ठगी के कई चेहरे:पहले सट्टेबाजी, फिर एलआईसी अधिकारी बन ठगे लोग, लॉकडाउन में मंदा हुआ धंधा तो बना फर्जी इनकम टैक्स कमिश्नर
शहर में फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर ज्वेलर्स से ठगी करने वाले गिरोह के सरगना मनीष वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को मनीष परिजनों के साथ समर्पण करने लिए पुलिस थाने में पहुंचा। पूछताछ की तो सामने आया कि मनीष वर्मा पहले सट्टेबाजी में व एलआईसी अधिकारी बनकर लोगों को ठगता था। लॉकडाउन के दौरान ओडिशा के एक व्यक्ति से मनीष वर्मा ने कॉल सेंटर से संपर्क कर उसकी लैप्स हुई एलआईसी की इंश्योरेंस पॉलिसी चालू करवाने के नाम पर 5 लाख ठगे थे। इस दौरान श्वेता वर्मा ने भी सहयोग किया था। इसी तरह विभिन्न प्रदेशों में उसने एलआईसी या फिर दूसरी इंश्योरेंस कंपनियों की पॉलिसी चालू करवाने, उन्हें मैच्योर होने पर राशि दिलवाने के नाम पर ठगी की है।
लॉकडाउन में धंधा मंदा हुआ तो उसने फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आईटीआर न भरने, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के आय से अधिक संपत्ति के फर्जी नोटिस तैयार कर तलाशी लेने की एवज में ठगने का काम शुरू कर किया। वह बड़ी टीम तैयार करना चाहता था, लेकिन पकड़ी गई दोनों युवतियां श्वेता व स्वाति के अलावा एक-दो और व्यक्ति ही जुड़ पाया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि श्वेता व स्वाति की जींद में ज्वेलर्स को ठगने की पहली वारदात थी, जिसमें वे सफल नहीं हो पाईं और मौके पर ही पकड़ी गई थीं।
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