नई शिक्षा नीति से आ सकता हैं बदलाव
जींद : जाईट कॉलेज में शिक्षा नीति पर प्रैस कॉन्फ्रेस कीं गई जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कीं गई जिसमें जींद शिक्षा सहयोग समिति के चेयरमैन शुभम जयहिंद ने बताया कीं नई शिक्षा नीति बच्चों में काफी बदलाव देखने को मिलेगा पुरानी शिक्षा नीति से बच्चों को क्या करना हैं यही नहीं पता होता था लेकिन नई शिक्षा नीति से अब बच्चा पाचवीं कक्षा तक अपनी मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण कर सकेगा और छटी कक्षा के बाद से ही जिस फील्ड में जाना चाहता हैं उसका वह अध्यन कर सकेगा ये अहम हैं जो देश कीं शिक्षा नीति काफी बड़ा बदलाव साबित होगा।जाईट ग्रुप के डायरेक्टर अभिषेक बंसल ने बताया कीं सरकार को प्राइवेट इन्स्टिट्यूशन में भी स्किल्स एजुकेशन के ऊपर डेवलपमेंट के ऊपर ध्यान देने कीं बहुत जरूरत हैं पेरेन्ट्स को गोल सैटिंग पर विशेष ध्यान देने कीं आवश्यकता हैं। प्रिंसिप्ल जसविंदर कौर ने बताया कीं सरकार को निजी स्कूलों कीं तरफ ध्यान देने कीं बहुत जररूत हैं क्युकी हर कोई एक दूसरे पर डिपेंड हैं जब बच्चे स्कूलों कीं फीस नहीं दें पा रहे तो निजी स्कूलों को स्टाफ कीं सैलरी देने में सक्षम नहीं हैं जिसके लिए सरकार को विशेष ध्यान देने कीं आवश्यकता हैं। वहीं ईशा जिंदल ने बताया कीं ऑनलाइन क्लास एक मिडिल क्लास के लिए बहुत बड़ी समस्या हैं बच्चों के अंदर इस से दुष्प्रभाव काफी देखने को मिल रहे हैं।
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