चाची ने चार्जर के तार से घोंटा जश का गला:FIR कराने वाले विकास की पत्नी अंजलि ने कबूला- मैंने मारा उसे; सांस बंद हुई तो मुंह-कान से खून भी निकला
करनाल : हरियाणा में करनाल के कलामपुरा गांव में 5 साल के जश की जान रिश्ते में उसकी चाची लगाने वाली अंजली ने ही ली। जश का शव देखकर पता लगता है कि उसकी हत्या बड़ी दरिंदगी से की गई। अंजली ने खुद पुलिस को बताया कि उसने किस तरह जश की हत्या की। हालांकि जश की हत्या के पीछे क्या कारण रहे? और इसमें उसके साथ और कौन-कौन शामिल थे? इसके बारे में अंजली ने नहीं बताया। पुलिस उससे लगातार सख्ती से पूछताछ कर रही है। उधर जश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर मारे जाने की पुष्टि के बाद पुलिस ने इस मामले से जुड़ी FIR में हत्या की धारा भी जोड़ दी है।
कमालपुरा गांव के 5 वर्षीय जश की हत्या से जुड़े मामले में पुलिस ने वारदात के 5 दिन बाद हत्यारोपी को खोज निकालने का दावा किया। पुलिस के अनुसार, जश के पिता के चाचा के बेटे विकास की पत्नी अंजली ने ही यह हत्या की। गौरतलब है कि जश की हत्या के बाद विकास की शिकायत पर ही इंद्री पुलिस थाना में जश के लापता होने का केस दर्ज किया गया।। अब शिकायतकर्ता विकास की पत्नी अंजली को ही हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अंजली को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर ले चुकी है।
खेलते हुए दबाया जश का गला
करनाल पुलिस के सीआईए टू इंस्पेक्टर ने बताया कि अंजली ने जश को मारने की बात कबूल कर ली है। अंजली के अनुसार, जिस समय जश उसके बेड पर उल्टा लेटकर मोबाइल फोन पर गेम खेल रहा था, उसी दौरान उसने पीछे से उसकी गर्दन में मोबाइल चार्जर की वायर डाली और गला घोंट दिया। जश की सांस बंद होने लगी तो उसके कान व मुंह से खून भी निकला। इसके बाद अंजली ने जश के शव को उसी बेड के अंदर रख दिया। कुछ समय बाद जैसे ही उसे समय मिला, उसने जश की बॉडी एक बैग में डाली और पड़ोसी राजेश के मकान की छत पर रख दी। उधर जश के लापता होने का शोर मचने के बाद जब उसकी तलाश शुरू हुई तो राजेश की पत्नी और मां ने अपने घर की छत पर उसका शव देखा। दोनों इससे घबरा गईं और शव को अपनी छत से पड़ोसियों के घर में बने पशुओं वाले हॉल की टीन वाली छत पर धकेल दिया।
लोगों के सवाल- आखिर उसने ऐसा क्यों किया
जश की हत्यारोपी के रूप में अंजली का नाम आने के बाद समूचा कमालपुरा गांव और लोग हैरान हैं। उनके जेहन में अलग-अलग सवाल उठ रहे हैं जिनका जवाब अभी पुलिस को देना है।
जैसे- जब गांव के सभी लोग जश को ढूंढ रहे थे, उस समय वह अंजली के पास खेल रहा था। उस समय अंजली ने किसी को जश के बारे में बताया क्यों नहीं?
क्या उसने जश को मारने की प्लानिंग पहले से कर रखी थी?
जब अंजली ने मोबाइल फोन पर गेम खेल रहे जश का गला चार्जर की वायर से दबाया तो उसकी आवाज बाहर क्यों नहीं आई?
और यदि आवाज बाहर आई तो किसी ने उसे सुना क्यों नहीं?
अंजली ने सुबह 11 बजे जश की हत्या करने के बाद उसकी बॉडी अगले दिन सुबह 5 बजे तक अपने घर में रखी। घर में लगभग 18 घंटे तक शव पड़ा होने के बावजूद अंजली के पति और इस केस के शिकायतकर्ता विकास को उसका पता क्यों नहीं चला?
सुबह 5 बजे जब अंजली जश का शव बैग में डालकर छत पर ले गई तो उसे घर के किसी सदस्य ने देखा क्यों नहीं?
