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Friday, October 11, 2024

October 11, 2024

शपथ ग्रहण से पहले...' हरियाणा के युवाओं के लिए सीएम नायब सिंह सैनी का बड़ा ऐलान

'शपथ ग्रहण से पहले...' हरियाणा के युवाओं के लिए सीएम नायब सिंह सैनी का बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (फाइल फोटो)

Haryana Bulletin News : हरियाणा में नायब सिंह सैनी जल्द ही नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं, लेकिन इससे पहले शुक्रवार (11) अक्टूबर को उन्होंने बड़ा ऐलान कर दिया। निवर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बीजेपी की नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले ही करीब 25,000 पदों के लिए भर्ती परीक्षाओं के परिणाम जल्द ही घोषित कर दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को कुरुक्षेत्र जिले के पिपली, लाडवा और बाबैन अनाज मंडियों का दौरा किया। उन्होंने प्रदेश में बीजेपी को लगातार तीसरी बार सत्ता सौंपने के लिए हरियाणा की जनता का आभार भी जताया। मुख्यमंत्री सैनी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए राज्य के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
*मुख्यमंत्री ने किया था वादा*

इसके बाद यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने घोषणा की कि चुनावों से पहले बीजेपी द्वारा किए गए वादे के अनुसार बीजेपी की नई सरकार के शपथ ग्रहण से पहले लगभग 25,000 पदों के लिए परीक्षा परिणाम जल्द ही जारी किए जाएंगे। बता दें कि सीएम नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों कहा था कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के परिणाम तैयार हैं।
*कांग्रेस की शिकायत के बाद ईसी ने लगा दी थी रोक*

दरअसल, कांग्रेस द्वारा दर्ज की गई शिकायत का संज्ञान लेते हुए, अगस्त में चुनाव आयोग ने हरियाणा के अधिकारियों को विधानसभा चुनाव समाप्त होने तक पुलिस कांस्टेबल और शिक्षकों के लिए भर्ती परीक्षा के परिणाम घोषित करने से रोक दिया था। इसके बाद, सीएम सैनी ने कहा था कि उनके मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले योग्य उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग लेटर जारी किए जाएंगे।
बता दें कि शुक्रवार को सीएम सैनी के साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव जी अनुपमा, उपायुक्त राजेश जोगपाल, और पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला मौजूद रहे।

Wednesday, October 9, 2024

October 09, 2024

डा. कृष्ण मिड्ढा को छोड़ कर चार सीटों पर जनता ने नए चेहरों पर किया भरोसा

डा. कृष्ण मिड्ढा को छोड़ कर चार सीटों पर जनता ने नए चेहरों पर किया भरोसा
जिले की चार सीटों पर पहली बार दिखाई दिए चेहरे पहुंचे विधानसभा
जींद : जिले की पांच विधानसभा क्षेत्र की सीटों पर जिले के मतदाताओं ने चार नए चेहरों पर भरोसा जताया है। इनमें केवल जींद विधानसभा क्षेत्र की जनता ने नए चेहरे प्रदीप गिल को मौका नही दिया। क्योंकि प्रदीप गिल निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। यहां डा. कृष्ण मिड्ढा को जीत मिली है। जुलाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा तथा कांग्रेस के दोनों ही प्रत्याशी पहली बार चुनाव लड़ रहे थे। दोनों की आयु भी 30 वर्ष के आसपास है। यहां से लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट पर विश्वास जताते हुए उनको विधानसभा में भेजा है। विनेश फोगाट की शादी जुलाना विधानसभा के खेड़ा बख्ता गांव में हुई है। इसी प्रकार सफीदों विधानसभा के लोगों के लिए रामकुमार गौतम भी नए ही चेहरे हैं। रामकुमार गौतम नारनौंद विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखते हैं लेकिन भाजपा ने उनको सफीदों विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतार कर दांव लगाया था। सफीदों विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने रामकुमार गौतम को अपना लिया और यहां से पुराने चेहरे सुभाष गांगोली को नकार दिया। इसी प्रकार उचाना कलां विधानसभा सीट से भी लोगों ने पहली बार चुनाव लड़ रहे युवा चेहरे देवेंद्र अत्री को विधानसभा में भेज दिया। देवेंद्र अत्री ने उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा। यहां के लोगों ने पुराने चेहरे बृजेंद्र सिंह को नकार दिया। हालांकि बृजेंद्र सिंह मात्र 32 वोटों से ही चुनाव हारे हैंए लेकिन हार तो आखिर हार ही होती है। नरवाना विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने भी नए चेहरे कृष्ण बेदी पर अधिक विश्वास जताया। कृष्ण बेदी इससे पहले शाहाबाद विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। उनका पैतृक गांव नरवाना विधानसभा क्षेत्र का कलौदा खुर्द गांव हैं लेकिन बेदी यहां नहीं रहते। उन्होंने पहली बार नरवाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। नरवाना विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने कृष्ण बेदी पर विश्वास जताया है।

