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Wednesday, April 27, 2022

April 27, 2022

मंदिर के भवन पर चला भू-माफिया का हथौड़ा, आज होगी पंचायत

मंदिर के भवन पर चला भू-माफिया का हथौड़ा, आज होगी पंचायत

भिवानी : भू माफिया की नजर में पुराने व जर्जर मंदिर चढ गए हैं। हरियाणा की छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध शहर भिवानी में भू माफिया ने बंसीलाल पार्क के पीछे स्थित जर्जर शिवालय व उसके भवन को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर पहुंचे शहर व आसपास के लोगों ने तोड़फोड़ बंद करवा दी। साथ ही शहर के लोगों ने इस मामले में बुधवार को पंचायत बुलाई है। पंचायत के फैसले के बाद ही आगामी रणनीति तय की जाएगी। सर्व धर्म संस्था के संस्थापक ठाकुर रणधीर सिंह व करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र तंवर हालवास ने बताया कि कुछ लोगों ने बंसीलाल पार्क के पीछे स्थित एक शिवमंदिर व उसके पास बने कमरों को तोड़ने का प्रयास किया। उक्त लोगों ने ट्रैक्टर से भवन की दिवारों को गिराने का प्रयास किया। क्षेत्र के लोगों ने इसकी सूचना सर्व धर्म संस्था के संस्थापक ठाकुर रणधीर सिंह को दी। सूचना के बाद ठाकुर रणधीर सिंह मौजिज लोगों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दिवारों को तोड़ने के कार्य को रूकवा दिया। सर्व धर्म संस्था के संस्थापक ठाकुर रणधीर सिंह व करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र तंवर हालवास ने बताया कि उक्त मंदिर में लोग पूजा अर्चना के आते हैं। उन्होंने बताया कि करीब पौने दो सौ साल पहले मंदिर, कुआ, बावड़ी व धर्मशाला का निर्माण करवाया गया था। उक्त जगह पर लोग आकर विश्राम करते थे, लेकिन अब भू माफियाओं ने उक्त मंदिर को तोड़ने की साजिश रच डाली। जिसके तहत मंदिर को तोड़ने का प्रयास किया गया। जिसको लेकर शहर के लोगों में जबरदस्त रोष है। इसी मामले को लेकर बुधवार को शहर के मौजिज लोगों की पंचायत बुलाई जाएगी। जिसमें मंदिर को बचाने के लिए आगे की रणनीति तय की जाएगी।

Thursday, March 24, 2022

March 24, 2022

कैसे हाेंगी स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत, स्टाफ की कमी से जूझ रहे उपस्वास्थ्य केंद्र

कैसे हाेंगी स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत, स्टाफ की कमी से जूझ रहे उपस्वास्थ्य केंद्र
 जींद : वर्षों बीत जाने के बावजूद जिला के 36 उपस्वास्थ्य केंद्र पर एमपीएचडब्लू के पद स्वीकृत न होने से जिला की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। जिन उपस्वास्थ्य केंद्र पर एमपीएचडब्लू के पद स्वीकृत नही हैं उनमें से 18 उपस्वास्थ्य केंद्र केवल उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के विधानसभा उचाना के तहत आते है। इसी प्रकार सफीदों विधान सभा में सात, जुलाना विधान सभा में चार, नरवाना विधान सभा में चार और जींद विधान सभा के तीन उपस्वास्थ्य केंद्रों पर पद स्वीकृत नहीं हैं। इसी प्रकार अलेवा, डुमरखां खुर्द, तीन अर्बन पीएचसी मे स्वास्थ्य सुपरवाइजरों के पद भी अभी तक स्वीकृत न होने से स्वास्थ्य सेवाओं पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है। जींद शहर की सवा दो लाख से ज्यादा की आबादी मे स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए मात्र दो महिला एमपीएचडब्लू व छह पुरुष एमपीएचडब्लू तथा दो स्वास्थ्य सुपरवाइजर के नियमित पद स्वीकृत हैं। जबकि सरकार के नोरम अनुसार 24 महिला एमपीएचडब्लू व 24 पुरूष एमपीएचडब्लू तथा आठ स्वास्थ्य सुपरवाइजर के नियमित पदों की आवश्यकता है। इन स्वास्थ्य केंद्रो पर पदों को स्वीकृत करवाने के लिए सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा पिछले चार साल में 40 बार महानिदेशालय को पत्र लिखे जा चुके हैं परंतु स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री व उच्च अधिकारियों को लिखे जा चुके हैं पद स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ के प्रदेशाध्यक्ष राममेहर वर्मा ने कहा कि जिला मे सरकार द्वारा वषोंर् पहले स्वीकृत किए 36 उपस्वास्थ्य केंद्र में आजतक एमपीएचडब्लू के पद स्वीकृत नहीं किए गए हैं। 36 उपस्वास्थ्य केंद्रों पर एमपीएचडब्लू के पद स्वीकृत करवाने के लिए सुपरवाइजर संघ ने जिला मे स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से चलाने के लिए स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित जिला के सभी विधायकों व सांसदो को पत्र लिख कर पहले से स्वीकृत स्वास्थ्य केंद्रो पर एमपीएचडब्लू व स्वास्थ्य सुपरवाइजरों के नए पद स्वीकृत तथा समाप्त पदों को बहाल करवाने की मांग की है। इसके अलावा सभी विधायकों व सांसदों को भी पत्र लिखे गए हैं और जिला मे पहले से संचालित स्वास्थ्य केंद्रों पर पद स्वीकृत करवाने के अलावा जींद शहर मे सरकार के नोरम अनुसार 22 महिला एमपीएचडब्लू, 18 पुरूष एमपीएचडब्लू तथा चार स्वास्थ्य सुपरवाइइजर के नए पद स्वीकृत करवाने की मांग की है ताकि जनता को उनके घर द्वार पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।

