुआत करेंगे। इस लैब में 3 माइक्रोबायोलोजिस्ट, 10 एलटी के अलावा अन्य पैरामेडिकल स्टाफ सदस्य काम करेंगे। शुरुआत में प्रतिदिन 500 सैंपल तक की जांच प्रतिदिन की जाएगी। इसके बाद जरूरत पड़ने पर लैब को 24 घंटे भी लैब को संचालित किया जा सकता है और टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाने के लिए लैब पूरी तरह तैयार है।
August 24, 2020

शिक्षा:हरियाणा बोर्ड में 6वीं से 8वीं तक अब बाल चित्रकला की जगह लगी कला सेतु पुस्तक, आधुनिक तकनीक के साथ लोककला व परंपरा को भी सिखाएंगे

शिक्षा:हरियाणा बोर्ड में 6वीं से 8वीं तक अब बाल चित्रकला की जगह लगी कला सेतु पुस्तक, आधुनिक तकनीक के साथ लोककला व परंपरा को भी सिखाएंगे

हमारे बाप-दादा ने जिस पुस्तक को देख सीखी चित्रकला, उसे अब 54 वर्ष बाद बदला

रोहतक : लेखन समिति के अध्यक्ष अहलावत ने कहा- पहले वाली पुस्तक केवल नकल करना सिखा रही थी, अब अभिव्यक्ति को आजादी मिलेगी


हमारे बाप-दादा 6 से 8वीं कक्षा में जिस बाल चित्रकला को पढ़कर कलाकार बने, अब 54 वर्ष बाद उसमें पूरी तरह बदलाव किया गया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के 6 से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों के हाथ में अब बाल चित्रकला की जगह दृश्य कला यानी विजुअल आर्ट की नई पुस्तक कला सेतु होगी। बरसों से किताब के ऊपर सुराही और डिब्बे की बनाते आ रहे विद्यार्थियों को अब नए वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ कला का सौंदर्यबोध कराना है।
पुस्तक को राष्ट्रपति अवॉडी ड्राइंग टीचर धर्मसिंह अहलावत, रमेश कुमार शर्मा और उनके साथियों ने करीब दो वर्ष के अनुसंधान में तैयार किया है। पुस्तक स्कूलों में पहुंच चुकी है। शिक्षा विभाग निशुल्क वितरण की तैयारी कर रहा है। मकसद बच्चों की प्रतिभा केवल चित्रों की नकल करने तक ही सीमित न रहे, बल्कि वे स्वयं को अभिव्यक्त करने में दक्ष बन सकें। पुरानी कला पुस्तक और बदलाव के साथ नई पुस्तक के सृजन की कहानी कला सेतु लेखन समिति के अध्यक्ष व सेवानिवृत अध्यापक धर्मसिंह अहलावत की जुबानी जानते हैं।
चार वर्ष के प्रयास के बाद मिली नई पुस्तक बनाने की मंजूरी, करीब दो वर्ष में 11 सदस्यीय टीम ने बनाई
मेरी पीढ़ी के सभी लोग हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की 54 वर्ष पुरानी बाल चित्रकला पुस्तक पढ़कर कला शिक्षक बने हैं। चूंकि हमने कला के क्षेत्र की और कोई पुस्तक न देखी न ही पढ़ी थी, ऐसे में हम इसी पुस्तक को पूर्ण व सही मानते थे। वर्ष 1986 में राष्ट्रीय कला संग्रहालय दिल्ली में 4 माह का आर्ट एप्रिसिएशन कोर्स करने का अवसर मिला, तब वहां देश-विदेश के चित्रकारों के मूल चित्र देखने, कला विशेषज्ञों व प्रसिद्ध चित्रकारों के लेक्चर के उपरांत मुझे लगा कि हमारी कला पुस्तक चित्रों की नकल करना भर सिखा रही है। जबकि दृश्यकला का मूल उद्देश्य अपने मौलिक विचार, दृष्टिकोण और अभिव्यक्ति के लिए बच्चों को तैयार करना है।
सीसीआरटी नई दिल्ली में वर्ष 2008 में 30 दिन के राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण में इस विचार को और मजबूत किया कि बच्चे परंपरा के वाहक हैं। एससीईआरटी गुड़गांव में वर्ष 2009 में कला शिक्षकों को प्रशिक्षण देते समय मैंने और रमेश कुमार शर्मा ने वहां के निदेशक के समक्ष कला की नई पुस्तक की अवधारणा रखी, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। फिर भी हमने नई पुस्तक के जुड़े रिसर्च वर्क को जारी रखा। वर्ष 2014 में गुड़गांव में ही वर्कशॉप के दौरान तत्कालीन निदेशक स्नेहलता अहलावत ने नई पुस्तक के प्रस्ताव को स्वीकारते हुए इस संबंध में चीफ सेक्रेटरी टीसी गुप्ता से हमें रूबरू करवा दिया। फिर तो उनकी सहमति मिलते ही नई कला पुस्तक का रचना विज्ञान आकार लेने लगा।
वर्ष 2018 में नई पुस्तक लेखन के बाबत प्रदेश भर के कला शिक्षकों को एससीईआरटी में आमंत्रित किया गया। 35 में से 11 कला शिक्षकों की लेखन समिति बनी। इसमें से 5 कला अध्यापक रमेश कुमार शर्मा, सुंदर, नीरज, जितेंद्र और मैं धर्म सिंह अहलावत रोहतक से हैं। हमारी टीम की सवा दो साल की साधना और अनुसंधान की बदौलत कला सेतु पुस्तक अस्तित्व में आई। एनसीईआरटी और सुपवा, रोहतक ने इसमें मार्गदर्शन किया। पुस्तक में शामिल आर्ट वर्क को कुछ कला अध्यापकों ने किया तो कुछ शक्ति सिंह आदि साथियों के सहयोग से किया गया। शिक्षा मंत्रालय की स्वीकृति के बाद अब 72 पृष्ठों की यह पुस्तक सभी सरकारी स्कूलों में पहुंच चुकी हैं। - धर्म सिंह अहलावत, सेवानिवृत कला अध्यापक व नेशनल अवॉर्डी, पुस्तक के लेखन समिति के अध्यक्ष
कला सेतु सृजन में इनका रहा अहम योगदान
रोहतक के कला टीचर सुंदर ने कला सेतु पुस्तक का आवरण चित्र और अंदर के मुख्य चित्रों की रचना की है। पुस्तक की थीम, रूपरेखा, प्रस्तुति और मार्गदर्शन में एनसीईआरटी कला विभाग की विशेषज्ञ प्रोफेसर ज्योत्सना तिवारी, सुपवा रोहतक से सलाहाकार के रूप में प्रोफेसर विनय कुमार, प्राध्यापक दीपक सिंकर, प्राध्यापक अतहर अली व प्राध्यापक उज्जवल का विशेष योगदान रहा। इनके अलावा जितेंद्र, रविंद्र दलाल, कोमल कटारिया, योगिता सतीजा, संगीता गुप्ता, कपूर सैनी, प्रदीप मलिक, रमेश यादव, नीरज सैनी, दीपक मोर, नरेंद्र डबास व अनिल अरोड़ा का भी योगदान रहा।
कला सेतु को अलग करतीं खूबियां