Wednesday, September 18, 2024

September 18, 2024

"प्रदीप गिल की भावुक अपील- 'आपके संघर्ष को अपना संघर्ष समझा है'"

"प्रदीप गिल की भावुक अपील- 'आपके संघर्ष को अपना संघर्ष समझा है'"
जींद : आज निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल ने जींद विधानसभा क्षेत्र में भगत सिंह मार्केट, तलोडा, रोहतक रोड व अन्य स्थानों पर जनसंपर्क एवं जनसभा के माध्यम से लोगों से संवाद स्थापित किया। उन्होंने अपने चुनाव चिह्न, गन्ना किसान को जनता के सामने प्रस्तुत करते हुए क्षेत्र के विकास और जनता के अधिकारों की रक्षा की प्रतिबद्धता को दोहराया।
इसके अतिरिक्त, उनकी धर्मपत्नी अनिता गिल और सुपुत्र अरमान गिल ने डोर टू डोर संपर्क अभियान चलाया। अनिता गिल ने अपोलो रोड और राज नगर में, जबकि अरमान गिल ने बोहतवाला और बरसोला में मतदाताओं से सीधा संवाद किया।

प्रदीप गिल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, मैं आपके बीच सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि आपके परिवार का हिस्सा बनकर आया हूं। आपके दुःख-सुख में हमेशा साथ खड़ा रहूंगा। मैंने इस क्षेत्र की धूल फांकी है, आपके हर संघर्ष को देखा है और इसे अपना संघर्ष समझा है।
उन्होंने आगे कहा, "आज हमारा जींद क्षेत्र पानी, सड़क, शिक्षा और रोजगार जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रहा है। हर बारिश में यहां की गलियों में पानी भर जाता है, नौजवान रोजगार के लिए दर-दर भटकते हैं। जब तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता, तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा। मेरा चुनाव चिन्ह गन्ना - किसान इस बात का प्रतीक है कि मैं सिर्फ किसानों के लिए नहीं, बल्कि इस धरती के हर उस व्यक्ति के लिए लड़ाई लड़ूंगा, जो अपने हक की लड़ाई लड़ना चाहता है।

