Breaking

Friday, May 8, 2020

प्रवासी घर वापसी- 3 विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों से 2400 को बिहार तो 1343 प्रवासी श्रमिकों को मध्यप्रदेश भेजा

(मनोज)चंडीगढ़, 7 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि अभी भी जो प्रवासी श्रमिक हरियाणा से अपने गृह राज्यों को लौटना चाहते हैं, प्रदेश सरकार द्वारा उनके लौटने की भी उचित व्यवस्था की जाएगी। इसी कड़ी में, हरियाणा से आज तीन विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों में 2400 प्रवासी श्रमिकों को बिहार और 1343 प्रवासी श्रमिकों को मध्यप्रदेश भेजा गया है। उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब भारतीय एक हैं। इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार के खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की पहल की है। देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है।

-अंबाला से कटिहार (बिहार) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी-
उन्होंने कहा कि अंबाला छावनी के रेलवे स्टेशन से 1200 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से बिहार के कटिहार में भेजा गया है, जिनमें कटिहार जिले के साथ-साथ सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, पूर्णिया के प्रवासी श्रमिक शामिल हैं। उन्होनें बताया कि इन प्रवासी श्रमिकों में अम्बाला जिले के 117, पानीपत के 23, भिवानी के 509, जीन्द के 512, फतेहाबाद के 25, हिसार के 7, कैथल के 8 प्रवासी श्रमिक शामिल हैं। अंबाला से निकली स्पेशल ट्रेन की प्रत्येक बोगी में प्रवासी श्रमिकों को सामाजिक दूरी के साथ बिठाया गया है। इससे पहले, रेलवे स्टेशन पर बसों के माध्यम से पहुंचे इन प्रवासी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई और अन्य निर्धारित मापदण्डों की पालना भी की गई।

-हिसार से मुज्जफरपुर (बिहार) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी-
इसी प्रकार, आज हिसार से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी को बिहार के मुज्जफरपुर के लिए रवाना किया गया। इस ट्रेन में हरियाणा के विभिन्न जिलों व क्षेत्रों में फंसे 1200 प्रवासी श्रमिकों को बिहार के मुज्जफरपुर के लिए रवाना किया गया है। उन्होंने बताया कि हिसार के रेलवे स्टेशन पर आज जींद, कैथल, गुरुग्राम, करनाल, भिवानी, नारनौल, पानीपत, अंबाला, रोहतक, झज्जर, यमुनानगर, हिसार, दादरी व हांसी के 1200 प्रवासी श्रमिकों को 37 बसों के माध्यम से लाया गया। आज श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार के आठ जिलों मुज्जफरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी व शिवहर के प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों के लिए रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि सफर के दौरान दिल्ली में इन्हें रेलवे द्वारा खाना उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके साथ ही ट्रेन के सभी डिब्बों में साबुन व सैनेटाइजर्स रखवाए गए हैं। ट्रेन में 6 महिला यात्री व बच्चे भी थे जिन्हें सॉफ्ट टॉय, बिस्कुट व चॉकलेट दी गईं।  

-रेवाड़ी से सागर (मध्य प्रदेश) के लिए रवाना हुई रेलगाड़ी-
उधर, आज सायं रेवाड़ी जंक्शन से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी 1343 प्रवासी श्रमिकों को लेकर सागर (मध्य प्रदेश) रवाना हुई और इन प्रवासी श्रमिकों को बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। उन्होंने बताया कि यहां से चलकर यह ट्रेन नॉन स्टॉप मध्य प्रदेश के सागर तक जाएगी। बीच रास्ते में किसी श्रमिक अथवा सवारी को नहीं बैठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सागर तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक प्रवासी श्रमिक को राज्य सरकार की ओर से टिकट उपलब्ध करवाया गया है।उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इन प्रवासी श्रमिकों को फूड पेकैट, पानी की बोतल, मास्क व सैनिटाईजर भी उपलब्ध करवाये गए और प्रवासी श्रमिकों के साथ जो बच्चे शामिल हैं उन्हें बिस्कुट भी उपलब्ध करवाए गए हैं।    

--श्रमिकों ने राज्य सरकार का किया आभार व्यक्त--
जैसे ही प्लेटफार्म से ट्रेन रवाना हुई, प्रवासी श्रमिकों ने खुशी से जयघोष किया और स्टेशन पर मौजूद सभी अधिकारी-कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। कई श्रमिकों ने बताया कि लॉकडाउन लागू होते समय उन्हें इस बात का अहसास नहीं था कि वे इस प्रकार फंस जाएंगे। राज्य सरकार ने गांवों से बसों के माध्यम से शैल्टर होम में अच्छी प्रकार से रखा।

-रेवाड़ी जंक्शन पर प्रवासी श्रमिक ओमपाल बोला जय हो हरियाणा सरकार-
 प्रवासी श्रमिक ओमपाल ने कहा कि वह रेवाड़ी में सपरिवार सरसों की कटाई के लिए आया था। लॉकडाउन होने के कारण यहां से नहीं जा सका। राज्य सरकार ने शैल्टर होम में रखा, अच्छा भोजन दिया, अब हरियाणा सरकार ने मुफ्त में घर भेजने की व्यवस्था कर दी, उन्होंने सीट बैठते ही- जय हो हरियाणा सरकार बोला।

-- रेवाड़ी जंक्शन पर प्रवासी श्रमिक बिशन बोला हरियाणा अच्छा, फिर लौटकर आऊंगा—
एक अन्य प्रवासी श्रमिक बिशन ने कहा कि हरियाणा के लोग अच्छे हैं वह यहां राजमिस्त्री का काम करने आया था। जिस गांव में वह रह रहा था, उस गांव में भोजन मिला, रहने के लिए नि:शुल्क कमरा दिया, कोई पैसा नहीं लिया, जब चलने लगा तो 200 रूपये भी जेब खर्च के लिए दिया। जब गांव में ग्राम सचिव ने बताया कि आपको घर निशुल्क भेजा जाएगा, अपना पंजीकरण करवाओ। उन्होंने कहा कि कोरोना जाने के बाद फिर हरियाणा आऊंगा।

No comments:

Post a Comment