पुरानी पुस्तक बाल चित्रकला रेखा चित्रण तक सीमित है, जबकि नई पुस्तक कला सेतु संपूर्ण दृश्यकला की खूबियों को समेटे हुए हैं।
कला सेतु पुस्तक में विद्यार्थियों को पेंसिल के विभिन्न प्रकार के अनुसार जैसे 2बी, 4बी, 6बी आदि से चित्रण सिखाया गया है।
कला सेतु पुस्तक में विद्यार्थियों को मानव, प्रकृति और परम्परा आधारित अध्यायों में कला सामग्री को सम्मिलित किया गया है।
विद्यार्थियों को नई पुस्तक में अपनी लोक कलाओं सांझी, मधुबनी, वरली आदि से भी रूबरू करवाया गया है।
लोक कला को जिंदा रखने के लिए पुस्तक में ठाठिया, बीजणा, फुलझड़ी, बिंदरवाल, रंगोली आदि बनाना भी सिखाया गया है।
बच्चों को नई पुस्तक में प्रैक्टिस करने के लिए खाली शीट भी दी गई हैं। गतिविधियां करवाने के लिए निर्देशित किया गया है।
कला सेतु में देश व विदेश के विख्यात चित्रकारों का जीवन परिचय व उनकी कलाकृतियों को समेटा गया है।
August 24, 2020

बचाई की जान:शराब पीकर पीटता है बेटा, छोटी-छोटी बातों पर होता है क्लेश परेशान होकर 25 फुट गहरे कुएं में कूद गई 55 वर्षीय पार्वती