Saturday, March 12, 2022

March 12, 2022

शरीर की तरह मन भी हो सकता है बीमार : डा. भोला

शरीर की तरह मन भी हो सकता है बीमार : डा. भोला
जींद : ( संजय कुमार ) ÷स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को मेंटल हेल्थ कार्यक्रम के तहत डीआरडीए के सामने हुडा काम्प्लेक्स में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के दौरान छात्रों को मानसिक तनाव के बारे में तथा इससे बचने के तरीकों से अवगत करवाया गया।
शिविर की अध्यक्षता डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने की। उन्होंने कहा कि किसी भी शारीरिक बीमारी के लक्षण दिखते ही हम तुरंत डाक्टर से सलाह लेते हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि शरीर की तरह कभी हमारा मन भी बीमार हो सकता है और उसे भी पूरी देखभाल की जरूरत होती है। शरीर की भांति हमारा मन भी अलग-अलग लक्षणों के जरिये इस बात का संकेत दे रहा होता है कि उसे कोई तकलीफ है, जिसे सही समय पर दूर करना आवश्यक है लेकिन जागरूकता के अभाव में लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं। डा. भोला ने कहा कि मेंटल हेल्थ को लेकर आज भी कई लोग इसके लक्षणों को जानबूझ कर नजरअंदाज करने की कोशिश करते हैं जो आगे चल कर किसी गंभीर मनोरोग का रूप धारण कर लेते हैं। अपने आसपास किसी व्यक्ति में यहां बताए गए लक्षण दिखाई दें तो वे बिना देर किए उसे क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट के पास ले जाएं। उन्होंने बताया कि कुछ नया पाने और कुछ खो जाने का डर हमें अपने जीवन में तनाव और डिप्रेशन की तरफ ले जाता है, इसीलिए इसे बचने की कोशिश करनी चाहिए और अपनी इच्छाओं पर कंट्रोल करना चाहिए। छात्रों को परीक्षा या किसी दूसरे काम को कभी भी मानसिक बोझ नहीं बनने देना चाहिए। छात्र जीवन में बच्चों को हर तरह के मानसिक तनाव से दूर रहना चाहिए।
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मैनेजर रवि, प्रदीप, स्टाफ नर्स अश्विन, संजीव कुंडू, नवीन कुंडू, अक्षय पहल, नवन शर्मा, अजिद्र पहल, ज्योति आदि मौजूद रहे।

Monday, February 28, 2022

February 28, 2022

तीन दिन चलेगा पॉलियो अभियान : देवी राम कौशिक

तीन दिन चलेगा पॉलियो अभियान : देवी राम कौशिक
जींद : ( संजय कुमार) -27 फरवरी रविवार को राष्ट्रीय पोलियो अभियान के पहले दिन गावँ रुपगढ़ की बाल्मीकि चौपाल में स्वास्थ्य कार्यकर्ता देवीराम कौशिक द्वारा पोलियो बूथ लगाया गया। जिसमें  कोविड 19 प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों ने बच्चो को बिना हाथ लगाए ही पोलियो की दो बूंद जिंदगी की पिलाई गई। स्वास्थ्य कर्मी ने जनता से अपील की की सभी मां बाप अपने 5 साल तक के सभी बच्चों को बूथ पर ले जाकर पोलियो की खुराक पिलाएं ताकि भारत  पोलियो मुक्त अभियान को सफल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि पहले यह प्रोग्राम जनवरी में होना था, लेकिन कोरोना काल को देखते हुए  केंद्र सरकार ने 27 फरवरी से इस अभियान की शुरुआत की। पोलियो अभियान तीन दिन चलेगा । 27 फरवरी को बूथ पर बैठ कर पांच साल तक के बच्चो को पोलियो खुराक पिलाई जाएगी और 28 फरवरी व एक मार्च को घर घर जाकर सर्वे करते हुए बच्चे हुए बच्चो को पोलियो की दो बूंद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पिलाई जाएगी। पोलियो मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी इस अभियान को लेकर काफी जागरूक हैं और इस अभियान को पूर्ण करने में पूरा योगदान दे रहे हैं। इस अभियान में आशा वर्कर ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी हैल्पर, NGO भी लगे हुए हैं। कौशिक ने बताया कि हम अपने बूथ पर बच्चो को बुलाने के लिए टीम मेम्बर घर घर जाकर अभिभावकों को जागरूक भी कर रहे हैं ताकि पांच साल तक का कोई भी बच्चा पोलियो खुराक पिये बिना न रहे। आज रुपगढ़ बूथ पर 220 बच्चो को पोलियो खुराक पिलाई गई। इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यशवंती, भूपन, कमला,राजकला,आशा वर्कर सुमन, रेखा,कलावती,अनिता, NGO अजय कुमार व चौकीदार पोटा राम मौजूद रहे।

Sunday, October 3, 2021

October 03, 2021

स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पखवाडे का किया आयोजन

स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पखवाडे का किया आयोजन
जींद, ब्यूरो -( संजय कुमार )÷स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पखवाड़े के तहत भिवानी रोड स्थित आश्रम पहुंचे और पहुंचे और वृद्धों को गरम पट्टी, फल, चश्मे व नी कैप वितरित किए। नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी फिजिशियन डा. नरेश वर्मा तथा डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने यहां वृद्धों के स्वास्थ्य को जांचा। उन्होंने कहा कि हमारे वृद्ध के पास अनुभव ही अनुभव है जिसका लाभ हम उठा सकते हैं जो हमारे जीवन को एक नई दिशा प्रदान कर सकता है। युवाओं को वृद्धों के पास बैठक कर उनके अनुभवों का फायदा उठाना चाहिए। वृद्ध हमारी परम्पराओं और आदर्शों को सहेजे हुए हैं। वहीं समाज में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण पुरानी परम्पराएं, मान्यताएं, संस्कृति, रीति-रिवाजछोड़ी जा रही हैं। इसी बदलाव के चक्कर में ज्यादातर बुजुर्ग खुद को परिवार एवं समाज से कटा हुआ एवं अकेलापन महसूस करते है। हमें चािहए कि हम घर, परिवार, आस-पड़ोस के बुजुर्गों के साथ समय बिताएं और उनका स्वास्थ्य वर्धक मनोरंजन करते रहें तथा उनके जीवन अनुभव का लाभ प्राप्त करें। डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि हमे वृद्धों का हमेशा मान-सम्मान करना चाहिए। उनके संघर्ष और जीवन के सबक को कहानी के माध्यम से जीवन में अपनाना चाहिए। हमारे बुजुर्गों का उत्साह, हौंसला, मनोबल कभी भी कम न हो, इसके लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। आज के समय में वृद्धों को सबसे ज्यादा जरूरत हमारे समय की है। इसलिए हमें अपना समय वृद्धों को अवश्य देना चाहिए।

Sunday, July 4, 2021

July 04, 2021

चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने बेहतरीन कार्य किया

कोरोना संक्रमण काल में सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने बेहतरीन कार्य किया : डॉ. मनजीत सिंह

