गोवंश को नंदी शालाओं में छोड़ने से पहले उनके चारे की व्यवस्था का काम हो सुनिश्चित - सतीश यादव
जींद : ( संजय कुमार ) ÷भारतीय यादव महासभा के जिला अध्यक्ष सतीश यादव ने कहा कि नंदी शालाओं में गोवंश को छोड़ने से पहले उनके चारे की परमानेंट व्यवस्था की जाए। कितने टाइम चारा डाला जाएगा और कौन उस चारे को डालेगा। रविवार को यादव ने कहा कि गोवंश को इकट्ठा करके गौशाला में छोड़ना बहुत आसान है, लेकिन उनकी साल भर सेवा करना बड़ा कठिन कार्य है। कुछ गौशालाओं में गोवंश भूखे पेट दम तोड़ रही हैं, क्योंकि ताकतवर गोवंश कमजोर गोवंश को चारा नहीं खाने देती उनको घायल कर देती है, और वह भूखे पेट ही तड़प तड़प कर मर जाती हैं। आप बड़ा बीड़ वन गोशाला में हर रोज एक दो गोवंश अवश्य मरते हैं। वहां पर बरसात के दिनों में गोवंश को खड़ा होने का भी स्थान नहीं है। पहले गोवंश के बैठने के लिए स्थान को पक्का करवाया जाए।
उन्होंने मांग की कि परमानेंट चारा डालने के लिए तीन टाइम ड्यूटी सरकार द्वारा लगाई जाए। उनके पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए।। इसके अलावा गोवंश को मच्छरों से हो रही परेशानी से भी बचाया जाए। मच्छरों से परेशानी के कारण ही गोवंश सड़कों पर हवा के कारण आता है। उन्होंने यह भी कहा कि टेंपरेरी गौशालाओं को किसी भी रजिस्टर्ड गौशाला के अधीन किया जाए। अन्यथा इन इकट्ठा करके भूखे प्यासे मरने पर मजबूर ना करें।
सतीश यादव ने बताया कि जींद के बड़ा बीड़ वन नंदी शाला में कुछ लोग सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे तक निस्वार्थ भाव से उनके चारे की व्यवस्था और खोरो की सफाई एवं उनके बैठने के स्थान की सफाई करते है।
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