युवाओं के वैक्सीनेशन का पहला दिन, टीकाकरण अभियान में उमड़ा जनसैलाब
चण्डीगढ़ : देश की सेना और खेलों में सर्वाधिक भूमिका निभाने वाले युवाओं ने घर की चौखट छोड़कर वैक्सीन सेंटरों में कदम रखा। इनके बढ़ते कदमों से मानो यही आवाज निकल रही हो, कि कोरोना हारेगा और हम ही जीतेंगे। प्रदेश में पहले दिन 18 से 44 वर्ष की आयु के 14 हजार से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन के टीके लगाए।
कई जिलों में वैक्सीन देरी से पहुंची, लेकिन युवा डटे रहे। युवाओं की लंबी लाइन उत्साह बढ़ाती नजर आई। हर कोई वैक्सीन लगवाने को बेचैन दिखा। युवाओं का कहना है कि कब से अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। पोर्टल नया होने के कारण जींद में 20 मिनट व नरवाना में आधा घंटा वैक्सीनेशन कार्यक्रम लेट शुरू हुआ। जींद में नरवाना व जींद पीपी सेंटर में कुल 247 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। नरवाना में वैक्सीन भी लेट पहुंची थी। महेंद्रगढ़ में वैक्सीन न पहुंचने से निराश होकर लाैटना पडा। यहां टीका लगवाने आए लोगों को कई घंटे इधर-उधर भटकना पड़ा।
*जानिए- वैक्सीनेशन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले युवाओं में कैसे बढ़ा आत्मविश्वास*
*फतेहाबाद के गौरव बोले*- मैंने कोरोना से बचाव का टीका लगवाया है। मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। मैं सभी से यही कहूंगा की कोरोना महामारी को हराने के लिए टीका जरूर लगवाएं।
*कैथल के प्रिंस कुमार ने कहा-* वैक्सीन लगने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। कोरोना काल में वह पहले ही सावधानी बरत रहे थे, लेकिन कहीं न कहीं मन में एक अजीब सा डर बन रहा था, कहीं पॉजीटिव न हो जाए, अब आत्मविश्वास बढ़ा है।
*रेवाड़ी के पंकज ने कहा*- एक सप्ताह पहले तक उन्हें लग रहा था कि वैक्सीन नहीं लगवाएंगे, मगर रेवाड़ी में रोज 100-200 केस आ रहे हैं, 5-6 मौतें हो रही हैं। हमने पढ़ा कि वैक्सीन लगवाने वालों को जान का खतरा कम है। इसलिए वैक्सीन में विश्वास बढ़ा और हमने पहले दिन ही टीका लगवा लिया।
*कुरुक्षेत्र के जतिन बोले*- कोरोना वैक्सीन के लिए वह काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। रविवार को उन्हें कोरोना वैक्सीन लगी। अब वह अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वैक्सीन लगने से पहले उनके मन में एक डर सा रहता था।
*करनाल की गुंजन ने कहा-* वैक्सीनेशन को लेकर कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं है। अब हमें एकजुट होकर वैक्सीन को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लगवाकर कोरोना को हराना होगा। युवाओं को आगे आकर कोरोना को हराना होगा।
*यूके से लौटी बहन थी सोनीपत में सबसे पहला कोरोना केस, भाई ने बचाव के लिए पहले दिन ही लगवाई वैक्सीन*
सोनीपत, कोरोना की पिछले साल चीन से शुरुआत हुई तो विदेशों में पढ़ रहे छात्र घर लौट आए थे। उसकी बहन भी मार्च 2020 में यूके घर लौट आई थी, जो कोरोना पॉजिटिव मिली थी। नितिन जैन ने बताया कि बहन का बीपीएस खानपुर मेडिकल कॉलेज में 14 दिन इलाज चला था। बहन ने कोरोना को हराया और घर लौट आई थी। अब कोरोना को हराने वाली वैक्सीन बन गई है तो वह सब बेहद खुश हैं।
18 से 44 साल तक के लोगों को वैक्सीन लगाने की खबर पता चली तो काफी खुशी मिली। उसने कोविन एप पर खुद का तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाया। यही नहीं अपने दोस्तों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहा हूं। रविवार को जैन स्थानक में पहुंचकर उसने वैक्सीन लगा ली है। युवाओं से अपील करता हूं कि कोरोना को हराने के लिए कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाएं।
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