बचाई की जान:शराब पीकर पीटता है बेटा, छोटी-छोटी बातों पर होता है क्लेश परेशान होकर 25 फुट गहरे कुएं में कूद गई 55 वर्षीय पार्वती

घरेलू कलह से परेशान 55 वर्षीय महिला ने रविवार को चौ. बंसीलाल पार्क के पीछे बने 25 फुट गहरे कुएं में कूदकर खुदकुशी का प्रयास किया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और एएसआई देवेंद्र सिंह ने रस्सी के सहारे कुएं में उतरकर अन्य लोगों की मदद से महिला को कुएं से बाहर निकाला। महिला में बेटे का डर इस कदर था कि वह कुएं में भी बार-बार यहीं चिल्लाती रही कि उसे मरने दो बचाओ मत। महिला को रोहतक पीजीआई रेफर किया गया है।

सुबह आठ बजे बाबा जहरगिरि आश्रम की गली निवासी कुछ लोग बंसीलाल पार्क के पास बने एक कुएं के पास से गुजर रहे तो कुएं से महिला की आवाजें सुनाई दीं। लोगों ने कुएं के अंदर देखा तो एक महिला गिरी हुई थी। मामले की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी। सूचना पर दिनोद गेट चौकी प्रभारी एएसआई देवेंद्र सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे और आसपास के घरों से रस्सी मांगकर कुएं में उतर गए। सूचना पर दर्जनों लाेगों की भीड़ जमा हो गई। सीढ़ी की भी मदद ली गई और मौके पर ही लोगों ने बोरी व लकड़ी की मदद से महिला को कुएं से निकालने के लिए अस्थायी स्ट्रेचर बनाया। लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद महिला को कुएं से बाहर निकाला गया और उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।एएसआई देवेंद्र की बहादुरी: सूचना पाते ही पहुंचे और महिला को बचाया
सूचना मिलते ही एएसआई देवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों की मदद से रस्सी के सहारे महिला को बचाने के लिए 25 फुट गहरे कुएं में उतर गए। हालांकि कुएं में चार फुट ही पानी है। कुआं बरसों से बंद है और उसमें गंदा पानी जमा है। एएसआई रातभर नाइट डोमिनेशन के तहत ड्यूटी पर थे और सुबह पांच बजे घर पहुंचे थे, लेकिन सुबह आठ बजे उन्हें महिला के कुएं में गिरने की सूचना मिली तो वह तुरंत मौके पर पहुंचे और कुएं में उतरकर महिला की जान बचाई।
August 24, 2020

रोहतक : मदवि की पहली मेरिट लिस्ट 27, दूसरी दो सितंबर व तीसरी आठ सितंबर को

रोहतक : एमडीयू की पहली मेरिट लिस्ट 27, दूसरी दो सितंबर व तीसरी आठ सितंबर को

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट्स तथा एमडीयू-सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज, गुरुग्राम  के शिक्षा सत्र 2020-21 में चार, पांच, छह वर्षीय इंटिग्रेटिड, आनर्स पाठ्यक्रमों में दाखिलों के लिए दूसरी बार संशोधित शेड्यूल जारी किया है।

 रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट्स तथा एमडीयू-सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज, गुरुग्राम के शिक्षा सत्र 2020-21 में चार, पांच, छह वर्षीय इंटिग्रेटिड, आनर्स पाठ्यक्रमों में दाखिलों  के लिए दूसरी बार संशोधित शेड्यूल जारी किया है।
इससे पहले 10 अगस्त को दाखिला कार्यक्रम में संशोधन किया था। उसके मुताबिक 21 अगस्त को पहली वरीयता सूची जारी की जानी थी। इसके बाद दूसरी 28 अगस्त को और तीसरी मेरिट लिस्ट का डिस्पले 1 सितम्बर को किया जाना था। लेकिन प्रशासनिक कारणों की वजह से यह सब नहीं पाया तो दूसरी बार दाखिला कार्यक्रम में विश्वविद्यालय प्रशासन ने संशोधन किया है।
August 24, 2020

बुजुर्ग महिला मारपीट मामला : पुलिस ने आरोपित बहु व उसकी मां को किया गिरफ्तार

सोनीपत : बुजुर्ग महिला मारपीट मामला : पुलिस ने आरोपित बहु व उसकी मां को किया गिरफ्तार

शहर थाना क्षेत्र के सेक्टर-23 स्थित मकान में सास  को पीटने के मामले में आरोपित बहु व उसकी मां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं।