Tuesday, September 17, 2024

September 17, 2024

अखिल भारतीय साहित्य परिषद जीन्द इकाई की अध्यक्ष बनी मंजू मानव

अखिल भारतीय साहित्य परिषद जीन्द इकाई की अध्यक्ष बनी मंजू मानव
जींद: अखिल भारतीय साहित्य परिषद की जीन्द इकाई का अध्यक्ष रूप में दायित्व अब वरिष्ठ साहित्यकार मंजू मानव संभालेंगी। हिन्दी दिवस की पूर्व  संध्या पर उनके नाम की घोषणा प्रान्तीय अध्यक्ष  प्रोफेसर सारस्वत मोहन मनीषी जी ने की। अब तक मंजु मानव जीन्द  इकाई की महामंत्री रहीं हैं। हर्षित भाव से डॉ मञ्जुलता ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आपने अब तक महामंत्री के रूप में भी परिषद को बहुत प्रसार दिया है और अध्यक्ष रूप में निश्चित ही अखिल भारतीय साहित्य परिषद जींद इकाई आपके नेतृत्व में और अधिक समुन्नत होगी। डॉक्टर जगदीप शर्मा राही, प्रांतीय संगठन मंत्री ने डॉक्टर मंजू मानव के घर जाकर उन्हें अध्यक्ष बनने की बधाई सौंपी। डॉक्टर  शिवनीत सिंह ने भी घर पहुंच कर नव अध्यक्षा को बधाई दी और कहा कि  भले ही मैं प्रान्तीय परिषद् का हिस्सा हूं,पर यहां आपके साथ पूरी प्रतिबद्धता से सदैव  साथ हूं।  मार्गदर्शक डॉक्टर राममेहर सिंह और बालमुकुंद भोला ने फोन के द्वारा इस खुशी के अवसर पर श्रीमती मंजू मानव को बधाई दी। शिक्षाविद् डॉक्टर अनुपम भाटिया ने स्वर्गीय राजेन्द्र मानव को याद करते हुए बधाई दी और कहा कि आपने तो मानव जी के सपनों को विस्तार देना है और परिषद् को ऊंचाइयां देनी हैं।हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था की अध्यक्ष श्रीमती शकुंतला काजल शकुन ने भी घर पहुँचकर उन्हें बधाई दी। मंजू मानव ने बताया कि उनकी कार्यकारिणी में मार्ग दर्शक मण्डल में बाल मुकुंद भोला, डॉक्टर राममेहर सिंह, श्रीमती अंजू सिहाग होगी। महामंत्री का दायित्व डॉक्टर ब्रजपाल संभालेंगे। उपाध्यक्ष का पद  संगीतज्ञ एवं शिक्षाविद डॉक्टर क्यूटी को सौंपा गया है। परिषद की सचिव डॉक्टर पूनम बिढान रहेंगी और कोषाध्यक्ष का दायित्व डॉक्टर सुमन निर्वहित करेंगी। अध्यक्ष मंजू मानव ने कहा कि वे स्वयं और समस्त कार्यकारिणी पूर्ण निष्ठा और परिषद के प्रति परायणता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जीन्द इकाई को और परिषद के कार्यों को विस्तार देंगे ।क्योंकि युवा नेतृत्व उनके साथ है और वरिष्ठ साहित्यकारों का एक विशेष डेरा और समाजसेवियों का सहयोग उन्हें सदैव प्राप्त होता रहेगा । इसलिए अवश्य ही परिषद के उद्देश्य और अधिक फैलाव में और अधिक विस्तृत होंगे।