जींद  : स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत व आमजन के सहयोग से जींद जिला अब कोरोना मुक्त होने की कागार पर है। नागरिक अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बनाए गए कोविड वार्ड में अब एक भी मरीज उपचाराधीन नहीं है। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर न आए, इसे लेकर शनिवार को 
यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में सीएमओ डा. मनजीत सिंह, एसएमओ डा. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने यज्ञ में आहूति डाली। यज्ञ को करणदेव शास्त्री ने संपन्न करवाया। सीएमओ डा. मनजीत सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों ने बेहतरीन कार्य किया जिसके चलते आज जिला कोरोना मुक्त होने की स्टेज पर है। पर अभी भी हमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी है और फिजिकल डिस्टेंसिंग व मास्क अवश्य पहनना है। एसएमओ डा. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को अगर रोकना है तो इसके लिए हमें पहले की तरह ही सतर्क रहने की आवश्यकता है। अगर हमने अब कोरोना को लेकर लापरवाही बरती तो तीसरी लहर के लिए हम स्वयं जिम्मेवार होंगे। उन्होंने कहा कि पहले की तरह अब भी कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों की सख्ती से पालना करनी है। वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल ने कहा कि यज्ञ से जहां वातावरण शुद्ध होता है वहीं इससे सकारात्मक ऊर्जा भी फैलती है। यह वातावरण के लिए सेनेटाइजर का काम करता है। इस मौके पर स्टाफ नर्स ज्योति, इंद्रो, वीना, कमलेश चहल, सरोज, सुनीता दूहन आदि मौजूद रही और यज्ञ में आहूति डाली।

Wednesday, April 21, 2021

April 21, 2021

हरियाणा में छिपाया जा रहा है कोरोना से होने वाली मौतों का सच? जितनी सरकार ने बताईं, उससे तीन गुना जली चिताएं

हरियाणा में छिपाया जा रहा है कोरोना से होने वाली मौतों का सच? जितनी सरकार ने बताईं, उससे तीन गुना जली चिताएं 

चंडीगढ़ :  प्रदेश सरकार कोरोना के गंभीर मरीजों के साथ मौतों का सच भी छिपाती दिख रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक प्रदेश में 260 लोगों की जान महामारी के कारण हुई है लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। अगर कोरोना से होने वाली मौतों का सच पता करना है तो श्मशान में जाकर शवों की गिनती कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह बनावटी आंकड़े जारी कर रहा है। स्वास्थ्य  विभाग की रिपोर्ट में मंगलवार को कोरोना से 41 मौतें बताई गईं। जबकि सभी 22 जिलों में श्मशान घाटों की पड़ताल में सामने आया कि एक ही दिन में कोविड प्रोटोकॉल से 115 दाह संस्कार हुए हैं। 

फरीदाबाद में सर्वाधिक 29 दाह संस्कार हुए, पर रिपोर्ट में सिर्फ 5 मौतें दिखाईं। सोमवार को सरकारी बुलेटिन में रोहतक जिले में किसी संक्रमित की मौत न होना बताया गया है। दूसरी ओर वैश्य कॉलेज रोड के श्मशान घाट में कोविड गाइडलाइंस के तहत मंगलवार  शाम को रोहतक से संबंधित पांच लोगों सहित आठ शवों का अंतिम संस्कार किया गया। सोनीपत में सिर्फ अप्रैल माह में 28 मौतें कोरोना से हुई है और शमशान भूमि में उनका कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ है।
हिसार में भी कल 11 मौतें कोरोना से हुई है लेकिन सरकारी बुलेटिन में 5 मौतें बताई गई है। जींद में भी कल 5 लोगों की मौत कोरोना से हुईं है लेकिन इन मौतों का कोई जिक्र नहीं है जबकि सभी का कोरोना प्रोटोकोट के हिसाब से किया गया है। गुड़गांव में 22 में से सिर्फ 4 मौतें दिखाई गईं। रोहतक में 12, पानीपत में 6 और पंचकूला में 3 दाह संस्कार हुए, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में एक भी मौत नहीं बताई गई। 

 राज्य में 24 घंटे में 8420 नए मरीज मिले हैं। सक्रिय मरीज 51,601 हो गए हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ने के कारण गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के बुखार, खांसी व जुकाम जैसे लक्षणों वाले मरीजों का कोरोना टेस्ट करना होगा। 

कोरोना की आरटीपीसीआर की जो जांच होती है उसके आंकड़े प्रशासन देता है लेकिन मरीज और प्राइवेट अस्पातल आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार नहीं करते हैं। वो रैपिड टेस्ट कराते हैं और उसकी रिपोर्ट के अनुसार ही अपना इलाज शुरु करा लेते हैं। रैपिड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने पर ब्लड टेस्ट मरीज और हॉस्पिटल की ओर से कराया जाता है और फिर सीटी स्कैन कराता है। इसके बाद इलाज शुरु हो जाता है। यही कारण है कि प्राइवेट अस्पतालों में मरीज खचाखच भरे हुए हैं और उनकी गिनती सरकारी आंकड़ों से गायब है। लेकिन  प्रशासन को कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को सही सही लोगों को बताना चाहिए। एक तो इससे विवाद नहीं होगा और दूसरा लोगों में भय फैलेगा और लोग सतर्क व सावधान रहेंगे। 

सीएम मनोहर लाल ने कहा, ‘पानीपत में 500 से 1000 बेड का कोविड अस्पताल बनाने के लिए डीआरडीओ से बात की है। इसका उपयोग इमरजेंसी में होगा। पिछले 10 दिन में कोरोना के नए मरीजों की संख्या रोज औसतन 11.39% की दर से बढ़ी है। 10 दिन में ही रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या करीब तीन गुना तक बढ़ चुकी है। 10 दिन में टेस्टिंग रोज औसतन सिर्फ 6.2% की दर से बढ़ी है। 90 हजार क्षमता के मुकाबले रोज औसतन 40 हजार सैंपलिंग। कई जगह वायल खत्म हो रही हैं। रिपोर्ट 2 से 7 दिन में आ रही। 10 दिन में पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो चुका है। 11 अप्रैल को 9.9% था। 20 अप्रैल को 18% रहा। 10 दिन में पॉजिटिविटी रेट औसतन 14.55% रहा। सोमवार को यह रिकॉर्ड 21% पर पहुंचा था।

Sunday, February 28, 2021

February 28, 2021

एक मार्च से टीका मार्च:60 साल से अधिक उम्र के लोग लगवा सकेंगे टीका, वैक्सीन लगवाने को कोविन एप पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

एक मार्च से टीका मार्च:60 साल से अधिक उम्र के लोग लगवा सकेंगे टीका, वैक्सीन लगवाने को कोविन एप पर करना होगा रजिस्ट्रेशन

