नेटवर्किंग कंपनी का फर्जीवाड़ा:बड़े होटलों में कार्यक्रम कर अमीर बनने और विदेश यात्रा का सपना दिखा फंसाते थे, कई राज्यों से जुड़े थे ओएलएस ह्वीज कंपनी में ग्राहक
सोने के सिक्कों का वादा कर 42 हजार लोगों से 16 करोड़ हड़पे : शिकायतकर्ता, पंजाब में रकम न चुकाने पर कंपनी के 2 एमडी गिरफ्तार, सीईओ फरार
जींद : ( गौतम सत्यराज ) ओएलएस ह्वीज नेटवर्किंग कंपनी पर पंजाब के बाद हरियाणा के भी 42 हजार से ज्यादा लोगों से निवेश के नाम पर करीब 16 करोड़ रुपए ठगने के आरोप हैं। पहले समय पर हो रही प्रोडक्ट की डिलीवरी से ग्राहकों को उम्मीद थी कि कोरोनाकाल खत्म होने के बाद उन्हें सोने की सिक्के की डिलीवरी मिल जाएगी, लेकिन कंपनी इससे पहले ही ऑफिस पर ताले लगाकर फरार हो गई। वहीं, कंपनी के फर्जीवाड़े की चपेट में पंजाब के भी हजारों लोग आए हैं।
17 जुलाई को जालंधर में ओएलएस कंपनी के एमडी रणजीत सिंह, गगनदीप सिंह व सीईओ गुरविंद्र सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हो चुका है। 21 जुलाई को पुलिस ने एमडी रणजीत व गगनदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन मामले का तीसरा आरोपी कंपनी का सीईओ गुरविंद्र सिंह फरार है। वर्ष 2014 से शुरू हुई ओएलएस ह्वीज कंपनी का नेटवर्किंग कारोबार वर्ष 2019 तक खूब चला। इस दौरान कई प्रदेशों से लोग इससे जुड़े लेकिन दिसंबर 2019 के बाद कंपनी निवेश की गई राशि पर न तो समय पर प्रोडक्ट दे पाई और न ही राशि वापस कर पाई। शिकायतकर्ता सज्जन सिंह ने दावा किया कि प्रदेश के 42 हजार से ज्यादा लोग पिछले साल दिसंबर 2019 तक कंपनी से जुड़ चुके थे, जिन्हें देखकर अन्य लोग फंस जाते थे।
कंपनी ने एक हजार रुपए की प्रतिमाह किस्त जमा कराने का काम किया। 11 किस्त ग्राहक द्वारा और एक किस्त कंपनी द्वारा जमा कराई जाती थी। किस्तें पूरी होने पर घरेलू इलेक्ट्राॅनिक्स प्रोडेक्ट्स देते थे। जो 50 नए ग्राहक जोड़ देता था, उसे डिस्ट्रीब्यूटर का पद मिलता था। प्रति किस्त 100 रुपए का कमीशन कंपनी देती थी। ज्यादा ग्राहक जोड़ने पर पदोन्नति दी जाती थी। वर्ष 2018 में कंपनी ने इलेक्ट्राॅनिक्स प्रोडक्ट के साथ सोने के सिक्के की स्कीम दी। किस्त 2 हजार रुपए कर दी गई। इस स्कीम के झांसे में ज्यादा ग्राहक आ गए। शुरुआत में कुछ ग्राहकों को 11 किस्तों के रूप में 22 हजार की राशि जमा कराने पर कंपनी द्वारा 24 कैरेट सोने के सिक्के भी दिए गए, लेकिन बाद में जुड़े काफी ग्राहकों को सोने के सिक्के नहीं मिल पाए।
रिश्ते में आरोपी जीजा-साला, किया पूरा फ्रॉड
ओएलएस ह्वीज नेटवर्किंग कंपनी को पंजाब के जालंधर के रहने वाले 3 जीजा-साला मिलकर चला रहे थे। पंजाब पुलिस ने एमडी रणजीत सिंह व गगनदीप को गिरफ्तार किया तो पता चला कि रणजीत और गुरविंद्र रिश्ते में गगनदीप के जीजा लगते हैं।
लालच में आ लोग जुड़े थे कंपनी से : डीएसपी
डीआईजी के आदेश पर जांच में सामने आया कि प्रदेश के दूसरे जिलों से भी काफी लोग ज्यादा कमाई के लालच में जुड़े हैं। कंपनी ने विदेश यात्रा से लेकर तरह-तरह के प्रलोभन दिए गए। पंजाब में भी ऐसा ही है-जितेंद्र सिंह, डीएसपी जींद।
अकेले जींद के 15 ग्राहकों ने पुलिस को दी शिकायत
कंपनी ओएलएस ह्वीज हजारों लोगों के करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गई। टारगेट पूरा होने पर विदेश यात्रा के लिए 50 हजार में वीजा लगवाने के नाम पर कंपनी ने खूब पैसे ऐंठे थे। जींद के 15 लोगों की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने जालंधर के एमडी रणजीत सिंह, गगनदीप सिंह व सीईओ गुरविंद्र सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पंजाब ओएलएस ह्वीज प्रा. लिमिटेड नेटवर्किंग कंपनी के ग्राहक रहे सज्जन मलिक, रमेश चंद्र मलिक, अरुण कुमार समेत 15 व्यक्तियों ने एसपी को पिछले दिनों शिकायत कर बताया था कि कंपनी चेन बनाकर ग्राहकों को पहले इलेक्ट्राॅनिक्स और फिर सोने के सिक्के बेचती थी। सोने के सिक्के के लिए हर ग्राहक से हर माह 2 हजार रुपए जमा कराती थी। कंपनी द्वारा 11 किस्तें जमा कराने पर एक किस्त उसके द्वारा जमा कराने का प्रावधान किया गया था। उनकी कई माह पहले ही किस्तें जमा करने का समय हो पूरा चुका है, लेकिन न तो प्रोडक्ट मिला और न राशि।
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