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Tuesday, May 25, 2021

May 25, 2021

हिसार में किसान आंदोलन में एक किसान की मौत, हार्ट अटैक की बताई जा रही है वजह

हिसार में किसान आंदोलन में एक किसान की मौत, हार्ट अटैक की बताई जा रही है वजह


हिसार : हरियाणा के हिसार में किसान आंदोलन के दौरान एक किसान की मौत हो गई है। मृतक किसान आज आंदोलन में आया हुआ था और हिसार के क्रांतिमान पार्क पर पहुंचा हुआ था। किसान की पहचान हिसार के उगालन गांव के रहने वाले रामचंद्र खरब के रुप में हुई है।
बताया जा रहा है कि किसान रामचंद्र आज हिसार में किसान आंदोलन में पहुंचा था। हिसार के क्रांतिमान पार्क में एकत्रित होने के बाद हार्ट अटैक की वजह से किसान रामचंद्र खरब की मौत हो गई है।

हिसार में किसानों के प्रदर्शन के बाद केस दर्ज करने के मामले में आज अलग अलग जगहों से भारी संख्या में किसान प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। किसानों ने हाल ही में 300 से ज्यादा किसानों पर दर्ज हुए केस वापस लेने की मांग की है।
आपको बता दें कि पिछले रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने सीएम का विरोध करना चाहा था जिसमें किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी हिसार पहुंच चुके हैं। सभी किसान हिसार के क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हो रहे हैं। हरियाणा के अलग अलग हिस्सों से काफी संख्या में किसान यहां पर पहुंचे हुए हैं। वहीं यहां से ही हिसार कमिश्नर के कार्यालय के घेराव के लिए किसान रवाना होंगे।
 
इस मामले में पहले दिन तो आपस में बैठक समझौता हो गया था, लेकिन एक दिन छोड़कर अगले दिन किसानों पर केस दर्ज करवाए गए। इसी से नाराज किसानों ने आज हिसार में प्रदर्शन का ऐलान किया है।

इधर जिला प्रशासन ने छह जिलों से अलग अलग पुलिस के जवान और RPF की टुकड़ियां बुलाई है। सुरक्षा के लिहाज से यहां पर पुख्ता बंदोबस्त किये गए हैं।

गांव में शामिल होने के लिए मुंढाल से 500, खेदड़ से 55 ट्रैक्टर सरसोद से 28 ट्रैक्टर भदावड़ से 58 ट्रैक्टर बिचपड़ी से 27 ट्रैक्टर सिवानी बोरान से 55 ट्रैक्टर बिठमड़ा से 48 ट्रैक्टर डाटा से 60 ट्रैक्टर सिसाय से 75 ट्रैक्टर धनानासे 82 ट्रैक्टर समेत अन्य बड़े-बड़े गांवों से सैकड़ों की संख्या में और भी ट्रैक्टर ट्राली हिसार के लिए रवाना हो चुकी हैं।
May 25, 2021

किसान आंदोलन से मोदी को मिली सबसे बड़ी धमकी, टिकैत बोले- कोई दिक्कत नहीं है, हम 2024 तक बैठे रहेंगे

किसान आंदोलन से मोदी को मिली सबसे बड़ी धमकी, टिकैत बोले- कोई दिक्कत नहीं है, हम 2024 तक बैठे रहेंगे

नई दिल्ली : 26 मई को दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो जाएंगे। किसान संगठनों द्वारा इस मौके को काला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सभी किसान संगठनों से इस मौके पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की है। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने किसानों को अपने गांव के चौराहों पर आकर मोदी सरकार का पुतला दहन करने और काले झंडे लगाने की बात भी कही है।
आज हरियाणा के हिसार में खट्टर सरकार द्वारा किसानों पर किए गए मुक़दमे खारिज करवाने के लिए किसान एकजुट हुए थे। इनमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी मौजूद हैं।
राकेश टिकैत ने कहा है कि टिकरी और सिंघु बॉर्डर के बाद अब हिसार में भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
जब तक किसानों पर किए गए मुकदमे खारिज नहीं किए जाते। भले ही उन्हें यहां पर महीने लग जाए या फिर साल। किसान हिसार से वापस नहीं जाएंगे।
किसान नेता राकेश ने तो यहां तक कह दिया है कि वह इस किसान आंदोलन को साल 2024 तक चलाने के लिए भी तैयार है। उन्हें इसमें कोई दिक्कत नहीं है।
जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता। यह आंदोलन चलता रहेगा। प्रशासन ने किसानों के साथ धोखाधड़ी की है। उनके साथ झूठ बोला गया है। इसलिए हम यहीं पर बैठे रहेंगे। बता दें, हिसार में सैंकड़ों किसान एकजुट हुए हैं।
राकेश टिकैत का कहना है कि कोरोना काल में भीड़ इकट्ठे ना हो। इसके लिए पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार है।
दरअसल बीते 16 मई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हिसार में एक कोविड-19 का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे।
जहां पर किसानों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस और किसानों में झड़प होने की खबरें भी आई थी। इस झड़प के बाद 350 किसानों पर आईपीसी की 11 अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किए गए थे।

