पकड़ा गया कस्टमर्स के करोड़ों डकारने वाला PNB का कैशियर , शाही शौक और सट्टेबाजी में उड़ा दी लोगों की मेहनत की कमाई
कैथल : हरियाणा के कैथल के नौच गांव की PNB शाखा में नियुक्त इस कैशियर का नाम रामबीर है। उसे पुलिस ने मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया। उससे अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी को तीन पत्ती व ड्रीम-11 जैसे ऑनलाइन गेम पर सट्टा लगाने की लत थी। आरोपी पिछले करीब एक-डेढ़ साल से लोगों के खातों से रुपये निकाल कर सट्टा खेल रहा था। पुलिस उसे चार दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
इस मामले को लेकर बैंक के ग्राहक देर रात तक बैंक के बाहर डटे रहे। इसके बाद पुलिस ने कैशियर को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी विवेक चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक धर्मपाल गिल ने सदर थाना में पुलिस को शिकायत दी है। प्रबंधक के अनुसार ग्राहक सुरेश कुमार ने बैंक में 21 अप्रैल को डेढ़ लाख रुपये जमा करवाए थे। उस समय कैशियर रामबीर ने ग्राहक से कहा कि सर्वर डाउन है, इसलिए बैलेंस का पता नहीं लग पाएगा। उसके बाद ग्राहक 24 अप्रैल को बैंक गया और अपने पैसे के बारे में पूछताछ की। इस पर आरोपी कैशियर बैंक से निकल गया। उसने इस संबंध में प्रबंधक को लिखित शिकायत दी। जांच हुई तो काफी ग्राहकों का पैसा उनके खाते में नहीं पाया गया।
डीएसपी ने बताया कि आरोपी मूल रूप से सेढ़ा माजरा जिला जींद का रहने वाला है। वह एक तरह से सामानान्तर बैंकिंग कर रहा था। इसमें उपभोक्ता के पैसे बैंक में जमा नहीं होते थे। आरोपी ट्रांजेक्शन की ऑफिस कॉपी को भी अपने पास रखता था। अगर कोई पैसे लेने आता तो अपने पास मौजूद रुपयों में से ही देता था। आरोपी हर बार सर्वर डाउन होने की बात कहता था और लोग विश्वास कर लेते थे।
ऐसे ही चेक धारकों से चेक में गलती बताकर दूसरा चेक बनवा लेता था। जो रूपये देने की बात कहकर अपने खाते का चेक बनवाकर उपभोक्ता को भरोसे में ले लेता था। इसी तरह कृषि क्रेडिट कार्ड के उपभोक्ताओं को भरोसे में लेकर उनसे राशि की सेटलमेंट के बहाने साइन करवा लेता था और उनके खाते से राशि अपने या फिर किसी परिचित के अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था। ऐसे करके कैशियर रामबीर ने करोड़ों की राशि ठग ली।
पुलिस के अनुसार अब तक 23 व्यक्तियों ने धोखाधड़ी होने की शिकायत दी है। शिकायतों में अब तक एक करोड़ 70 लाख रुपए का गबन होने की बात सामने आई है। बाकी जांच में सामने आएगा कि आरोपी ने कितने लोगों से धोखाधड़ी की है। जिन उपभोक्ताओं के खातों से राशि निकली है, उनकी स्टेटमेंट निकाली जाएगी। पुलिस के साथ-साथ बैंक भी अपनी कमेटी के माध्यम से जांच करवाएगा कि मामले में और कौन-कौन शामिल हैं? अभी तक आरोपी से किसी प्रकार की रिकवरी नहीं हुई। बैंक के अन्य कर्मचारियों को जांच में शामिल किया जाएगा।
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