पानीपत : जिले में काेराेना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। इसके बाद भी लाेग काेराेना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। यह लापरवाही भारी पड़ सकती है, क्योंकि शनिवार को भी काेरोना पाॅजिटिव के 10 नए केस आए है। बड़ी बात यह है कि लॉकडाउन के चौथे महीने जून-20 को भी फरवरी-21 ने पीछे छोड़ दिया है।
जून-20 के 30 दिनों में कोरोना के 138 केस आए थे, वहीं दूसरी ओर फरवरी-21 के 27 दिनों में ही अब तक 148 पॉजिटिव केस आ चुके हैं। यह फिर से खतरनाक होता जा रहा है, पड़ोसी जिले करनाल में रोजाना 30-35 की औसत से केस आ रहे हैं।
शनिवार को मॉडल टाउन, गीता कॉलोनी, रिफाइनरी टाउनशिप, मॉडल टाउन पुरुथी चौक व बिंझौल में पॉजिटिव केस मिले हैं। सिर्फ दो मरीज डिस्चार्ज किए गए। स्थिति गंभीर हो सकती है, क्योंकि न तो कहीं सख्ती नजर आ रही और न ही सजगता।
ये लापरवाही हो सकती है भारी, कोरोना गाइडलाइन का करें पालन
फरवरी 8वां ऐसा महीना है, जिसमें नए केस जून-2020 से ज्यादा मिले हैं। दाे लाेगाें की काेराेना से माैत भी हुई है। जिले में काेराेना के केस 10 हजार 885 हाे चुके हैं। इसमें 10 हजार 656 रिकवर हो चुके हैं। शनिवार को 368 सैंपल लिए गए हैं। 71 केस एक्टिव हैं। तीन केस अनट्रेस हैं। जिले मेें अब तक 155 लाेगाें की माैत हाे चुकी है।
*राहत: कोरोना का नया स्ट्रेन नहीं, 50 रिपोर्ट निगेटिव*
सीएमओ ने कहा कि काेराेनाे के नए स्ट्रेन काे जानने के लिए 5 प्रतिशत पाॅजिटिव सैंपल दिल्ली की लैब में भेज रहे हैं। जब भी 100 पाॅजिटिव सैंपलाें का स्लाॅट पूरा हाेता है, 5 पाॅजिटिव केस विभाग दिल्ली की लैब में भेज रहा है। अक्टूबर से अब तक लगभग 50 पाॅजिटिव सैंपलाें काे दिल्ली की लैब में भेज चुका है, इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।

*45 से ज्यादा उम्र के बीमार भी लगवा सकते हैं टीका, सरकारी अस्पताल में फ्री लगेंगे*

कल से वैक्सीनेशन का दूसरा फेज शुरू हो रहा है। मतलब कि आम पब्लिक वैक्सीन लगवा सकती है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हंै। 45 साल से अधिक उम्र वाले बीमार को ही टीके लगेंगे। वहीं, 60 साल वाले सभी को टीके लगेंगे। कुछ प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन लग सकती है, वहां एक डोज लगवाने पर 250 रुपए लगेंगे। जिले में अभी तक किसी प्राइवेट अस्पताल ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।
कुछ निजी अस्पतालों मसलन- प्रेम अस्पताल, पार्क अस्पताल, रविंद्रा अस्पताल, सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल, रेनबो अस्पताल और छाबड़ा अस्पताल में फ्रंट लाइन वर्करों की वैक्सीनेशन हुई है। 1 मार्च से लाेगाें के लिए काेविन एप शुरू हाेगा, इस पर खुद रजिस्ट्रेशन करना हाेगा। यह एप रविवार को खुल सकता है और लोग इसपर पंजीकरण करा सकते हैं।
*आयुष्मान योजना के पात्रों को मिल सकती है छूट*
नाेडल अधिकारी डाॅ. मनीष पाशी ने कहा कि हो सकता है कि आयुष्मान याेजना के लाभार्थियाें को निजी अस्पतालाें में टीका लगवाने पर भी कुछ छूट मिले। इस बारे में साेमवार तक पूरी गाइडलाइन मिलेगी। डॉ. पाशी ने बताया कि जिले में करीब 3 लाख लाेग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 45 या उससे ज्यादा है। लेकिन इनमें करीब सवा एक डेढ़ लाेगाें काे टीका लगना हैं क्याेंकि 60 से ज्यादा उम्र के 1 लाख 36064 लाेग हैं।
*गंभीर बीमारी होने का सर्टिफिकेट दिखाना होगा*
जिनकी उम्र 60 साल या ज्यादा है, उन्हें रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त भी आईडी कार्ड साथ रखना होगा। 45 से 60 साल के लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा, जिससे साबित हो सके कि वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। सरकार लिस्ट जारी करने वाली है कि किन गंभीर बीमारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

Friday, January 29, 2021

January 29, 2021

पीजीआई रोहतक के लिए नई कुलपति की तलाश शुरू

पीजीआई रोहतक के लिए नई कुलपति की तलाश शुरू

 चंडीगढ़ : रोहतक पीजीआई के लिए नए वीसी की तलाश शुरु हो गई है, इस संबंध में सूबे के गृह एवं सेहत मंत्री अनिल विज ने सर्च कमेटी गठित करने के लिए हरियाणा मेडिकल एजूकेशन विभाग के अफसरों को निर्देश जारी कर दिए हैं। सूबे के सेहत मंत्री विज जल्द से जल्द ही प्रक्रिया को पूरा करने के हक में हैं, वे पीजीआई रोहतक में कईं बड़े बदलावों के पक्षधर भी हैं ताकि उल्लेखनीय व पारदर्शी तरीके से कामकाज किए जा सकें।

गुरुवार को लगभग डेढ़ माह बाद में कोविड से ठीक होने के बाद आफिस आए हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस संबंध में एसीएस स्वास्थ्य और मेडिकल एजूकेशन एवं रिसर्च विभाग की एमडी से बातचीत कर जल्द ही वीसी के नए नाम प्रस्तावित करने के लिए सर्च कमेटी गठित करने को कहा है। इस संबंध में जल्द ही कदम उठा लिए जाने का आश्वासन भी अफसरों ने दे दिया है।

यहां पर उल्लेखनीय है कि पीजीआई रोहतक के वीसी का इसी साल मई में कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। खास बात यह है कि वर्तमान वीसी को एक बार एक्सटेंंशन भी मिल चुका है। इस तरह से आने वाले दिनों में पीजीआई रोहतक को नया वीसी मिलने की तैयारी शुरु हो गई है।

*स्वास्थ्य विभाग में होने वाले कामों के लिए इंजीनियरिंग विंग*

हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल एजूकेशन के तहत होने वाले कामों को लेकर आने वाले वक्त में स्वास्थ्य विभाग के तहत ही एक इंजीनियरिंग विंग गठित किए जाने का प्रस्ताव हरियाणा के स्वास्थ्य और गृहमंत्री की ओर से भेजा जा रहा है। उक्त विंग का गठन इसीलिए किया जा रहा है ताकि राज्य के विभिन्न जिलों अस्पतालों, कॉलेजों, मेडिकल कालेजों के निर्माण के वक्त वहां कामकाज की क्वालिटी पर नजर रखी जा सके। बाद में भी जरूरत के मुताबिक जांच पड़ताल की जा सके साथ ही विभाग की जरूरत के हिसाब से कामकाज की क्वालिटी भी हो। इस क्रम में भी विभागीय अफसरों द्वारा इंजीनियरिंग विंग के गठन के संबंध में जल्द ही प्रस्ताव तैयार कर सौंपने की बात कही है। 

Monday, January 18, 2021

January 18, 2021

जींद में हेल्थ वर्करों में वैक्सीन को लेकर डर , नहीं लगवा रहे टीका ?

