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Saturday, May 6, 2023

लिंगानुपात में जींद जिला फिर से टॉप पर, चरखी दादरी सबसे फिसड्डी, जींद का 982, चरखी दादरी का 870

लिंगानुपात में जींद जिला फिर से टॉप पर, चरखी दादरी सबसे फिसड्डी, जींद का 982, चरखी दादरी का 870
जींद : हरियाणा प्रदेश के लिंगानुपात में जींद जिले ने इस साल मई महीने में भी (Sex Ratio 2023 ) अपनी बादशाहत पूरे प्रदेश में कायम रखी है। साल 2023 में जनवरी, फरवरी और मार्च के बाद अप्रैल महीने में भी जींद जिला लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। जिले का लिंगानुपात मार्च के 996 से कम होकर अप्रैल में भले ही 982 पर पहुंच गया है, लेकिन जींद जिला इसके बावजूद अब भी प्रदेश में लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) में पहले स्थान पर है।
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने 5 मई को सभी 22 जिलों के लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) के आंकड़े जारी किए। इनमें जींद जिला 982 के लिंगानुपात के साथ पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर है। पिछले साल से इस साल तक लिंगानुपात के मामले में बहुत अच्छे स्थान पर चल रहा फतेहाबाद जिला 926 के लिंगानुपात के मामले में प्रदेश में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। 952 के लिंगानुपात के साथ कुरुक्षेत्र जिला दूसरे और 946 के लिंगानुपात के साथ अंबाला जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। सिरसा जिला 937 के लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) के साथ प्रदेश में चौथे स्थान पर है।
हरियाणा के 8 जिले लिंगानुपात के मामले में 900 से कम लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) वाले क्लब में हैं। इनमें सबसे कम लिंगानुपात चरखी दादरी का है, जिसका लिंगानुपात 870 है। भिवानी जिले का लिंगानुपात 875, महेंद्रगढ़ का लिंगानुपात 877, सोनीपत का 879, पंचकूला का 881, गुरुग्राम का 889, रोहतक का लिंगानुपात 894 है, करनाल का 899 है।
अप्रैल महीने में जिले का लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) भले ही 12 अंक कम हुआ है, मगर प्रदेश में जिले की बादशाहत इसके बावजूद कायम है। लिंगानुपात में इस साल जींद जिला प्रदेश में जनवरी से अप्रैल तक बराबर बना हुआ है। यह बहुत बड़ी उपलब्धि हं हहजपहले स्थान पर अपना कब्जा और दबदबा इस साल लगातार तीसरे महीने बनाए रखा है। फरवरी में जींद जिले का लिंगानुपात 993 था, जो मार्च में बढ़कर 996 पर पहुंच गया था। इस साल जनवरी, फरवरी और मार्च में भी जींद जिला लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) के मामले में प्रदेश में पहले स्थान पर रहा था।
*खाप पंचायतों का गढ़ भा रहा बेटियों को*

जींद जिला प्रदेश में खाप पंचायतों का सबसे मजबूत गढ़ है। खाप पंचायतों की धरती अब बेटियों को जन्म लेने के मामले में खूब भा रही है। 2022 में भी जींद जिला पहले 4 महीने प्रदेश में लिंगानुपात के मामले में प्रथम स्थान पर रहा था। उसके बाद लगातार 8 महीने जींद जिला लिंगानुपात में दूसरे स्थान पर रहा था। जींद जिले ने साल 2023 में भी लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) के मामले में धमाकेदार एंट्री की और इस साल के पहले चारों महीने में जींद जिला लिंगानुपात में प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है।
जिले की लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) के मामले में प्रदेश में बादशाहत इस कारण और खास बन जाती है कि जींद उन खाप पंचायतों का गढ़ है, जिन्हें लेकर मीडिया का एक वर्ग उसे महिला और बेटी विरोधी बताता रहा। जिस तरह जिले का लिंगानुपात लगातार बढ़ रहा हैए और जिला प्रदेश में पहले स्थान पर आ रहा हैए उससे साफ है कि खाप पंचायतें बेटियों को बचाने और पढ़ाने की मुहिम में पूरा सहयोग दे रही हैं।
*डीसी और सिविल सर्जन ने कहा, शानदार*

लिंगानुपात के मामले में जींद जिले के अप्रैल में भी प्रदेश में पहले स्थान पर रहने को डीसी डॉ मनोज कुमार और सिविल सर्जन डॉ मंजू कादियान ने जींद की बहुत बड़ी उपलब्धि बताया और कहा की जिले का प्रदर्शन शानदार है। सिविल सर्जन डॉ मंजू कादियान ने कहा कि डीसी डॉ मनोज कुमार के मार्गदर्शन और पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारनिया के मार्गदर्शन और सहयोग से स्वास्थ्य विभाग लिंगानुपात (Sex Ratio 2023 ) सुधारने में कामयाब हो रहा है। इसमें और सुधार होगा।
*यह कहते हैं डिप्टी सिविल सर्जन*

लिंगानुपात में जिले के प्रदेश में अप्रैल में भी पहले स्थान पर आने को लेकर पीएनडीटी के प्रभारी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ पालेराम कटारिया ने कहा कि पीएनडीटी एक्ट को जिले में पूरी सख्ती से लागू किया गया है। प्रशासन और पुलिस का पूरा सहयोग स्वास्थ्य विभाग को इसमें मिल रहा है। बेटियों को लेकर लोगों की सोच बदल रही है। (Sex Ratio 2023 )

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