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Monday, June 8, 2020

रामकुमार गौतम ने दुष्यंत पर फिर बोला हमला, जजपा का तो सौदा ए कुछ नहीं, दुष्यंत अकेला खा रहा मलाई

रामकुमार गौतम ने दुष्यंत पर फिर बोला हमला, 

जजपा का तो सौदा ए कुछ नहीं, दुष्यंत अकेला खा रहा मलाई

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नारनौंद। आज प्रदेश में लूट का खेल नीचे से ऊपर तक आपसी मिलीभगत से चल रहा है। मुख्यमंत्री को बेईमान लोगों से दूर रहना चाहिए। भाजपा एक बड़ी पार्टी तो है और जेजेपी का तो सौदा ए कुछ नहीं है, जिस दिन मैंने जेजेपी पार्टी ज्वाइन कि वह मेरे लिए काला दिन था। यह बात विधायक रामकुमार गौतम (MLA Ramkumar Gautam) ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि कोरोना से पूरे देश में नुकसान हुआ है और सबसे ज्यादा नुकसान तो लॉकडाउन में गरीब मजदूर को हुआ है। ये लोग भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। 

गौतम ने आरोप लगाया कि नारनौंद की अनाज मंडी में आढ़ती काफी परेशान है, क्योंकि पिछले दिनों फूड सप्लाई विभाग ने मिलीभगत करके ट्रांसपोर्ट का टेंडर एक आदमी को नाम छोड़ दिया था और मैंने यह मामला मुख्यमंत्री से जिला उपायुक्त तक के संज्ञान में डाला था, लेकिन उसके बावजूद भी यह टेंडर एक तरफा मंजूर कर दिया गया। बेईमान लोग ऊपर से नीचे तक इस ट्रांसपोर्ट के धंधे में शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि खाद्य आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने नारनौंद व बास के आढ़तियों को लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाने का काम किया है। सरकार इसकी भरपाई करें और यह भरपाई उन लोगों से करवाएं जोकि प्रदेश के नंबर वन चोर हैं। आढ़ती उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से भी मिले थे, उन्होंने उनकी एक ही नहीं सुनी। आज तो हालात ऐसे हैं कि दूध की रखवाली बिल्ली कर रही है। वो भी इस खेल में बराबर के भागीदार हैं।

दुष्यंत मिलाई खा रहे हैं 

उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि किसानों की गेहूं की फसल की पेमेंट 72 घंटे में हो जाएगी लेकिन वह आज तक नहीं हुई है। यह सरकार की बड़ी गलती है। यह सारा ताकत का खेल है। दुष्यंत सभी विभागों की मलाई खाने का काम कर रहे हैं। एक मंत्री के पास दस विभाग हैं, बाकी सभी खाली बैठे हुए हैं। यह सभी विभाग खाने पीने के लिए ही लिए हुए हैं। मैं जेजेपी में गलती से आ गया था और जिंदगी में विधायक बनकर उससे भी बड़ी गलती कर दी।

शराब घोटाले की जांच पर उठाया सवाल 

विधायक गौतम ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ईमानदार हैं, लेकिन शराब घोटाले की जांच एक ऐसे अधिकारी को सौंप दी, जोकि सही तरीके से न्याय नहीं कर सकता। अब इस घोटाले में कुछ भी तस्वीर साफ नहीं होगी। जो बड़े-बड़े मगरमच्छ इसमें शामिल थे वह सभी बाहर निकल जाएंगे। सरकार ने उन ठेकेदारों को नौकरी लगाने के लिए लाइसेंस भी हुए हैं, जोकि चोर हैं। सरकार जिन भी युवाओं को नौकरी लगाएं वह डीसी रेट पर ही लगाएं। ठेकेदारों के माध्यम से ना लगाया जाए।

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