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Wednesday, July 8, 2020

उच्चतर व तकनीकी शिक्षा विभाग की नई गाइडलाइन / स्टूडेंट्स के परीक्षा परिणाम के आंतरिक मूल्यांकन में 75% से अधिक अंक पर होगी जांच

मेरिट के लिए नहीं मिलेगा कोई मेडल या सर्टिफिकेट,जीजेयू समेत प्रदेश के 5 विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रकों ने लिया फैसला

हिसार : कोरोना के चलते प्रदेश के सभी कॉलेज व यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के पास करने का फैसला किया गया है। इसके अनुसार सभी कक्षाओं के बच्चों को प्रमोट कर खास कर फाइनल इयर विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम तैयार किए जा रहे हैं।
उच्चतर व तकनीकी शिक्षा विभाग की गाइडलाइन में है कि अगर किसी यूनिवर्सिटी व कॉलेज ने आंतरिक मूल्यांकन में विद्यार्थियों को 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक दिए तो उसके पिछले रिकॉर्ड को देखने के साथ ही जांच कराई जा सकती है। इस परीक्षा परिणाम के आधार पर किसी को मेडल व मेरिट प्रमाण-पत्र नहीं दिया जाएगा।
उच्चतर व तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा परिणाम जारी करने के लिए जो गाइडलाइन तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी वह प्रदेश की 5 मुख्य विवि के परीक्षा नियंत्रकों को सौंपी गई थी। दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. एमएस धनखड़ की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी। जिसमें कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकुम सिंह व डॉ. अंकेश्वर, एमडीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. बलजीत सिंधु, इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर के परीक्षा नियंत्रक डॉ. सुरेश धनेरवाल, गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार के परीक्षा नियंत्रक डॉ. यशपाल सिंगला शामिल थे।
जिसके अनुसार तैयार की गई गाइडलाइन विभाग को भेजी गई। जिसमें परीक्षा परिणाम घोषित करने के लिए उदाहरण दिए गए है। यदि किसी की री-अपीयर है और उसके अप्रैल, मई, जून में परीक्षा होनी थी तो उसका री-अपीयर का परीक्षा परिणाम भी औसत के आधार पर जारी किया जाएगा। इस तरह ही किसी की कक्षा के साल पूरे होने पर केवल री-अपीयर की परीक्षा देनी थी तो उसका परिणाम भी औसत के आधार पर जारी होगी।
ये हुई गाइडलाइन जारी
किसी काॅलेज ने आंतरिक मूल्यांकन में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक दिए तो उसके पिछले पूरे रिकाॅर्ड की जांच कराई जाएगी। प्रथम वर्ष या सेमेस्टर वालों का केवल आंतरिक परीक्षा के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा। केवल उन री-अपीयर वालों का औसत अंकों के आधार पर परीक्षा परिणाम जारी होगा जो अप्रैल, मई, जून 2020 की परीक्षा देने के लिए पात्र है।
पहले री-अपीयर का परीक्षा परिणाम जारी होगा और उसको भी शामिल करते हुए मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी होगा। जिस सेमेस्टर की पढ़ाई विद्यार्थी कर रहा होगा, उसका परीक्षा परिणाम घोषित करते हुए पिछले सभी सेमेस्टर का औसत निकाला जाएगा। प्रोजेक्ट, ट्रेनिंग, सेमिनार आदि के अंक यूनिवर्सिटी में संबंधित विभाग व काॅलेज देंगे। इस परीक्षा परिणाम के आधार पर किसी को मेडल व मेरिट प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा।
यूजीसी द्वारा गाइडलाइन के अनुसार फाइनल ईयर के विद्यार्थियों की परीक्षा जरूरी बताई गई है। परंतु प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए अभी इस मामले पर कोई नया फैसला नहीं आया है। जीजेयू के रजिस्ट्रार प्रो. हरभजन बंसल ने बताया कि उच्चतर शिक्षा निदेशालय से अभी तक कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। जब तक निदेशालय द्वारा कोई आधिकारिक पत्र नहीं दिया जाता तब तक विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला ही माना जाएगा।

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