Monday, May 24, 2021

May 24, 2021

हिसार में हजारों की संख्या में पहुंचे किसान, भारी पुलिस बल और RPF की टुकड़ियां तैनात

हिसार में हजारों की संख्या में पहुंचे किसान, भारी पुलिस बल और RPF की टुकड़ियां तैनात
हिसार : हरियाणा के हिसार में आज किसानों का प्रदर्शन है। आज अलग अलग जगहों से हजारों की संख्या में किसान हिसार पहुंचे हैं, जिसके चलते प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं।
हिसार में किसानों के प्रदर्शन के बाद केस दर्ज करने के मामले में आज अलग अलग जगहों से भारी संख्या में किसान प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। किसानों ने हाल ही में 300 से ज्यादा किसानों पर दर्ज हुए केस वापस लेने की मांग की है।

आपको बता दें कि पिछले रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने सीएम का विरोध करना चाहा था जिसमें किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी हिसार पहुंच चुके हैं। सभी किसान हिसार के क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हो रहे हैं। हरियाणा के अलग अलग हिस्सों से काफी संख्या में किसान यहां पर पहुंचे हुए हैं। वहीं यहां से ही हिसार कमिश्नर के कार्यालय के घेराव के लिए किसान रवाना होंगे।

https://youtu.be/YHZ6jgtIQ5U

इस मामले में पहले दिन तो आपस में बैठक समझौता हो गया था, लेकिन एक दिन छोड़कर अगले दिन किसानों पर केस दर्ज करवाए गए। इसी से नाराज किसानों ने आज हिसार में प्रदर्शन का ऐलान किया है।

इधर जिला प्रशासन ने छह जिलों से अलग अलग पुलिस के जवान और RPF की टुकड़ियां बुलाई है। सुरक्षा के लिहाज से यहां पर पुख्ता बंदोबस्त किये गए हैं।

गांव में शामिल होने के लिए मुंढाल से 500, खेदड़ से 55 ट्रैक्टर सरसोद से 28 ट्रैक्टर भदावड़ से 58 ट्रैक्टर बिचपड़ी से 27 ट्रैक्टर सिवानी बोरान से 55 ट्रैक्टर बिठमड़ा से 48 ट्रैक्टर डाटा से 60 ट्रैक्टर सिसाय से 75 ट्रैक्टर धनाना से 82 ट्रैक्टर समेत अन्य बड़े-बड़े गांवों से सैकड़ों की संख्या में और भी ट्रैक्टर ट्राली हिसार के लिए रवाना हो चुकी हैं।
May 24, 2021

जींद में किसान नेताओं ने नहीं मानी पुलिस की अपील, हिसार में आईजी को घेरने का फैसला

जींद में किसान नेताओं ने नहीं मानी पुलिस की अपील, हिसार में आईजी को घेरने का फैसला 