जींद में हेल्थ वर्करों में वैक्सीन को लेकर डर , नहीं लगवा रहे टीका ?

जींद : देश के अलग -अलग राज्यों के अलग -अलग जिलों में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। बतादें कि हरियाणा का जींद जिला एक बार फिर से पीछे रह गया है। बताना लाजमी है कि हर जिले में एक वैक्सीनेशन सेंटर पर एक दिन में 100 लोगों को टीका लगना होता है ,लेकिन जींद जिले में पहले ही दिन हजारों कमिया सामने आ गई है। बतादें कि जींद जिले में पहले दिन 100 लोगों को टीका नहीं लग पाया। दरअसल जींद जिले के स्वस्थ कर्मचारियों में कोरोना वैक्सीन को लेकर भय भी सामने आ रहा है,जिसको लेकर आज टीका लगवाने के आदेश दिए गए है। 
कोरोना महामारी से जंग लड़ने के लिए सोमवार को तीन बूथों पर 300 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। जिन कर्मचारियों को वैक्सीन लगनी हैं उनको रविवार को ही मैसेज भेज दिए गए। मैसेज में कर्मचारियों को वैक्सीन लगने स्थान व समय के बारे में अवगत करवाया गया है। सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और घबराने की जरूरत नहीं है। पहले दिन के अभियान में जो कर्मचारी वैक्सीन लगवाने से वंचित रह गए हैं उनको दोबारा मौका दिया जाएगा।
नागरिक अस्पताल के एसएमओ डा. गोपाल गोयल ने कहा कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने तीन ट्रायल करके वैक्सीन को बनाया गया है और यह पूरी तरह से सुरक्षित है। वैक्सीन से हल्का बुखार, सिरदर्द या बदन दर्द आदि हो सकता है। ऐसे मामूली लक्षण किसी भी वैक्सीन को लगाने पर हो सकते हैं, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना महामारी से वैक्सीनेशन करके ही जीता जा सकता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वह वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं। उन्होंने पहले दिन खुद ही वैक्सीन लगवाई है और उनके सिर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
हालांकि कोरोना वैक्सीनेशन के पहले चरण में जींद जिला प्रदेशभर में फिसड्डी रहने पर डीसी डा. आदित्य दहिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान सॉफ्टवेयर में कुछ कमियां रही और जिन हेल्थ वर्करों को शनिवार को वैक्सीन लगनी थी, उनके पास मैसेज नहीं पहुंच पाए। इसके अलावा नरवाना में पहली वैक्सीन लैब टेक्नीशियन सुल्तान को लगी थी और उसको चक्कर आ गए थे। इसके चलते दूसरे कर्मचारियों में वैक्सीन को लेकर भ्रांति फैल गई। इसके चलते वहां पर 100 हेल्थ वर्कर्स में से केवल 30 को वैक्सीन लग पाई। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अलेवा में 30 आंगनबाड़ी वर्करों को वैक्सीन लगनी थी, लेकिन उन्होंने वैक्सीन लगवाने के बजाय वहां पर नारेबाजी कर दी।
 आंगनबाड़ी वर्करों के विरोध के चलते दूसरे कर्मचारी भी वैक्सीन लगवाने से पीछे हट गए और वहां पर 100 में से 51 हेल्थ वर्करों ने ही वैक्सीन लगवाई। जबकि जिला मुख्यालय पर शुरुआत में को-विन एप में चलने में दिक्कत रही। जहां पर कुछ हेल्थ वर्करों ने गंभीर बीमारी व महिला कर्मचारियों ने गर्भवती बताकर वैक्सीन लगवाने से मना कर दिया। सेक्टर आठ में पॉली क्लीनिक में बनाए गए बूथ पर 100 में से 76 लोगों ने वैक्सीन लगाई गई। इसके चलते जींद जिले में केवल 52 फीसदी हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लग पाई और जींद जिला वैक्सीन लगवाने के मामले में मेवात से भी पिछड़ गया। डीसी डा. आदित्य दहिया ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान जो खामियां सामने आई है उनको दूर कर दी है। पहले चरण में जिले में 4900 के करीब हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

Saturday, January 16, 2021

January 16, 2021

हुडडा के सैक्टर 8 स्थित पोलीक्लीनिक से की कोविड-19 राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान की शुरूआत

हुडडा के सैक्टर 8 स्थित पोलीक्लीनिक से की कोविड-19 राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान की शुरूआत

