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Thursday, September 17, 2020

पांडू पिंडारा के मेले पर लगाया था प्रतिबंध, फिर भी उड़ीं धारा 144 की धज्जियां

पांडू पिंडारा के मेले पर लगाया था प्रतिबंध, फिर भी उड़ीं धारा 144 की धज्जियां

जींद : ( गौतम सत्यराज ) कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रशासन द्वारा ठोस एतिहातिक कदम उठाए जा रहे है। इसी कड़ी में अमावस्या के अवसर पर 17 सितम्बर को सरकार ने ब्रह्मसरोवर पर स्नान करने वालों पर रोक लगा दी थी। इसी के तहत जींद के पांडू पिंडारा तीर्थ स्थल पर अबकी बार मेले के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। श्रद्धालुओं व लोगों को मेलों में पहुंचने से रोकने के लिए जिला की सीमाओं पर पुलिस द्वारा नाके लगाए गए थे। 

जिलाधीश डॉ आदित्य दहिया द्वारा मना किए जाने के बाद भी पांडू पिंडारा अमावस्या का मेला लगा लेकिन अबकी बार वो भीड़ नज़र नहीं आई जो हर बार नज़र आती थी, क्योंकि इस बार पांडू पिंडारा लगने वाले मेले में अधिक लोग इकट्ठा न हो, इसके लिए वहां धारा 144 भी लागू की गई थी। इसलिए कोई भी व्यक्ति पांडू पिंडारा तीर्थ स्थल पर न पहुंचे। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस मेले में श्रद्धालु फिर नज़र आए। 
थाना व चौकी प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए गए थे कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नाके लगाए। हां पर धारा-144 की अवहेलना में यदि कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसके विरूद्व आई पी सी की धारा 188 के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

तड़के से ही श्रद्धालुओं ने सरोवर में स्नान तथा पिंडदान शुरू कर दिया जो मध्यान्ह के बाद तक चलता रहा। इस मौके पर दूर दराज से आएं श्रद्धालुओं ने अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया तथा सूर्यदेव को जलार्पण करके सुख समृद्धि की कामना की।  श्रद्धालु पांडू पिंडारा तीर्थ पर स्नान के लिए पहुंचे यहां पर महिलाएं भी स्नान करने के लिए पहुंची थी | लेकिन यहां पर महिला पुलिस महिलाओ को स्नान करने से मना करती नज़र आई | 

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