जींद :  हिसार कमिश्नर कार्यालय का घेराव करने के लिए जींद जिले से भी काफी संख्या में किसान जाएंगे। पुलिस प्रशासन ने ने शनिवार को किसान नेताओं के साथ मीटिंग कर कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए हिसार घेराव में शामिल ना होने के लिए कहा था। लेकिन किसान नेताओं ने अधिकारियों की अपील को मानने से इंकार कर दिया।
भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने बताया कि 24 मई को हिसार कमिश्रर ऑफिस का घेराव करने के लिए किसान हिसार पहुंचेंगे। उनका घेराव शांतिपूर्वक होगा। अगर पुलिस उनके साथ ज्यादती करती है, तो वे भी कड़े कदम उठाएंगे। जैसा व्यवहार प्रशासन का होगा, वैसा ही उनका होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अपने वायदे से मुकरे हिसार प्रशासन के खिलाफ कमिश्नर ऑफिस का घेराव किसान और मजदूर करेंगे। जो किसानों के साथ बातचीत हुई थी, उस बातचीत में हुए समझौते के बाद भी प्रशासन ने विभिन्न धाराओं के तहत किसानों पर मामले दर्ज किए। अगर सोमवार को कमिश्नर कार्यालय के घेराव के बावजूद भी किसानों पर दर्ज मामले वापस नहीं लिए गए, तो और कड़े कदम उठाए जाएंगे।
किसान घेराव के लिए चंडीगढ़ जा सकते हैं। प्रदेशभर में थानों का घेराव करने व विधायक और सांसदों के आवासों का घेराव करने का भी फैसला लिया जा सकता है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जो फैसला लेंगे, उसी के अनुसार किसान आगे बढ़ेंगे। खटकड़ टोल पर रविवार को किसान नेताओं ने घेराव को लेकर रणनीति बनाई और फैसला लिया गया कि उचाना के हर गांव से किसान गाड़ियों से हिसार जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हिसार में सीएम मनोहर लाल का कार्यक्रम पूरी तरह से किसान, जवान को लड़वाने का षड्यंत्र था। सीएम हिसार से जा चुके थे। लेकिन सीएम के जाने के बाद भी वहां पर बैरिकेडिंग की गई थी, जैसे सीएम अभी गए नहीं हो। प्रशासन किसानों को ये समझाने में फेल रहा कि सीएम जा चुके है। किसानों को सीएम का विरोध करना था। इसलिए किसान हिसार गए थे। प्रशासन ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले फैंके। महिलाओं पर लाठीचार्ज किया।
 

Saturday, May 22, 2021

May 22, 2021

किसान को थमा दिए 10-10 रुपए के 17 हजार के सिक्के

किसान को थमा दिए 10-10 रुपए के 17 हजार के सिक्के 

पहले जमा कराने को कहा, अब खड़े कर दिए हाथ


जींद / सफीदों : बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा एक अजीबोगरीब कारनामा किया गया है। मामला हरियाणा में जींद जिले के सफीदों में सामने आया। शहर में महात्मा गांधी रोड पर बैंक की शाखा है। जहां एक किसान को 10-10 रुपए के 17 हजार रुपए के सिक्के थमा दिए गए और अब वापस जमा करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। पीड़ित किसान ने प्रशासन और बैंक अधिकारियों को मामले की शिकायत देकर इंसाफ देने और कार्रवाई करने की मांग की है।

पीड़ित किसान गांव मलार निवासी वजीर ने बताया कि उसकी फसल की करीब एक लाख रुपए की पेमेंट बैंक में आई थी। वह पेमेंट निकलवाने गया तो बैंक ने उसे 17 हजार रुपए के 10-10 रुपए के सिक्के थमा दिए। उसने कहा कि वह इनका क्या करेगा तो अधिकारियों ने जवाब दिया कि अभी ले जाए। अगर नहीं चलते तो बैंक में वापस जमा कर देना।
काफी कोशिशों के बाद भी इतने सिक्के किसी ने नहीं लिए तो वह बैंक में जमा कराने आया। लेकिन बैंक कर्मियों ने कहा कि वह एक साथ इतने सिक्के जमा नहीं कर सकते। हर रोज 1000 के सिक्के जमा कराएं। उसने कहा कि कोरोना काल चल रहा है और सख्ती के कारण रोज आना-जाना संभव नहीं। हर रोज 1000 जमा कराने यानी उसे लगातार 17 दिन आना पड़ेगा।
किसान ने बताया कि उसकी सुनवाई नहीं हो रही है और न ही बैंक में कोई सहयोग कर रहा है। इसलिए उसने अधिकारियों को मामले की शिकायत दी है।

