सैलजा ने CM मनोहर लाल को लिखा पत्र:कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने 1100 NHM कर्मचारियों का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू करने की उठाई मांग
चंडीगढ़ : हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखकर नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के तहत आउटसोर्सिंग पर लगे स्वास्थ्य कर्मियों को नौकरी से निकाले जाने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि इन स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना महामारी में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की। इन स्वास्थ्य कर्मियों को दोबारा से नौकरी पर रखा जाए।
बतां दे कि प्रदेश में करीब 1100 एनएचएम कर्मचारी हैं जिनका स्वास्थ्य विभाग ने कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं किया। ये करीब 2020 से अनुबंध पर कार्यरत थे और हर तीन महीने बाद स्वास्थ्य विभाग इनका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू कर रहा था, लेकिन एक अप्रैल को इनका कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं किया गया।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कुमारी सैलजा ने कहा कि आज से करीब दो साल पहले कोरोना महामारी के दौरान आउटसोर्सिंग पॉलिसी पार्ट-2 के तहत फार्मासिस्ट, नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, डाटा एंट्री ऑपरेटर समेत अन्य पदों पर स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति हुई थी। बीते दो वर्षों में कोरोना महामारी के समय इन स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों की सेवा की थी। मगर आज इन कोरोना योद्धाओं को नौकरी से निकाल दिया गया है।
कुमारी सैलजा ने पत्र में मांग करते हुए कहा कि कोरोना योद्धाओं को दोबारा से ड्यूटी जॉइन करवाई जाए और एनएचएम पॉलिसी में शामिल किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों की मांग का एक पत्र भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखे पत्र के साथ भेजा है।
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*कुमारी सैलजा का पत्र* |
सोमवार को मुख्यालय में किया था प्रदर्शन
कोरोना काल में कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए 1100 एनएचएम कर्मचारियों को सरकार ने एक्सटेंशन न देने का फैसला किया है। ऐसे में इन कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटक गई है। एक्सटेंशन न मिलने के विरोध में एनएचएम कर्मचारियों ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के बाहर 100 से ज्यादा एनएचएम कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारियों ने डीजी को ज्ञापन सौंपा
एनएचएम कर्मचारियों ने बताया कि अप्रैल 2020 में स्वास्थ्य विभाग हरियाणा ने एनएचएम के करीब 1100 पदों पर कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्ति की थी। हर तीन माह के बाद एक्सटेंशन दी जाती थी, परंतु अब एकदम से एनएचएम ने एक्सटेंशन देने से मना कर दिया है। एक्सटेंशन कर्मचारियों में एएनएम, डाटा एंट्री ऑपरेटर, डॉक्टर, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, लैब टेक्नीशियन, ड्राइवर सहित अलग- अलग विभागों में नियुक्त कर्मचारी शामिल।
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