जींद 15 जनवरी  : (संजय कुमार )  डीसी डॉ० आदित्य दहिया व डीआईजी कम एसपी ओमप्रकाश नरवाल ने शनिवार को हुडा सैक्टर 8 स्थित पोलीक्लीनिक में कोविड-19 टीकाकरण सैशन साइट का शुभारंभ किया। कोविड-19 टीकाकरण सैशन साइट पोलीक्लीनिक सेक्टर-8 में सिविल सर्जन डॉ. मंजीत सिंह अस्पताल कर्मी आशा रानी ने सबसे पहले टीका लगवाकर टीकाकरण सैशन की शुरूआत की।
                       डॉ० आदित्य दहिया ने कहा कि आज से कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही जिला व प्रदेश के लोगों को कोरोना से मुक्ति मिलें। उन्होंने कहा कि  केन्द्र सरकार द्वारा किए गए अथक प्रयासों से ही बहुत की कम समय में कोविड वैक्सीन नागरिकों को उपलब्ध हो पाई है। सरकार के आदेशों की पालना में भारतीय वैज्ञानिकों व डॉक्टरों की टीम ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से कोविड वैक्सीन कार्य का शुभारंभ किया है, जिससे कोरोना महामारी से नागरिकों को निश्चित रूप से निजात मिलेगी।
           उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में 3०० स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है और टीकाकरण के साथ साथ कोविड-19 के दिशा निर्देशों की पालना जैसे फेस मास्क पहनना, उचित  दूरी और साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने की अपील भी नागरिकों से की। उन्होनें कहा कि सरकार द्वारा नागरिकों को निशुल्क बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जिला में नागरिकों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए दिन-रात मेहनत की है। डीसी ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 के टीकाकरण अभियान के लिए फैलाई जा रही भ्रांतियों से बचें। सरकार व स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइनों की पालना करें। राज्य सरकार नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए वचनबद्ध है।
सीएमओ डॉ. मंजीत सिंह व अस्पताल कर्मी आशा रानी ने  कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया। इसके उपरांत डीसी ने अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का भी जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में किसी प्रकार की कोई आवश्यक चीज की कमी है तो उसे तुरंत बताए ताकि समय रहते उसको पूरा किया जा सके ।  सीएमओ डॉ. मंजीत सिंह व डिप्टी सीएमओ डॉ० पालेराम कटारिया ने उपायुक्त व डीआईजी का स्वागत करते कोविड वैक्सीन के कार्य की विस्तृत जानकारी दी और नागरिकों को उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में अवगत करवाया। कोविड-19 टीकाकरण सत्र के दौरान मुख्य द्वार पर एक सुरक्षा कर्मी को खड़ा किया गया, जिसके पास पंजीकृत पात्र व्यक्तियों की लिस्ट थी। उसके द्वारा नाम का मिलान करके उसको टीकाकरण वाले कमरे में भेजा गया। उसके बाद वैक्सीनेशन ऑफिसर द्वारा लाभार्थी की आईडी की जांच करने के बाद डॉ० द्वारा उसका टीकाकरण किया गया। टीकाकरण के बाद लाभार्थी को 3० मिनट के लिए विशेषज्ञो की निगरानी में कक्ष में रखा गया, ताकि किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से बचा जा सके। टीकाकरण करने के बाद लाभार्थी को एक प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें टीकाकरण की दूसरी डोज जो 28 दिन बाद लगेगी की तिथि वर्णित है। सीएमओ डॉ०मंजीत ने कहा कि यह टीका असाध्य रोगियों ,स्तनपान करवाने वाली माताओ को,गर्भवति महिला व 18 वर्ष से कर्म उम्र के बच्चों को नही लगेगा। 

Saturday, November 7, 2020

November 07, 2020

धुम्रपान और शराब का सेवन दे सकता है कैंसर को बढ़ावा : डा. भोला

सही खान-पान व नियमित व्यायाम देता है कैंसर से बचाव : डा. संदीप

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

जींद : ( संजय तिरँगाधारी ) जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में सीएमओ डा. मनजीत सिंह के दिशा-निर्देशन में शनिवार को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने की जबकि वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल,
एनसीडी इंचार्ज डा. संदीप लोहान, चिकित्सा अधिकारी डा. अंजू अग्रवाल मौजूद रहे। 
डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि इंसान का शरीर एक मशीन की तरह होता है जो दिन-रात मशीन की तरह कार्य करता है। इसमें समय-समय पर कई तरह की बीमारियां उत्पन्न हो जाती हैं, जिनका समय रहते समाधान होना चाहिए। इन्हीं बीमारीयों में से एक बेहद जटील बीमारी है कैंसर। दुनियाभर में लाखों लोग प्रतिवर्ष इस जटील बिमारी की वजह से दम तोड़ देते हैं। यदि इस बीमारी का सही समय पर पता चले व समय पर इलाज शरू हो तो इस बीमारी का इलाज संभव है। डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने बताया कि कैंसर शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है। इसी प्रकार महिलाओं में स्तन  का कैंसर, योनि कैंसर और पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। इसी तरीके से कैंसर शरीर के त्वचा, ब्लड, ब्रेन, पेट, हड्डियों आदि में होने की संभावना अधिक होती है। डा. भोला ने कैंसर के कारणों के बारे में बताते हुए कहा कि खान-पान की बुरी आदतें, बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, गुटका, शराब का अधिक सेवन करना व कई तरह के रेडिएशन आदि से कैंसर की बीमारी होती है। कुछ  कैंसर अनुवांशिक भी हो सकते हैं। डा. भोला ने बताया की धुम्रपान में निकोटिन, कार्बन मोनोऑक्साइड व टार जैसे पदार्थ होते हैं जो कैंसर को जन्म देते हैं व इसके साथ-साथ हार्ट अटैक, लकवा, दमा, फेफड़े की बीमारी, नपुंसकता आदि बीमारियां धुम्रपान से हो सकती हैं। अगर हम अपनी जीवन शैली में थोड़ा भी परिवर्तन करते हैं तो कैंसर से बच सकते हैं। सही व देशी खान-पान का सेवन करें, जंक फूड खाने से बचें, धूम्रपान न करें, शराब का सेवन न करें, नियमित योगा व व्यायायम कैंसर बीमारी से बचाने में सहायक होते हैं। 
एनसीडी इंचार्ज डा. संदीप लोहान ने कहा कि कैंसर शरीर की आधारभूत इकाई कौशिका को प्रभावित करता है, किसी भी कैंसर पीडि़त व्यक्ति में तरह-तरह के कई लक्ष्ण हो सकते हैं। जैसे पेशाब में खून आना, खून की कमी की बीमारी, एनीमिया, खांसी के दौरान खून का आना, अचानक शरीर के किसी भाग से खून निकलना, स्तनों में गांठ, कुछ निगलने में दिक्कत होना, मीनोपॉज के बाद भी खून आना, भूख कम लगना, त्वचा में बदलाव महसूस होना, किसी अंग का अधिक उभरना या गांठ महसूस होना। इन लक्षणों वाले किसी भी व्यक्ति को अपने नजदीक के अस्पताल में अपनी जांच करवानी चाहिए ताकि समय रहते इस का इलाज हो सके। 
चिकित्सा अधिकारी डा. अंजू अग्रवाल व वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल ने बताया कि बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखे के सेवन से मुंह का कैंसर, फेफड़ों में कैंसर, गले का कैंसर, शराब का अधिक  सेवन करने वाले व्यक्ति को लीवर में कैंसर व किडनी कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए हर किसी को इन सब चीजों से दूर रहना चाहिए। इस मौके पर स्टाफ नर्स सुनीता, पूजा, फिजियोथेरेपिस्ट शीतल मौजूद रहे।

Saturday, June 20, 2020

June 20, 2020

वरिष्ठ नागरिक अपनी सेहत को रखें ख्याल, एम्स द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का करे अनुसरण व अनुपालना: उपायुक्त


वरिष्ठ नागरिक अपनी सेहत को रखें ख्याल, एम्स द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का करे अनुसरण व अनुपालना: उपायुक्त