Monday, May 17, 2021

May 17, 2021

चढूनी की कमान में IG ऑफिस का घेराव

हिसार में CM के विरोध में लाठीचार्ज 

चढूनी की कमान में IG ऑफिस का घेराव

सूबे में जगह-जगह और भी हाईवे जाम

हिसार : किसान नेताओं पर किए गए लाठीचार्ज के विरोध में रविवार शाम को ये लोग सड़कों पर उतर आए। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने सैकड़ों किसानों के साथ हिसार के IG ऑफिस का घेराव कर दियाा, वहीं इसी के साथ हरियाणाभर में हाईवे जाम कर दिए गए। पानीपत में GT रोड पर, जींद में जींद-पटियाला हाइवे पर स्थित खटकड़ गांव में, करनाल में करनाल-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे, करनाल-असंध हाईवे बंद कर दिए गए। अन्य जिलों में भी जाम लगा दिए गए। बता दें कि रविवार सुबह मुख्यमंत्री मनोहर लाल हिसार में OP जिंदल मॉडर्न स्कूल में बनाए गए अस्थायी कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे। पहले से किए गए ऐलान के बावजूद कब मनोहर लाल हिसार पहुंचे और उद्घाटन करके निकल लिए किसानों को पताा ही नहीं चला। बाद में अलग-अलग तरफ से हिसार के जिंदल चौक की तरफ बढ़ रहे किसानों का पुलिस के साथ टकराव हो गया। कहा जा रहा है कि किसानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इतना ही नहीं, हिसार में एक DSP को भी पीट दिया। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और तब कहीं जाकर हालात सामान्य हुए। कुछ ही देर बाद सूबे में जाम लगने शुरू हो गए। पहले किसी और बात का गुस्सा था तो फिर किसी और बात का। किसानों ने शाम 7 बजे तक सड़क पर बैठकर पुलिस और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। किसानों का कहना है कि सरकार कानून तो वापस नहीं कर रही है, लेकिन किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही है। इससे किसान किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा। हालांकि हिसार में प्रदर्शन जारी है।

*कहां-कहां रही जाम की स्थिति*

करनाल में बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों ने जाम लगा दिया कुरुक्षेत्र में अंबाला हिसार हाइवे पर सैनी माजरा और थाना टोल पर जाम लगाया किसान नेता राकेश टिकैत शाम को हिसार जाते समय जींद जिले के राजपुरा गांव से होते हुए निकले। यहांB के अलावा जिले में रामराय, दनौदा, खटकड़ समेत कई जगहों पर जाम लगाया गया कैथल में जींद रोड पर तितरम मोड़, पाई और खरक पांडवा में किसानों ने जाम लगा दिया गया।

Sunday, May 16, 2021

May 16, 2021

हिसार में सीएम के कार्यक्रम के दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प, किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े

हिसार में सीएम के कार्यक्रम के दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प, किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े

हिसार : हिसार में कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जबरदस्त विरोध का सामना करना पडा है। यहां पर किसानों ने जबरदस्त विरोध किया जिसके बाद किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक हिसार के ओपी जिंदल मॉर्डन स्कूल में चौधऱी देवीलाल संजीवनी अस्पताल बनाया गया है। इसका शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री खुद पहुंचे थे। किसान टोल प्लाजा पर डटे हुए थे, लेकिन सीएम सीधे अस्पताल पहुंच गए।
जब आंदोलनकारियों को पता चला तो वे जिंदल स्‍कूल की तरफ बढ़े। पुलिस उन्‍हें रोकने का प्रयास करने लगी तो टकराव की स्थिति बन गई। आंदोलनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैंस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
हिसार के अलावा हांसी में किसानों को रोकने के लिए दो नाके लगा रखे थे। पहला हांसी बाईपास पर दूसरा टोल प्लाजा पर था। भिवानी, बवानी खेड़ा और नारनौंद की तरफ के किसान हिसार रहा रहे थे, आंदोलनकारियों ने पुलिस के नाकों को ट्रैक्टरों का प्रयोग कर तोड़ दिया।
जिंदल मॉडर्न स्‍कूल के साथ लगते सेक्‍टर 9-11 में भी आंदोलनकारी घुस आए। इन्‍हें खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। आंसू गैस के प्रयोग के बाद सेक्‍टर में रह रहे लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा। वहीं सेक्‍टर में भगदड़ का माहौल है। आंदोलनकारियों के विरोध के इस तरीके पर अब सवाल भी उठने लगे हैं।

कृषि कानूनों को वापस करवाने की मांग को लेकर शुरू किए गए आंदोलनकारियों ने सीएम मनोहर लाल को हिसार नहीं आने की चेतावनी दी थी।