जब राजेश की पत्नी और मां ने जश की हत्या नहीं की थी तो उन्होंने अपने घर पर छत पर उसका शव पड़ा देखकर किसी को बताया क्यों नहीं?
दोनों ने जश की बॉडी पड़ोसियों के पशुओं वाले बाड़े की छत पर क्यों फेंकी?
पुलिस ने राजेश का परिवार 5 दिन से हिरासत में ले रखा है। यदि उनका कोई कसूर नहीं था तो फिर इतने दिन हिरासत में क्यों रखा गया?
5 अप्रैल को लापता हुआ जश
5 अप्रैल की दोपहर में मां से पैसे लेकर खाने की चीज खरीदने निकला जश अचानक लापता हो गया। बच्चे के लापता होने के बाद सबसे पहले एक बाबा पर शक जताया गया। गांव में घूम रहे इस बाबा का थैला काफी बड़ा था। सीसीटीवी फुटेज में थैले का फुलाव और बाबा की तेज चाल देखकर सबको उसी पर शक हुआ। इंद्री पुलिस उसी शाम को बाबा को हिरासत में लेकर थाने ले गई और पूछताछ की। दूसरी तरफ बाबा से जश का सुराग नहीं लगने पर परिवार ने करनाल में नैशनल हाईवे पर जाम लगा दिया।
अगले दिन पड़ोसियों की छत पर मिली लाश
5 साल के बच्चे के लापता होने से जुड़े मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी एक्टिव हो गए। डीएसपी विजय देशवाल ने जाम लगा रहे लोगों को समझा-बुझाकर रास्ता खुलवाया और ग्रामीणों को पुलिस की मदद करने के लिए राजी किया। रात में ही पुलिस ने कलामपुरा गांव की नाकाबंदी करके हर घर की तलाशी लेने का अभियान शुरू किया। कई घंटे के सर्च अभियान के बाद जब 8-10 घर बच गए तो पुलिस ने तय किया कि उनकी तलाशी अगले दिन सुबह ली जाएगी।
अगले दिन यानि 6 अप्रैल की सुबह साढ़े 5 बजे जब गांव में ही रहने वाली कौशल्या अपने पशुओं को चारा डाल रही थी तो उसे अपने पशुओं वाले बाड़े की छत पर कुछ गिरने की आवाज आई। कौशल्या के घर के साथ जश के ताऊ राजेश का मकान लगता है। जब उसने इस बारे में राजेश की मां और पत्नी से पूछा तो दोनों ने बताया कि छत पर जश पड़ा है। मौके पर पूरा गांव इकट्ठा हो गया। एएसपी हिमांद्री कौशिक फॉरेंसिंक और अन्य टीमों के साथ मौके पर पहुंची। जश की बॉडी पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दी गई।
उधर जश के चाचा ने पुलिस को बताया कि उनकी तीन महीने पहले खेत की जमीन को लेकर अपने ताऊ के बेटे राजेश से तकरार हो गई थी। उन्हें शक है कि उसी रंजिश में राजेश के परिवार ने जश की हत्या की है। इसके बाद पुलिस ने राजेश और उसके परिवार के तीन सदस्यों को हिरासत में ले लिया।
कैथल में भी जश को इंसाफ के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया था।
*गांव ने किया राजेश का बहिष्कार*
इस खौफनाक वारदात के बाद कमालपुरा गांव के लोग इतने आक्रोश में आ गए कि उन्होंने आनन-फानन में पंचायत बैठाकर राजेश और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। इस पंचायत में सर्वसम्मति से राजेश और उसके परिवार के बहिष्कार का फैसला लिया गया। पंचायत में तय हुआ कि कमालपुरा गांव का कोई आदमी या परिवार न तो राजेश के घर जाएगा और न ही उसने अपने यहां बुलाएगा। उसके रिश्तेदारों के भी गांव आने पर पाबंदी लगा दी गई। पंचायत ने चेतावनी दी कि अगर किसी ने राजेश के परिवार की मदद करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ पंचायत एक्शन लेगी। इस बीच करनाल के सभी वकीलों ने भी राजेश या उसके परिवार का केस न लड़ने का ऐलान कर दिया।
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