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Wednesday, October 14, 2020

बाल सुधार गृह से आरोपियों के फरार होने का मामला:लॉकडाउन के बाद अब तक नहीं बदला था शेड्यूल काउंसिलिंग ट्रेनिंग थी बंद, स्टाफ नहीं कर पाया हैंडल

बाल सुधार गृह से आरोपियों के फरार होने का मामला:लॉकडाउन के बाद अब तक नहीं बदला था शेड्यूल काउंसिलिंग ट्रेनिंग थी बंद, स्टाफ नहीं कर पाया हैंडल

हिसार : ऑब्जर्वेशन होम से 17 बाल आरोपियों के फरार होने के बाद प्रशासन अलर्ट है। चूक किस स्तर पर हुई, यह जानने आला अफसरों का अमला मंगलवार को वहां पहुंचा। डीसी, एडीसी, डीजी जेल, एसपी, सीडीपीओ सरिता यादव, डब्ल्यूसीडी अनीता दलाल ने ऑब्जर्वेशन किया है। जांच को सीसीटीवी फुटेज जुटा जा रहे हैं। डीसी ने एडीसी को जांच सौंपी है। पुलिस की टीमें फरार हुए 17 में से पकड़ में दूर 14 आरोपियों की तलाश में जुटी हैं।
अब हथियार बंद गार्द भी गेट पर तैनात कर दी गई है। इसी बीच हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग की चेयरपर्सन डॉ. ज्योति बैंदा ने मंगलवार को बाल सुधार गृह (ऑब्जर्वेशन होम) का निरीक्षण किया। गृह के सुपरिटेंडेंट कुलदीप सहित अन्य अधिकारियों से जानकारी हासिल की। जाना कि आखिर क्यों बाल आरोपी हमला करके फरार हुए। ज्योति बैंदा को यहां कई खामियां मिलीं।

*एडीसी के नेतृत्व में ये टीम करेगी जांच*

डीसी डॉ. प्रियंका सोनी का कहना है कि बाल सुधार गृह की पूरी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। वहां तैनात अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। बंदियों के फरार होने के मामले की जांच अब एडीसी अनीश यादव के नेतृत्व में गठित टीम करेगी। इस टीम में डीएसपी अभिमन्यु और डीपीओ डब्ल्यूसीडी अनीता दलाल को शामिल किया है। उपायुक्त ने कहा कि फरार 17 बंदियों में से 3 को गिरफ्तार कर लिया है तथा बाकी को पकड़ने के लिए भी सघन अभियान चलाया जा रहा है।

*हांसी बाइपास पर पकड़ा आरोपी बोला: बर्तन को तोड़कर बनाया था नुकीला हथियार*

हांसी पुलिस ने बाल सुधार गृह से फरार जिस बाल आरोपी को पकड़ा था उसने पुलिस को बताया कि बर्तन को तोड़कर नुकीला हथियार बनाया था। इससे भी कर्मियाें पर हमला किया था। हार्डकोर क्रिमिनल ने भागने की योजना बना रखी थी। वहां से भागने के बाद पैदल-पैदल हाईवे से छुपते-छुपाते हांसी बाइपास पहुंचा था। काफी थक गया था, तब पुलिस ने उसे देखकर पूछताछ की थी। उसने बताया कि फरार आरोपियों में से एक मैं भी हूं।

*घायल कर्मी बोले: एक आरोपी की एंट्री के लिए बीच वाला गेट खुला था*

बाल सुधार गृह में आरोपियों के हमले में कर्मी तलवेंद्र, सुनील और चंद्रकांत घायल हुए थे। इन्होंने बताया कि हम निहत्थे थे। उनका सामना कैसे करते। उन्होंने ग्रुप में हमला किया और मारते हुए चाबी छीनकर ताला खोलकर भाग गए थे। बीच वाला गेट किसी आरोपी की एंट्री के लिए खोला था। बाल आरोपियों को हाथ तक नहीं लगा सकते हैं। 97 आरोपियों की निगरानी व नियंत्रण के लिए स्टाफ भी ज्यादा होना चाहिए।

*सुरक्षा: बाहर हिसार पुलिस की गार्द तैनात*

डीजी जेल के. सेल्वराज ने बाल सुधार गृह के अंदर कर्मियों की संख्या को दोगुना कर दिया है। स्टाफ को सतर्क रहने की हिदायत दी है। वहीं घटना के बाद बाल सुधार गृह के बाहर भी सशस्त्र गार्द पुन: तैनात कर दी है।

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