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Friday, May 8, 2020

आईएएस अधिकारी रानी नागर का इस्तीफा हो सकता है नामंजूर, दुसरे कैडर मे भी भेजने की हो सकती है सिफारिश

(मनोज)चंडीगढ़। हरियाणा की आईएएस अफसर रानी नागर(Rani Nagar) का इस्तीफा प्रदेश सरकार ने नामंजूर कर दिया ।वहीं गुरुवार को फिर उन्होंने ट्वीट कर तहलका मचा दिया है। उनके त्‍याग पत्र से हरियाणा की सियासत गर्मा गई है। वहीं उत्‍तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती भी रानी नागर के समर्थन में खुलकर सामने आ गईं हैं।

हरियाणा सरकार ने आईएएस रानी नागर का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस्तीफे को न केवल अस्वीकार किया, बल्कि रानी का आईएएस कैडर उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश में बदलने की सिफारिश भी केंद्र सरकार से की है। 
ट्विटर पर डाली खाने में परोसी पिन की फोटो
रानी ने गुरुवार को ही ट्विटर पर यूटी गेस्ट हाउस में 13 दिसंबर 2019 को लंच में परोसी गई लोहे की पिन व शिकायत की फोटो भी डाली है। रानी ने लिखा है कि यूटी गेस्ट हाउस के कमरे में स्वयं खाना बनाने के लिए गैस व चूल्हा लगाना मना था। रुपये देकर यूटी गेस्ट हाउस से जो खाना खरीदती थी, उसे लोहे के पिन डालकर दिया जाता था। उनके इस आरोप से हड़कंप मच गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उस गेस्ट हाउस को जनता के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन मुझे और मेरी बहन रीना नागर को वहीं रखा गया। कर्फ्यू और लॉकडाउन में हमें वहां खाना भी नहीं मिला।उन्होंने लिखा कि, पैसे देने के बावजूद भी हमें खराब खाना दिया जाता था। तब मैंने और मेरी बहन ने तरल पदार्थ आदि से अपना गुजारा चलाया। उन्होंने ने लिखा कि,'बेहतर होगा कि आप मेरा इस्तीफा रोकने के आग्रह और आंदोलन न करें। मेरे इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। 


इस्तीफा रोकने बारे आग्रह व आंदोलन न करें तो सभी की हम पर बड़ी दया होगी
रानी नागर ने अपने फेसबुक पर गुरुवार नया पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि सभी से हाथ जोड़कर सादर विनती है मेरा इस्तीफा स्वीकार न किए जाने को लेकर आग्रह व आंदोलन न करें। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। अपने केस में न्यायपालिका में जाती रहूंगी। मेरे पास अभी रोटी खाने के लिए भी बहुत सीमित साधन हैं।

सभी से विनती है कि जितनी जल्दी मेरा इस्तीफा स्वीकार होगा, उतनी ही जल्दी तनख्वाह में से कटा हुआ एनपीएस फंड प्राप्त होगा, जिससे अपना रोटी का खर्चा चला पाऊंगी। इस्तीफा स्वीकार न होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं है। यदि मेरा इस्तीफा रोकने बारे आग्रह व आंदोलन न करें तो सभी की हम पर बड़ी दया होगी।

ट्विटर पर डाली खाने में परोसी पिन की फोटो
रानी ने गुरुवार को ही ट्विटर पर यूटी गेस्ट हाउस में 13 दिसंबर 2019 को लंच में परोसी गई लोहे की पिन व शिकायत की फोटो भी डाली है। रानी ने लिखा है कि यूटी गेस्ट हाउस के कमरे में स्वयं खाना बनाने के लिए गैस व चूल्हा लगाना मना था। रुपये देकर यूटी गेस्ट हाउस से जो खाना खरीदती थी, उसे लोहे के पिन डालकर दिया जाता था।

ज्ञात है कि आईएएस अधिकारी रानी नागर ने 4 मई को अपना त्‍यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह अपनी बहन के साथ उत्‍तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपने घर चली गई थीं। वहां वह 14 दिन के लिए एकांतवास में हैं। उनके त्‍याग पत्र से हरियाणा की सियासत गर्मा गई थी। वहीं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रानी नागर के लिए आवाज उठाई है।

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