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Tuesday, April 25, 2023

महिला रेसलर्स की याचिका पर SC में शुक्रवार को सुनवाई:कोर्ट ने कहा- आरोप गंभीर, FIR नहीं करने पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी

महिला रेसलर्स की याचिका पर SC में शुक्रवार को सुनवाई:कोर्ट ने कहा- आरोप गंभीर, FIR नहीं करने पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी
दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर महिला पहलवानों का धरना तीसरे दिन मंगलवार को भी जारी है। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट 7 महिला रेसलर्स की याचिका पर सुनवाई करने के लिए राजी हो गया है। कोर्ट ने कहा, 'पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन पर विचार किए जाने की जरूरत है।' अब इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई होगी।
CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अब तक FIR दर्ज नहीं करने को लेकर दिल्ली पुलिस को भी नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने 7 महिला शिकायतकर्ताओं के नाम ज्यूडिशियल रिकॉर्ड से हटाने के लिए कहा, ताकि इनकी पहचान सामने ना आए। 7 महिला रेसलर्स ने सोमवार को भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने के लिए याचिका दाखिल की थी।
पहलवानों के वकील नरेंद्र हुड्डा ने कहा, 'हमने आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश मांगे। गंभीर आरोपों के बावजूद भी दिल्ली पुलिस इस केस में कोई FIR नहीं कर रही थी। SC ने मामले को गंभीर पाया और दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।'

इस मामले में अब WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो इस पर क्यों बोला जाए, कैसे बोला जाए। सुप्रीम कोर्ट तय करेगा, क्या करना है।
महिला पहलवान तीन दिन से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं।

इस खबर से जुड़े अपडेट्स

सोनीपत से किसान नेता वीरेंद्र पहल के नेतृत्व में किसान जंतर मंतर के रवाना हो गए हैं। किसानों ने कहा कि ये हमारा कूच नहीं है, हम वहां डेरा डालने जा रहे हैं। ये हमारे बच्चों की इज्जत की लड़ाई है।
हरियाणा के कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक भी आज शाम तक जंतर-मंतर पहुंच सकते हैं।
बजरंग पूनिया ने कहा, ये सिर्फ कुश्ती की लड़ाई नहीं है, क्योंकि इस तरह का शोषण हर गेम में होता है। इसलिए वह बाकी सभी गेम के खिलाड़ियों का समर्थन भी चाहते हैं।
हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्‌टर ने रेसलर्स के धरने पर कहा कि कमेटी इसकी जांच कर रही है। इस मामले में दोषी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएमओ से न्याय दिलाने की अपील की है। टिकैत ने कहा -देश के लिए पदक जीतकर देश का मान सम्मान और गौरव बढ़ाने वाले गांव की मिट्टी से जुड़े हुए हमारे पहलवानों को दोबारा फिर से धरना प्रदर्शन करना पड़ गया। पीएमओ मामले को संज्ञान में लेकर किसान, गांव, गरीब और सर्व समाज के बेटा-बेटियों को न्याय दिलाने का कार्य करे।
जांच कमेटी में शामिल बबीता ने कहा- मुझसे रिपोर्ट छीनी

इस बीच, केंद्रीय खेल मंत्रालय की ओवरसाइट कमेटी की मेंबर बबीता फोगाट ने कहा कि जांच ठीक से नहीं हुई, मुझे रिपोर्ट पढ़ने तक नहीं दी। बबीता ने कहा कि सभी की सहमति के साथ रिपोर्ट नहीं बनी है। जांच रिपोर्ट पढ़ते वक्त मेरे हाथ से छीन ली गई थी। साई निदेशक और जांच कमेटी में शामिल राधिका श्रीमन ने मेरे साथ बदतमीजी भी की थी। मेरे कई बिंदुओं को दरकिनार किया गया। मैंने अपनी आपत्ति उस रिपोर्ट में दर्ज करवाई है।

वहीं, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 7 रेसलर्स की याचिका स्वीकार कर ली है। जिसमें संघ अध्यक्ष बृजभूषण पर FIR की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। केस की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।
*बजरंगी पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट*

अध्यक्ष से कितनी लड़कियां प्रताड़ित होंगी सवाल पर विनेश ने कहा, इसकी कोई गिनती ही नहीं है
विनेश फोगाट ने कहा कि, 'मैं आपको 100 बताऊं, 200 बताऊं, 500 बताऊं, 700 बताऊं, 1000 बताऊं, जितनी भी बताऊं मुझे तो कम लगती है। क्योंकि 12 साल से हमने इसका अत्याचार देखा है कि कितना हुआ है। कोई एक लड़की ही कुश्ती में इसने ऐसी छोड़ी होगी, जिसके साथ इसने बदतमीजी या सेक्शुअल हैरेसमेंट करने की कोशिश न की हो।'
उन्होंने आरोप लगाया, 'मुश्किल से ही कोई एक लड़की रेसलिंग में बची होगी। मैं इसकी गिनती बता नहीं सकती कि कितनों के साथ ये सब हुआ है। इस काम में ये पूरा सिस्टम जुड़ा होता है। एक अकेला आदमी कुछ नहीं करता है। पूरा सिस्टम फॉलो अप करता है कि कौन लड़की कहां जा रही है और कहां से है। उनका मोबाइल नंबर निकालना है, उनसे बातचीत करवानी है। ये एक पूरा सिस्टम होता है, जिसके जरिए सब जाते हैं और फिर बृजभूषण की एंट्री होती है।'
*WFI ने कहा- पहलवान दबाव बना रहे हैं*

WFI ने कहा कि पहलवान संस्थाओं पर दबाव बनवाकर कमेटियां गठित कराते हैं। जब जांच फैसले तक पहुंच जाए तो सबको गलत साबित करने की कोशिश। सिस्टम और कानून में विश्वास न दिखाकर शक्ति प्रदर्शन करना कितना उचित है।
*जांच के लिए 2 कमेटी, दोनों की अध्यक्ष मैरीकॉम*

इस मामले की जांच के 2 कमेटी कर रही हैं। पहली- केंद्रीय खेल मंत्रालय ने ओवरसाइट कमेटी। अध्यक्ष मैरीकॉम को बनाया गया है। इसमें रेसलर योगेश्वर दत्त, ध्यानचंद अवॉर्डी तृप्ती मुरगुंडे, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) की सदस्य राधिका श्रीमन के अलावा TOPS कमेटी के पूर्व CEO कमांडर राजेश राजगोपालन मेंबर बनाया गया था। बाद में छठे मेंबर के तौर पर इसमें बबीता को शामिल किया गया था।
दूसरी- इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने भी पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई है। इस कमेटी की अध्यक्ष भी बॉक्सर मेरीकॉम थीं। इसमें तीरंदाज डोला बनर्जी, बैडमिंटन प्लेयर अलकनंदा अशोक, रेसलर योगेश्वर दत्त, भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव शामिल हैं।
SAI के डिप्टी डायरेक्टर जनरल शिव शर्मा ने पहलवानों से मुलाकात की।

*जानिए भाजपा सांसद बृजभूषण पर क्या आरोप हैं?*

18 जनवरी को रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना शुरू किया था। विनेश फोगाट ने रोते हुए आरोप लगाए थे कि फेडरेशन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोच नेशनल कैंप में महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करते हैं। विनेश ने यह भी कहा कि बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे, जो नियमों के खिलाफ है। टोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद WFI के अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का कहा।

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