*स्कूल की किताबों से भगत सिंह को हटाना उनकी अमर शहीद का अपमान: विक्रम चहल*
जींद /उचाना: हाल ही में कर्नाटक में टेक्स्टबुक संशोधन समिति द्वारा दसवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तक में शहीद भगत सिंह के पाठ को हटाकर उसके स्थान पर आर एस एस के संस्थापक हेडगेवार के भाषण को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए शामिल किया गया।
आम आदमी पार्टी के युवा जिलाध्यक्ष विक्रम चहल ने भाजपा सरकार के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कन्नड़ पाठ्यपुस्तक में, 23 साल की उम्र में अपने जीवन का बलिदान देने वाले एक महान क्रांतिकारी भगत सिंह पर एक पाठ को हटा दिया गया है, जो उनकी अमर शहीदी का अपमान है और देश हमारे शहीदों का अपमान कभी सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भगत सिंह के स्थान पर आरएसएस के संस्थापक द्वारा, जो लोगों को एकजुट नहीं करता बल्कि सांप्रदायिक नफरत फैलाता है, उनके भाषण को पाट्यक्रम में शामिल किया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सत्तारूढ़ भाजपा और संघ परिवार को भगत सिंह सहित देश के स्वतंत्रता आंदोलन के महान क्रांतिकारियों के प्रति कोई सम्मान नहीं है।
चहल ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए कि भाजपा सरकार देश अपने राज्यों में पाठ्यक्रम बदलने की कवायद की परंपरा चला रही है और अपनी विचारधारात्मक रवैये के हिसाब से पाठ्यक्रम में बदलाव कर रही है जो निहायत ही शर्मनाक विषय है और देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों की कुर्बानी का अपमान है। देश अपने शहीदों का अपमान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा, भाजपा सरकार को ये फैसला वापस लेना होगा।
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