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Thursday, May 7, 2020

दो महीने से राजस्व न के बराबर आर्थिक तंगी के बावजूद, एमएसएमई को देगे 6 महीने तक ब्याजमुक्त ऋण का लाभ- दुष्यंत चौटाला

प्रति श्रमिक 20,000 रुपये तक का मासिक वेतनमान होगा ब्याजमुक्त ऋण,250 करोड़ रुपये का होगा अतिरिक्त वित्तीय भार

(मनोज)चंडीगढ़, 7 मई- हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि कोविड-19 के चलते पूरे देश में औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियां रूकने के कारण पिछले दो महीने से राजस्व प्राप्तियां न के बराबर होने से आर्थिक तंगी के बावजूद भी हरियाणा सरकार ने लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यमियों को कार्यशील पूंजी ऋण पर छ: महीने तक ब्याज दर में राहत प्रदान करने का निर्णय लिया है ताकि संस्थान लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रति श्रमिक 20,000 रुपये तक का मासिक वेतनमान का भुगतान कर सकें।  

चरणबद्ध तरीके से औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियां की शरुआत
उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, जिनके पास श्रम एवं रोजगार विभाग का कार्यभार भी है, ने बताया कि लॉकडाउन अवधि के दौरान जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सहयोग से व केंद्र सरकार की हिदायतों के अनुसार औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से संचालित की जा रही है ताकि औद्योगिक उत्पादन आरंभ हो तथा अर्थव्यवस्था को पुन: पटरी पर लाया जा सके। उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन में एमएसएमई एक बड़ी भूमिका निभाता है और इसमें श्रमशक्ति का अहम योगदान रहता है। सरकार ने इसके मद्देनजर एमएसएमई को 6 महीने तक ऋण के ब्याज पर लाभ देकर राहत पहुंचाने का निर्णय लिया है और इससे सरकार पर लगभग 250 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा।  
घर जाने के इच्छुक मजदूरो को भेजेगे सुरक्षित एवं व्यवस्थित तरीके से 
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि एमएसएमई के श्रमिकों के साथ-साथ प्रवासी खेतिहर व अन्य प्रवासी मजदूरों की भी आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने में अहम भूमिका रहती है। सरसों व गेहूं की कटाई के बाद अब मंडियों में खरीद प्रक्रिया जोरों पर है। मंडियों में भी श्रमिकों की अधिक से अधिक आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि हालांकि लम्बी लॉकडाउन अवधि के चलते प्रवासी मजदूर अपने मूल राज्य में जाने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए भी प्रबंध किए हैं। विशेष रेलगाडियों की व्यवस्था की गई है। कल हिसार से बिहार में कटिहार तक लगभग 1200 मजदूरों को लेकर विशेष रेलगाड़ी भेजी है और इस रेलगाड़ी से जाने वाले प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भी कुछ मजदूरों से बातचीत की। इसी प्रकार, एक-दो दिन में अन्य रेलगाडिय़ां भी विभिन्न गंतव्य स्थलों पर भेजी जाएंगी। हरियाणा सरकार का प्रयास है कि अन्य राज्यों का ऐसा कोई भी मजदूर अपने घर जाने का इच्छुक है तो उसको सुरक्षित एवं व्यवस्थित तरीके से भेजने के प्रबंध किए जा रहे हैं।
लॉकडाउन के नियम निभाओ कोरोना भगाओ
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा के लगभग 3000 व्यक्ति लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे हैं, उन्हें वापस लाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है तथा कुछ लोग वापस लौट भी आए हैं।  
उन्होंने प्रदेश के लोगों से अपील भी की कि वे 17 मई तक लॉकडाउन अवधि की पालना पहले के दो चरणों की तरह करें और सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखकर अधिक से अधिक अपने घरों में रहें और कोरोना योद्धाओं का हौसला अफजाही तब तक बढ़ाते रहें जब तक कोरोना को हम पूरी तरह से भगा न दें।

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