सोनीपत : शहर थाना क्षेत्र के सेक्टर-23 स्थित मकान में सास को पीटने के मामले में आरोपित बहु व उसकी मां को पुलिस ने गिरफ्तार  कर लिया हैं। आरोपित सरोज निवासी हमाऊपुर, ममता निवासी जुआं हैं। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश किया।
जहां से उन्हें करनाल जेल दिया गया। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं। सोशल मीडिया पर हुई वीडियों वायरल के बाद पुलिस ने बुजुर्ग महिला के बेटे के बयान पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
सेक्टर-23 निवासी रामेहर ने 22 अगस्त को शिकायत देकर बताया कि वह दूध सप्लाई करने का काम करता हैं। सुबह जल्दी घर से चला जाता हैं। घर पर उसके बच्चे व उसकी 82 वर्षीय मां रहती हैं। उसकी पत्नी स्वास्थ्य विभाग में नर्स के पद पर तैनात हैं। उसके साले ने उसे वीडियों भेजकर मारपीट करने व काम करवाने के मामले को लेकर अवगत करवाया।
August 24, 2020

पीटीआई भर्ती परीक्षा:4 अभ्यर्थियों से 8-8 लाख में किया पीटीआई परीक्षा में नकल कराने का सौदा, 5 गिरफ्तार

पीटीआई भर्ती परीक्षा:4 अभ्यर्थियों से 8-8 लाख में किया पीटीआई परीक्षा में नकल कराने का सौदा, 5 गिरफ्तार

पीटीआई भर्ती के परीक्षा केंद्रों पर कोरोना की गाइडलाइन का प्रयोग किया गया।

1983 पदों पर 9294 ने किया था आवेदन, नकल का प्रयास विफल दनौदा कलां का मंदीप जैमर ऑपरेटर बनकर पहुंचा था नकल करने

चंडीगढ : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से शारीरिक शिक्षकों के चयन के लिए आयोजित परीक्षा में नकल करवाने का प्रयास करने के आरोप में पुलिस ने चार परीक्षार्थियों सहित 5 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनमें दनौदा कलां वासी मंदीप जैमर ऑपरेटर कार्ड के साथ पकड़ा गया है। इस मामले में जहाजपुल स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पर्यवेक्षक की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने मंदीप के अलावा 4 परीक्षार्थी खांडाखेड़ी वासी विक्रम, नारनौंद वासी भूपेंद्र, हिसार के पटेल नगर वासी सुनीता, बड़छप्पर वासी युद्धवीर को गिरफ्तार किया है।
पर्यवेक्षक ने शक होने पर पुलिस कर्मियों की सहायता से मंदीप को पकड़कर तलाशी ली थी। इस दौरान उसके पास से जैमर ऑपरेटर कार्ड बरामद किया था। हालांकि वह नकल करवाने में सफल नहीं हो सका। मंदीप से पूछताछ में बाकी आरोपियों की संलिप्तता का खुलासा हुआ तो उन्हें भी काबू कर लिया। पूछताछ में आरोपी मंदीप ने खुलासा किया कि लितानी वासी रोहताश, खांडाखेड़ी वासी कपिल के साथ मिलकर सौदेबाजी हुई थी। परीक्षार्थियों को नकल करवाने के लिए 8-8 लाख रुपए में सौदा हुआ था। मंदीप ने परीक्षार्थी सुनीता को नकल करानी थी, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ओर से रविवार को आयोजित पीटीआई परीक्षा में 9294 में 7485 अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे। परीक्षा शांतिपूर्ण रही। जबकि बर्खास्त किए जाने पर परीक्षा का विरोध कर रही बर्खास्त पीटीआई की शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति का दावा है कि इनमें से परीक्षा देने केवल 120 अभ्यर्थी पहुंचे हैं। कुल 1983 पीटीआई की 2006 में शुरू हुई पीटीआई की भर्ती 2010 में पूरी हुई थी। इनमें 38 का निधन हो चुका है। कुछ रिटायर भी हो गए हैं। समिति का दावा है कि बाकी कोई परीक्षा देने नहीं गया। एचएसएससी के चेयरमैन भारत भूषण भारती ने बताया कि 9294 अभ्यर्थियों में पांच जिलों में 7485 अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे हैं।
नौकरी बहाली के लिए होगा संघर्ष, बराेदा से शुरू होगा पोल खोल अभियान
समिति, शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के प्रधान धर्मेंद्र पहलवान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष वजीर सिंह गागौली व शौर्य चक्र विजेता दिलबाग जाखड़ ने कहा कि बर्खास्त पीटीआई ने टेस्ट का बहिष्कार किया है। नौकरी बहाली के साथ सरकार की नीतियों की पोल खोलने को अभियान बरोदा से चलेगा।
August 24, 2020