रेवाड़ी, 20 जून : ( पंकज कुमार ) उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने जिला के वरिष्ठ नागरिकों का आह्वïान किया कि वे अपनी सेहत का पूरा ख्याल रखें और सरकार व अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स की ओर से 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के बुज़ुर्गों के लिए जारी की गई विशेष एडवाइजरी का अनुसरण व अनुपालना करके स्वयं को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखें। 
उपायुक्त ने बताया कि एडवाइजरी के अनुसार कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा वरिष्ठï नागरिकों को है। ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों को और अधिक सावधान रहने की जरूरत है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार की पहल पर एम्स नई दिल्ली ने वरिष्ठï नागरिक जो डायबिटीज, हाईपरटेंशन, क्रॉनिक हदृय, लीवर, किडनी, कैंसर, फेफड़ो, सीओपीडी या अन्य किसी बीमारी से पीडि़त हैं। ऐसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए एडवाइजारी जारी कर उन्हें सलाह दी गई है कि ऐसे वक्त में उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

क्या करें सीनियर सिटिजन

सीनियर सिटिजन को सलाह दी गई है कि घरों से बाहर न निकलें, घर में मेहमान के पास न जाएं, सोशल डिस्टेंसिंग अनुपालन करें। अपनी और अपने आसपास सफाई रखें। घर के भीतर रहकर खुद को एक्टिव रखें। योग व हल्के व्यायाम करते रहें। नाक-मुंह को ढककर रखें, गर्मी में पर्याप्त पानी पिएं। समय-समय पर हाथ धोते रहें। चश्मा व अन्य रोजाना काम में आने वाली चीजें भी साफ करते रहें। घर का बना पौष्टिक खाना खाएं और इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखने के लिए ताजा जूस पिएं, डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई लेते रहें। बुखार ,सासं लेने में तकलीफ,खांसी, जुखाम आदि होने पर अपने नजदीक के अस्पताल में ईलाज करवाएं। अगर घर में कोई सदस्य नहीं होने पर वीडियो कॉलिंग से बात करें। अच्छा समय बिताने के लिए अपनी पुरानी हॉबी पेंटिंग, मूजिक, रीडिंग आदि को फिर अपनाएं।

क्या ना करें सीनियर सिटिजन

एडवाइजरी में बताया गया है कि वरिष्ठï नागरिक खांसी, जुकाम, पीडि़त,सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे व्यक्ति के पास न जाएं,। भीड़ वाले स्थान पर न जाएं। खांसी व छींक आने पर अपने हाथों को दूर रखें। आखं,नाक व मुंह पर हाथ न लगाएं। अपनी मर्जी से कोई भी दवा नहीं लें। किसी से हाथ या गले नहीं मिलें। घर में एकदम अकेले, आइसोलेट होकर भी न रहें। अगर किसी से मिलना बहुत जरूरी हो, तो उससे कम से कम एक मीटर दूर रहें। सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखें। जहां तक संभव हो मोबाइल से दूर रहें। अपनी चीजें दूसरों को न छूने दें। छींकने या खांसने वाले लोगों से दूरी बनाकर रखें। बार-बार आंख, नाक व चेहरे को नहीं छूएं। फिलहाल रुटिन चेकअप के लिए अस्पताल जाने से बचें। डॉक्टर से टेलीफोन पर परामर्श लें।
वरिष्ठï नागरिकों की देखभाल करने वालों के लिए भी एडवाइजरी
एम्स ने वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करने वालों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया है कि वरिष्ठï नागरिक की मदद करते समय हाथ अच्छी तरह धोंए, अपने मुंह नाक को कवर करें,वरिष्ठï नागरिक की चेयर, वाकिंग केन, वॉकर आदि को साफ रखें। वरिष्ठ नागरिकों को स्वच्छ रहने के लिए मदद करें। यह सुनिश्चित करें वह ठीक तरह से खाना व दवाई आदि ले रहे हैं।
एडवाइजरी में वरिष्ठï नागरिकों की देखभाल करने वालों से कहा गया है अगर खांसी,जुकाम, बुखार व सांस लेने में तकलीफ आदि बिमारी होने पर वरिष्ठï नागरिक नजदीक न जाएं और बिना हाथ धोंए वरिष्ठ नागरिक को टच न करें।

Saturday, June 13, 2020

June 13, 2020

अब चाय, कॉफी नहीं आयुर्वेदिक देसी काढ़ा है लोगों की पहली पसंद, आयुर्वेदिक देसी काढ़ा इम्युनिटी पावर बढ़ाने में सहायक

अब चाय, कॉफी नहीं आयुर्वेदिक देसी काढ़ा है लोगों की पहली पसंद, आयुर्वेदिक देसी काढ़ा इम्युनिटी पावर बढ़ाने में सहायक

(पंकज कुमार) रेवाड़ी, 11 जून। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना से बचाव के लिए लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है, जिसके अनुसार दिन में कम से कम एक बार काढ़ा पीने से व्यक्ति काफी हद तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकता है। 
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अजीत सिंह ने बताया कि कोरोना के बाद लोगों की जीवनशैली में बदलाव आया है। हर कोई अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में जुटा है ताकि कोरोना के साथ-साथ अन्य बिमारियों से भी बचाव हो सके । इम्युनिटी बूस्टर के प्रति लोगों में तेजी से जागरूकता बढ़ी है। इससे कोरोना ही नहीं, कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पहले जो लोग सुबह अपने दिन की शुरूआत कॉफी व चाय की चुस्की से करते थे, वह अब आयुर्वेदिक देसी काढ़ा उनकी पहली पंसद बन गया है। लोगों का मानना है कि ये उनकी जिंदगी में बूस्टर का काम कर रहा है।

--यह है काढ़ा बनाने की विधि

आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई विधि के मुताबिक ऐसे आपको काढ़ा बनाना है। घर में जितने सदस्य हैं उतना कप पानी लें और उसे चूल्हे पर उबालना शुरू करें। जब पानी गर्म हो जाए तो आंच धीमी करें और उसमें तुलसी पत्ता, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का और गुड़ डाल दें। सभी सामग्रियों को डालने के बाद जब पानी खौलने लगे तो इसे छान लें और इसमें नींबू निचोड़ दें। इस काढ़े को दिन में अगर आप दो बार पी लें। इस काढ़े को पीने से आप कोरोना समेत कई अन्य बीमारियों से आसानी से लडऩे में सक्षम हो जाएंगे।

--काढ़ा बनाने में इन सामग्रियों का करें प्रयोग

सबसे अच्छी बात यह है कि काढ़ा बनाने के लिए जरुरी वस्तुओं में से ज्यादातर चीजें हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं। काढ़ा बनाने के लिए आपको तुलसी के पत्तें, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़, नींबू को प्रयोग करना होगा। इसके अलावा भारत के देसी नुस्खे जैसे तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दाल चीनी, अजवाइन, गिलोय आदि का काढ़ा पीने से भी कोरोना से काफी हद तक बचा जा सकता है।

