बिल्डरों को कराना होगा थर्ड पार्टी से वेरिफिकेशन, वरना होगी कार्यवाही
चंडीगढ़ : गुरुग्राम की चिंतल सोसाइटी हादसे के बाद हरियाणा सरकार ने आने वाले वक्त में इस तरह की कोई घटना नहीं हो इसको लेकर आला अफसरों को ठोस प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। आने वाले वक्त में नए भवन और अपार्टमेंट बनाने वाले बिल्डरों को पहले की तरह सेल्फ सर्टिफिकेशन नहीं बल्कि थर्ड पार्टी से कामकाज की गुणवत्ता की जांच करानी होगी। इस दिशा में संबंधित विभाग के अफसरों ने होमवर्क पूरा कर लिया है और थर्ड पार्टी में विशेषज्ञों को शामिल कर बेहतर ढंग से जांच पड़ताल कराने की तैयारी है। यहां पर उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम में करोड़ों रुपये का निवेश कर फ्लैट में रहने वाले चिंतल सोसायटी के लोगों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ा था। हादसे के बाद खुद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अफसरों के साथ गुरुग्राम और चंडीगढ़ में कई बैठकें की हैं। आने वाले वक्त में कोई हादसा ना हो और बिल्डरों द्वारा तैयार किए जाने वाले टावर पूरी तरह से सुरक्षित व कामकाज गुणवत्ता भरा हो इस बात को लेकर रेरा पंचकूला में गुरुग्राम की ओर से खास तैयारी की गई है। पहले बिल्डर अपने टावर और कामकाज का खुद सत्यापन कर लिया करते थे जिस कारण से निर्माण की क्वालिटी और इस में रहने वाले लोगों के लिए जान का जोखिम बना रहता था। हरियाणा के गुरुग्राम और अन्य कई स्थानों मोहाली में भी इस प्रकार के हादसे हुए जिसके बाद में आप लोगों ने आवाज उठानी शुरू कर दी है। कुल मिलाकर आने वाले वक्त में बिल्डरों की जवाबदेही ज्यादा बढ़ने जा रही है, इसके साथ ही स्वयं सत्यापन का काम समाप्त होने जा रहा है। आला अफसरों ने बिल्डरों पर शिकंजा कसने और नए टावरो में निवेश करने वह रहने वाले सुरक्षित रहें इस बात की खास तैयारी कर ली गई है। अब थर्ड पार्टी पड़ताल और वेरिफिकेशन बेहद बारीकी से कराने की तैयारी है। इस जांच पड़ताल और वेरिफिकेशन के बाद कोई हादसा हुआ तो थर्ड पार्टी जांच पड़ताल करने वाले भी इसके जिम्मेदार होंगे। कुल मिलाकर इन टावरों में रहने वालों को आने वाले वक्त में कुछ राहत महसूस होगी।
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