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Wednesday, April 21, 2021

हरियाणा में छिपाया जा रहा है कोरोना से होने वाली मौतों का सच? जितनी सरकार ने बताईं, उससे तीन गुना जली चिताएं

हरियाणा में छिपाया जा रहा है कोरोना से होने वाली मौतों का सच? जितनी सरकार ने बताईं, उससे तीन गुना जली चिताएं 

चंडीगढ़ :  प्रदेश सरकार कोरोना के गंभीर मरीजों के साथ मौतों का सच भी छिपाती दिख रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक प्रदेश में 260 लोगों की जान महामारी के कारण हुई है लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। अगर कोरोना से होने वाली मौतों का सच पता करना है तो श्मशान में जाकर शवों की गिनती कराई जाए। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह बनावटी आंकड़े जारी कर रहा है। स्वास्थ्य  विभाग की रिपोर्ट में मंगलवार को कोरोना से 41 मौतें बताई गईं। जबकि सभी 22 जिलों में श्मशान घाटों की पड़ताल में सामने आया कि एक ही दिन में कोविड प्रोटोकॉल से 115 दाह संस्कार हुए हैं। 

फरीदाबाद में सर्वाधिक 29 दाह संस्कार हुए, पर रिपोर्ट में सिर्फ 5 मौतें दिखाईं। सोमवार को सरकारी बुलेटिन में रोहतक जिले में किसी संक्रमित की मौत न होना बताया गया है। दूसरी ओर वैश्य कॉलेज रोड के श्मशान घाट में कोविड गाइडलाइंस के तहत मंगलवार  शाम को रोहतक से संबंधित पांच लोगों सहित आठ शवों का अंतिम संस्कार किया गया। सोनीपत में सिर्फ अप्रैल माह में 28 मौतें कोरोना से हुई है और शमशान भूमि में उनका कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार हुआ है।
हिसार में भी कल 11 मौतें कोरोना से हुई है लेकिन सरकारी बुलेटिन में 5 मौतें बताई गई है। जींद में भी कल 5 लोगों की मौत कोरोना से हुईं है लेकिन इन मौतों का कोई जिक्र नहीं है जबकि सभी का कोरोना प्रोटोकोट के हिसाब से किया गया है। गुड़गांव में 22 में से सिर्फ 4 मौतें दिखाई गईं। रोहतक में 12, पानीपत में 6 और पंचकूला में 3 दाह संस्कार हुए, जबकि सरकारी रिकॉर्ड में एक भी मौत नहीं बताई गई। 

 राज्य में 24 घंटे में 8420 नए मरीज मिले हैं। सक्रिय मरीज 51,601 हो गए हैं। पॉजिटिविटी रेट बढ़ने के कारण गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के बुखार, खांसी व जुकाम जैसे लक्षणों वाले मरीजों का कोरोना टेस्ट करना होगा। 

कोरोना की आरटीपीसीआर की जो जांच होती है उसके आंकड़े प्रशासन देता है लेकिन मरीज और प्राइवेट अस्पातल आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार नहीं करते हैं। वो रैपिड टेस्ट कराते हैं और उसकी रिपोर्ट के अनुसार ही अपना इलाज शुरु करा लेते हैं। रैपिड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने पर ब्लड टेस्ट मरीज और हॉस्पिटल की ओर से कराया जाता है और फिर सीटी स्कैन कराता है। इसके बाद इलाज शुरु हो जाता है। यही कारण है कि प्राइवेट अस्पतालों में मरीज खचाखच भरे हुए हैं और उनकी गिनती सरकारी आंकड़ों से गायब है। लेकिन  प्रशासन को कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को सही सही लोगों को बताना चाहिए। एक तो इससे विवाद नहीं होगा और दूसरा लोगों में भय फैलेगा और लोग सतर्क व सावधान रहेंगे। 

सीएम मनोहर लाल ने कहा, ‘पानीपत में 500 से 1000 बेड का कोविड अस्पताल बनाने के लिए डीआरडीओ से बात की है। इसका उपयोग इमरजेंसी में होगा। पिछले 10 दिन में कोरोना के नए मरीजों की संख्या रोज औसतन 11.39% की दर से बढ़ी है। 10 दिन में ही रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या करीब तीन गुना तक बढ़ चुकी है। 10 दिन में टेस्टिंग रोज औसतन सिर्फ 6.2% की दर से बढ़ी है। 90 हजार क्षमता के मुकाबले रोज औसतन 40 हजार सैंपलिंग। कई जगह वायल खत्म हो रही हैं। रिपोर्ट 2 से 7 दिन में आ रही। 10 दिन में पॉजिटिविटी रेट दोगुना हो चुका है। 11 अप्रैल को 9.9% था। 20 अप्रैल को 18% रहा। 10 दिन में पॉजिटिविटी रेट औसतन 14.55% रहा। सोमवार को यह रिकॉर्ड 21% पर पहुंचा था।

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