Wednesday, June 3, 2020

June 03, 2020

आयुष चिकित्सा पद्घति में बढ़ा आमजन का विश्वास, अब चाय की चुस्की की जगह देसी काढ़ा बना लोगों की पसंद

--आयुर्वेदिक देसी काढ़ा इम्युनिटी पावर बढ़ाने में सहायक



रेवाड़ी (पंकज कुमार) 2 जून। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना से बचाव के लिए लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पीने की सलाह दी जा रही है, जिसके अनुसार दिन में कम से कम एक बार काढ़ा पीने से व्यक्ति काफी हद तक कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकता है। 
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ अजीत सिंह ने बताया कि कोरोना के बाद लोगों की जीवनशैली में बदलाव आया है। हर कोई अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में जुटा है ताकि कोरोना के साथ-साथ अन्य बिमारियों से भी बचाव हो सके । इम्युनिटी बूस्टर के प्रति लोगों में तेजी से जागरूकता बढ़ी है। इससे कोरोना ही नहीं, कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पहले जो लोग सुबह अपने दिन की शुरूआत चाय की चुस्की से करते थे, वह अब आयुर्वेदिक देसी काढ़ा पीना पसंद कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि ये उनकी जिंदगी में बूस्टर का काम कर रहा है।

--काढ़ा बनाने में इन सामग्रियों का करें प्रयोग

सबसे अच्छी बात यह है कि काढ़ा बनाने के लिए जरुरी वस्तुओं में से ज्यादातर चीजें हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाती हैं। काढ़ा बनाने के लिए आपको तुलसी के पत्तें, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का, गुड़, नींबू को प्रयोग करना होगा। इसके अलावा भारत के देसी नुस्खे जैसे तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दाल चीनी, अजवाइन, गिलोय आदि का काढ़ा पीने से भी कोरोना से काफी हद तक बचा जा सकता है।

--यह है काढ़ा बनाने की विधि

आयुष मंत्रालय द्वारा बताई गई विधि के मुताबिक ऐसे आपको काढ़ा बनाना है। घर में जितने सदस्य हैं उतना कप पानी लें और उसे चूल्हे पर उबालना शुरू करें। जब पानी गर्म हो जाए तो आंच धीमी करें और उसमें तुलसी पत्ता, दालचीनी, काली मिर्च, सौंठ, मुनक्का और गुड़ डाल दें। सभी सामग्रियों को डालने के बाद जब पानी खौलने लगे तो इसे छान लें और इसमें नींबू निचोड़ दें। इस काढ़े को दिन में अगर आप दो बार पी लें । इस काढ़े को पीने से आप कोरोना समेत कई अन्य बीमारियों से आसानी से लडऩे में सक्षम हो जाएंगे।

--वरिष्ठï नागरिकों सहित 52 हजार संशवनी वटी वितरित की

डॉ अजीत ने बताया कि आयुष विभाग व जिलाधीश यशेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार आयुष के कोविड नोडल अधिकारी डॉ बसंत सोनी व उनकी टीम ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली संशमनी वटि शहर के विभिन्न स्थानों पर वरिष्ठï नागरिकों को वितरित की जा रही हैं। इससे पहले कोरोना की रोकथाम के लिए कार्य कर रहे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, सब्जी मंडी, पुलिस कर्मियों, सफाई कर्मियों सहित अन्य व्यक्तितयों को अभी तक 52 हजार संशमनी वटि दवाई वितरित की जा चुकी है। यह कार्य निंरतर जारी है। फिलहाल वरिष्ठï नागरिकों को संशवनी वटि दी जा रही है। डॉ बसंत ने बताया कि शहर में वार्ड एक वार्ड आठ में डॉ शिवजी धाकड़,वार्ड नौ से 16 तक डॉ राजेश सिरोहा, वार्ड 17 से24 तक डॉ अनुराग तथा वार्ड 25 से वार्ड 31 में डॉ गोविंद वरिष्ठ नागरिकों को संशवनी वटि वितरित कर रहे हैं। 

Saturday, May 30, 2020

May 30, 2020

हरियाणा में अब कैंसर व किडनी रोग से पीडि़त नागरिकों को 2250 रुपए प्रतिमाह मिलेगी पेंशन

चंडीगढ़, 30 मई- हरियाणा में अब कैंसर व किडनी रोग से पीडि़त नागरिकों को 2250 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से पेंशन देने का फैसला लिया गया है।
        इस मामले में हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री ओम प्रकाश यादव ने बताया कि इन नागरिकों को पेंशन देने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे नागरिकों को आर्थिक मदद देना बहुत ही जरूरी है। प्रदेश सरकार ने इनकी समस्या को सुनते हुए यह फैसला लिया है और यह बहुत ही सराहनीय कदम है। श्री यादव ने इस ऐतिहासिक फैसले पर मुख्यमंत्री का आभार भी जताया है।
        उन्होंने एक अन्य महत्वपूर्ण योजना का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के एक देश एक राशन कार्ड की अवधारणा को हरियाणा प्रदेश ने सबसे पहले सिरे चढ़ाने की शुरुआत की है। इस मामले में मुख्यमंत्री खुद अधिकारियों की बैठक ले चुके हैं।
        उन्होंने बताया कि अब दूसरे प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को हरियाणा में आने पर अलग से राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि उसी राशन कार्ड से वे यहां भी अपना राशन ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से ले सकेंगे। यह योजना उन सभी प्रदेशों के प्रवासियों के लिए शुरू हो जाएगी जिनके यहां राशन कार्ड को आधार कार्ड से ऑनलाइन जोड़ दिया गया है।
        उन्होंने बताया कि इस पहल से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के पात्र लाभार्थी एक ही राशन कार्ड का उपयोग करके देश में कहीं भी किसी भी उचित मूल्य की दुकान से अपने हिस्से का खाद्यान्न ले सकेंगे। हरियाणा ने इस संबंध में सभी प्रकार की तैयारियां कर ली हैं और अब जल्द ही लाभार्थियों को इस पोर्टेबिलिटी सिस्टम के तहत राशन वितरित किया जाएगा।
        श्री यादव ने बताया कि प्रवासियों के लिए यह व्यवस्था बहुत ही बेहतरीन साबित होगी। इससे जहां प्रवासियों को दूसरे प्रदेश में जाने के बाद राशन कार्ड नहीं बनवाना पड़ेगा वहीं पूरे सिस्टम में और अधिक पारदर्शिता आएगी।
        उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कृत संकल्प है।