Monday, September 16, 2024

September 16, 2024

कंडेला की सरदारी ने गिल के समर्थन में किया फैसला, चुनाव में नया मोड़

कंडेला की सरदारी ने गिल के समर्थन में किया फैसला, चुनाव में नया मोड़

जींद में जनता ने पुरानी राजनीति को नकारा, प्रदीप गिल बने बदलाव का चेहरा
जींद : जींद विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल ने आज ऐतिहासिक गांव कंडेला में विशाल जनसभा को संबोधित किया। गिल का युवाओं और बुजुर्गों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। चुनाव प्रचार की शुरुआत से पहले प्रदीप गिल ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और कंडेला के प्रसिद्ध बैल वाले मंदिर में जाकर आशीर्वाद लिया।
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदीप गिल ने कहा, "मैंने कोई कमाल नहीं किया, यह कमाल इस सरदारी, इस भाईचारे और नौजवानों ने किया है। जींद की जनता ने उन लोगों को नकारने का निर्णय लिया है जिन्होंने वर्षों से जींद को केवल वोट देने का साधन माना है। अब जनता उन नेताओं को नकार रही है, जिन्होंने चुनाव के बाद जनता की सुध नहीं ली। आज इस गांव और जींद की जनता ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें अपने बेटे और भाई से कितना प्यार है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि जैसे सिसर गाँव मेरे लिए है, वैसे ही कंडेला भी मेरे लिए उतना ही महत्वपूर्ण है। कंडेला गाँव का कर्ज़ आज मेरे सिर पर है और मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा।"भावुक होते हुए गिल ने कहा, "जब मैं अपने अपनों के बीच आता हूँ और इतना भारी उत्साह देखता हूँ, तो भावनाएँ उमड़ने लगती हैं। मैं कभी उस ताऊ को नहीं भूल सकता, जो झंडा उठाए मुझसे आगे दौड़ रहा था। यह जनता चाहती है कि उनका बेटा और नौजवान उनके हक की बात करे, किसानों, मजदूरों और युवाओं के लिए खड़ा हो और उनके दुःख-सुख में हमेशा साथ रहे।"मीडिया से बातचीत के दौरान जब प्रदीप गिल से उनके प्रतिद्वंद्वी नेताओं पर निशाना साधने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "जींद को कुछ नेताओं ने कठपुतली बना रखा है। वे चुनावों में जनता को मात्र एक भीड़ समझते हैं, लेकिन आज जनता ने यह साबित कर दिया है कि उनका बेटा अब सरकार से सीधे टक्कर लेगा। आईबी की रिपोर्ट भी यही कह रही है कि यह सरदारी इस बार सरकार को धराशायी कर देगी।"
गिल ने ऐतिहासिक कंडेला गाँव का आशीर्वाद लेने के बारे में कहा, "यह गाँव हमेशा से कुर्सियाँ बिठाने और उतारने का काम करता रहा है। मैं आपके सामने खड़ा होकर यह वादा करता हूँ कि मैं ऐसा काम करूंगा कि आप मुझे कभी अपने दिल से दूर नहीं कर पाएंगे। मैं आपकी आदत बन जाऊंगा, आपके जीवन का हिस्सा बनूंगा और आपके हर संघर्ष में साथ खड़ा रहूँगा।"

कंडेला गाँव की इस विशाल जनसभा और जनता के अपार समर्थन से प्रदीप गिल ने यह साफ कर दिया है कि जींद विधानसभा में एक नया अध्याय लिखने का समय आ गया है। जनता का आशीर्वाद और समर्थन उनके साथ है, और वे जींद के विकास के लिए अपना हर संभव प्रयास करेंगे।

Sunday, September 15, 2024

September 15, 2024

जींद में निर्दलीय उम्मीदवार प्रदीप गिल को जनता का अपार समर्थन, विकास की नई उम्मीद

प्रदीप गिल बोले – जनता ही मेरी असली ताकत, हर मुश्किल में आपके साथ खड़ा रहूंगा

जींद में निर्दलीय उम्मीदवार प्रदीप गिल को जनता का अपार समर्थन, विकास की नई उम्मीद