एजुकेशन:नीट के लिए हरियाणा में सिर्फ दो सेंटर, वो भी सबसे संक्रमित गुड़गांव और फरीदाबाद में

एजुकेशन:नीट के लिए हरियाणा में सिर्फ दो सेंटर, वो भी सबसे संक्रमित गुड़गांव और फरीदाबाद में

कई बार अलग-अलग डेट पर भी हुआ है नीट, कोरोना काल में एक ही दिन में हरियाणा के करीब 75 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे


चंडीगढ़ : काेराेनाकाल के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा 13 सितंबर काे नीट और 1 से 6 सितंबर तक जेईई मेन्स कराए जाने की तैयारी है। नीट एक ही दिन में हाेगा और करीब 16 लाख अभ्यर्थी टेस्ट देंगे। हरियाणा के करीब 75 हजार अभ्यर्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। वहीं, जेईई मेंस के लिए 9 जिलों- पानीपत, करनाल, गुड़गांव, अम्बाला, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, सोनीपत, हिसार में सेंटर बनाए गए हैं। जबकि नीट के लिए राज्य में सिर्फ 2 सेंटर बनाए हैं।
वो भी सबसे ज्यादा संक्रमित गुड़गांव व फरीदाबाद में। इसलिए स्टूडेंट्स में परीक्षा से ज्यादा कोरोना का डर बना हुआ है। अनेक स्टूडेंट्स का सेंटर पंजाब, चंडीगढ़ में भी दिया गया है। यानी 200 किमी से ज्यादा का सफर करना पड़ेगा। बहुत से बच्चों ने एनटीए को ई-मेल कर प्रदेश में ही और सेंटर बनाने की मांग की है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि राज्य में कम से कम तीन-चार सेंटर और बनाने चाहिए, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।
विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि पहले कई मौकों पर नीट की परीक्षा अलग-अलग समय पर कराई गई है। अब कोरोना को देखते हुए ऐसा किया जा सकता है। साल 2013 में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के कारण नीट 10 से 15 दिन बाद हुआ था। 2016 में नीट-1 व नीट-2 अलग अलग हुए थे। 2019 में ओडिशा में चक्रवात के कारण बाद में परीक्षा ली गई थी।
छात्र बोले- कितनी सतर्कता बरत लें, रिस्क रहेगा, 15 अगस्त के प्रोग्राम टल सकते हैं, परीक्षा क्यों नहीं
सिरसा के हिमांशु का कहना है, 'मेरा सेंटर पंजाब के बठिंडा में आया है। बठिंडा भी पास नहीं है। कितनी भी सतर्कता बरतें, फिर भी रिस्क तो रहेगा। एनटीए की मेल पर हिसार में सेंटर बनाने की अपील की है। अनेक स्टूडेंट्स ने मेल किए हैं।' हिसार की किंजल कहती हैं, 'मैंने ग्लव्ज व मास्क लगाकर एग्जाम हॉल की तरह घर पर बैठकर देखा तो अहसास हो गया कि पेपर पूरा हो पाना कठिन है। मेरा सेंटर भी पंजाब में आया है। जब 15 अगस्त के प्रोग्राम पोस्टपोन हो सकते हैं तो परीक्षा क्यों नहीं।
परीक्षाएं टालने के लिए भूख हड़ताल, राहुल ने कहा-सरकार परीक्षार्थियाें के मन की बात सुने
काेराेना महामारी के बीच जेईई और नीट टालने की मांग के बीच ही रविवार काे देशभर में छात्राें ने एक दिन की भूख हड़ताल की। सीबीएसई पूरक परीक्षा के साथ यूजीसी-नेट, क्लैट, नीट और जेईई काे टालने की मांग काे लेकर हुई भूख हड़ताल में 4,200 विद्यार्थी शामिल हुए। उन्हाेंने साेशल मीडिया पर अभियान भी छेड़ दिया है। इन परीक्षार्थियाें और उनके माता-पिता का साथ विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'भारत सरकार विद्यार्थियों के मन की बात सुने और काेई सर्वमान्य समाधान निकाले।'