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Sunday, February 27, 2022

किसान व पशुपालकों की मेहनत का कोई मुकाबला नहीं -रणजीत सिंह चौटाला

पशु मेले के आयोजन का मकसद पशुपालकों को नई-नई जानकारी देना - जेपी दलाल
चण्डीगढ, 26 फरवरी-  प्रदेश के बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि किसान/पशुपालक अपनी कड़ी मेहनत से अन्न पैदा करता है। इनकी मेहनत का कोई मुकाबला नहीं है। किसान व पशुपालकों को भी सर्वश्रेष्ठ स्थान मिलने पर खिलाडिय़ों की तरह भारी राशि ईनाम के रूप में मिलनी चाहिए और इसके लिए वे कृषि मंत्री जेपी दलाल के साथ मिलकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सिफारिश करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान का दर्जा सबसे ऊंचा इसलिए है कि कुछ दिन अन्न शरीर में नही जाने से आदमी का शरीर जवाब देने लगता है और यही जीवन का अंतिम ज्ञान है।
बिजली मंत्री चौटाला ने शनिवार को भिवानी में आयोजित 38 वें राज्य स्तरीय पशु मेले के दूसरे दिन सायंकालीन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। संबोधन से पहले उन्होंने पशु मेले का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने पशुपालकों से पशुओं के खान-पान के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उनका हौसला बढाया। अपने संबोधन में श्री चौटाला ने कहा कि पूरी दुनिया की बात की जाए सबसे अधिक आबादी भारत में खेती करती है। किसान देश के लोगों का पेट भरने का काम करता है। इसी प्रकार से पशुपालक दूध उत्पादन का काम करता है। उन्होंने कहा कि किसान और पशुपालक की आय को बढाना जरूरी है और इसी कड़ी में प्रदेश के कृषि मंत्री दलाल के द्वारा कृषि, पशुपालन, बागवानी और मच्छली पालन आदि में अनेक योजनाएं लागू की जा रही हैं।
प्रदेश के कृषि मंत्री दलाल ने कहा कि पशुपालकों की आय को बढाने  व उनको खेती व पशुपालन की नई-नई जानकारी देने के मकसद के चलते ही राज्य स्तरीय पशु मेले का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पशु मेला पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगा। उनका प्रयास है कि खेती को जोखिम फ्री किया जाए। किसान की आय को बढाया जाए। किसान को साहूकार के चंगुल से निकाला जाएगा, ताकि किसान व पशुपालक के घर में समृद्धि आए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में किसानों/पशुपालकों के लिए नई-नई योजनाओं को लागू किया जा रहा है। किसानों को परंपरागत खेती की बजाय बागवानी, फल-फूल, सब्जी उत्पादन, पशुपालन व मछली व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पशुपालक इस मेले से नई-नई जानकारी लेकर अधिक दूध उत्पादन वाले उत्तम नस्ल के पशु पालें।

इस अवसर पर पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल, गढवासू यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. इंद्रजीत, लुआस के वीसी डॉ. विनोद वर्मा, डीसी आरएस ढिल्लो, एडीसी राहुल नरवाल, निदेशक डॉ. विरेंद्र लोरा, पशुधन विकास बोर्ड के एमडी डॉ. एसके बागोरिया हजारों पशुपालक व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

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