अब सरकारी स्कूल को प्राथमिकता दे रहे अभिभावक
चंडीगढ़ : हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर का कहना है कि लगभग दो लाख स्कूली बच्चों ने प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है। शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया हरियाणा में एक मई से सरकारी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षा और पर्यटन मंत्री कंवरपाल ने कहा की पिछली बार करीब 2 लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूल छोड़ कर सरकारी स्कूलों का रुख किया था । निजी स्कूलों द्वारा छात्रों को एसएलसी नहीं दिए जाने पर कहा की ये अनिवार्य है पर इसके बिना छात्रों को आरटीई के तहत अस्थाई रूप से दाखिला दे दिया जाएगा। विधानसभा में उठे 25 से कम बच्चों की संख्या वाले स्कूलों को बंद करने के फैसले में अब संशोधन किया गया है, अब 10 से कम बच्चों वाले स्कूलों को बंद किया जाएगा। इसके अलावा 10 से 25 की क्षमता वाले स्कूलों में एक शिक्षक किया जाएगा तैनात। बंगाल में बीजेपी समर्थकों के साथ की जा रही बदसलूकी और आगजनी हिंसा की घटनाओं पर कड़ी निंदा करते हुए कहा यह सेकुलरिज्म की हत्या है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस प्रकार की घटनाएं कलंक है। ऐसा करने वाले उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट की अनिवार्यता बनी रहेगी -
आज एक दैनिक अखबार मे छपी खबर का खंडन करते हुए शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य में दाखिले के संदर्भ में स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट की अनिवार्यता को समाप्त करने बारे कोई पत्र जारी नहीं किया गया है और इसकी अनिवार्यता ज्यों की त्यों बरकरार है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में 5 मई को एक समाचार-पत्र में निराधार खबर छपी है।
शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य में दाखिले के संदर्भ में स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट की अनिवार्यता को समाप्त करने बारे कोई पत्र जारी नहीं किया गया है और इसकी अनिवार्यता ज्यों की त्यों बरकरार है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में 5 मई को एक समाचार-पत्र में निराधार खबर छपी है।
— DPR Haryana (@DiprHaryana) May 5, 2021
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