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Sunday, May 9, 2021

हरियाणा से पहली बार 8 पहलवानों ने हासिल किया ओलिंपिक का कोटा

हरियाणा से पहली बार 8 पहलवानों ने हासिल किया ओलिंपिक का कोटा

सोनीपत : दंगल के राजा के नाम से विख्यात सुमित और घट में नटखट और नेशनल कैंप में बेहद गंभीर सीमा बिसला अब ओलिंपिक में भारतीय दल की हिम्मत बढ़ाने के लिए जुड़ गई हैं। दोनों ने सोफिया में आयोजित अंतिम ओलिंपिक क्वालीफाइंग में कोटा हासिल किया है। यह पहला मौका है, जब हरियाणा के 8 पहलवान ओलिंपिक में उतरेंगे।

खेल मंत्री संदीप सिंह ने सबको शुभकामनाएं दी हैं। इनमें 57 केजी में रवि कुमार, 65 केजी में बजरंग पूनिया, 86 केजी में दीपक पुनिया तथा 125 केजी में सुमित शामिल हैं। महिला वर्ग में 53 केजी में विनेश फोगाट, 57 केजी में अंशु मलिक व 62 केजी में सोनम मलिक ने ओलिंपिक कोटा हासिल किया है। अब 50 केजी में सीमा ने ओलिंपिक कोटा हासिल किया है।
*महज 20 दिन की उम्र में खो दी थी मां की गोद*

राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीत चुके सुमित का बचपन बेहद तनाव के माहौल में बीता है। सुमित ने महज 20 दिन में मां खो दी थी। इसके बाद बचपन ननिहाल में बीता। मामा के कुश्ती के प्रति जुड़ाव से पहले अखाड़े में अभ्यास के बाद तकनीकी ट्रेनिंग छत्रसाल स्टेडियम में की। 2015 व 2020 में दो बार ऑप्रेशन हुए। डॉक्टरों ने खेल से दूर रहने की नसीहत दी, लेकिन कुश्ती से प्रेम वापस उन्हें मैट पर ले आया। प्राथमिक तौर पर सुमित को कुश्ती सिखाने वाले उनके मामा नरेन्द्र सहरावत से वादा किया था कि इस बार ओलिंपिक कोटा जरूर हासिल करेंगे।

*1 बेटी की कामयाबी से दूसरी की मेहनत सफल*

पिता आजाद सिंह कबड्डी खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन खुद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं पहुंचे, लेकिन इस टीस को बड़ी बेटी सुशीला ने समझा और छोटी बहन को शादी के बाद साथ ले गई। जीजा की तरह पहलवान बना दिया। बहन ने सेहत की जिम्मेदारी संभाली तो जीजा ने प्रशिक्षण की। दुनिया के तानों के बीच पिता के प्रोत्साहन का असर था कि सीमा ने परिणाम देने शुरू किए और अब अलमाटी में एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली सीमा ने बेलारूस की अनास्तासिया यानोतावा को 8.0 से हराकर अपना ओलिंपिक कोटा सुनिश्चित किया।

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