आपके साथ, आपके लिए – प्रदीप गिल की भावुक अपील

विकास की गारंटी के साथ चुनावी मैदान में उतरे प्रदीप गिल, बोले – आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगा
जींद : जींद विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरने के बाद प्रदीप गिल ने जनता के बीच अपार समर्थन और विश्वास का माहौल तैयार किया है। आज जींद  के सावित्री नगर, न्यू कृष्णा कॉलोनी, शीतलपुरी कॉलोनी और दालमवाला इलाकों में प्रदीप गिल ने स्थानीय निवासियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। जनता के साथ हुए इस संवाद में बेरोजगारी, बुनियादी सुविधाओं की कमी और क्षेत्र के विकास की अनदेखी जैसे मुद्दों पर जोर दिया गया।
चाय पर चर्चा के दौरान, गिल ने भावुक होते हुए कहा, “मैं राजनीति में किसी निजी स्वार्थ के लिए नहीं आया हूं। मैंने हमेशा क्षेत्र के विकास और जनता की भलाई को प्राथमिकता दी है। आप सभी ने मुझे जितना स्नेह और समर्थन दिया है, उसके लिए मैं सदैव आपका ऋणी रहूंगा। मैं इस बात की गारंटी देता हूं कि हर कदम पर आपके साथ खड़ा रहूंगा। चाहे मुश्किल कितनी भी बड़ी क्यों न हो, मैं आपके साथ हूं, आपके लिए हूं।“
प्रदीप गिल ने कांग्रेस से अपने अलग होने का उल्लेख करते हुए कहा, “मैंने कांग्रेस पार्टी इसलिए छोड़ी क्योंकि वहां मेरा लक्ष्य और जनता की सेवा के प्रति मेरी निष्ठा को समझा नहीं गया। लेकिन अब, मैं किसी पार्टी की सीमाओं में बंधा नहीं हूं। अब मैं पूरी तरह से जनता के लिए स्वतंत्र रूप से काम करने को तैयार हूं। आप ही मेरे असली नेता हैं, और मैं आपका सिपाही हूं।“
गिल ने जींद  की समस्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि मौजूदा सरकार ने क्षेत्र की अनदेखी की है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा हुआ है, असली मुद्दों से ध्यान हटाया गया है। बेरोजगारी और सड़कों की बदहाल स्थिति ने जनता की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। “सरकारों ने वादे किए, लेकिन वे वादे कभी पूरे नहीं हुए। अब हमें उन नेताओं की ज़रूरत है जो केवल चुनावी मौसम में नहीं, बल्कि हर वक्त आपके साथ खड़े रहें।”जनता के बीच चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “यह चुनाव सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि आपके भविष्य का चुनाव है। यह फैसला आपके बच्चों की शिक्षा, रोजगार और आपके परिवारों के बेहतर जीवन का है। मैं आपका साथ छोड़ने नहीं आया, बल्कि आपको साथ लेकर चलने आया हूं। आप मुझे जहां भी बुलाएंगे, मैं वहां आपकी आवाज बनकर पहुंचूंगा।”
गिल की इस स्पष्ट और ईमानदार अपील से जनता के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। सैकड़ों लोगों ने उनके समर्थन में एकजुट होकर कहा कि वे अब एक ऐसे नेता को चुनना चाहते हैं, जो उनके बीच रहकर उनकी तकलीफों को समझे और उनका समाधान करे। गिल को मिल रहे इस अपार समर्थन से स्पष्ट है कि जींद  के लोग अब बदलाव की राह देख रहे हैं, और यह बदलाव प्रदीप गिल के रूप में सामने आ रहा है।
उनके कार्यक्रमों में शामिल हुए नागरिकों ने भी यह बात कही कि वे अब वादों से थक चुके हैं। जनता को अब एक ऐसे नेता की जरूरत है, जो उनके साथ खड़ा हो और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरे। प्रदीप गिल ने लोगों से वादा करते हुए कहा, “मैं आपके हर दर्द, हर समस्या का समाधान करने का प्रयास करूंगा। आपसे किया गया कोई भी वादा अधूरा नहीं रहेगा। मेरा एकमात्र उद्देश्य जींद  का विकास और आपकी भलाई है।“
इस चुनावी माहौल में, प्रदीप गिल को जनता से जिस प्रकार का अपार समर्थन मिल रहा है, उससे यह साफ है कि जनता अब सच्चे और ईमानदार नेतृत्व के लिए तैयार है। प्रदीप गिल ने अंत में कहा, “मैं आपके विश्वास और समर्थन का मान रखते हुए पूरी निष्ठा से आपकी सेवा में समर्पित रहूंगा। आप बस मेरा साथ दें, मैं आपको कभी निराश नहीं करूंगा।“

Friday, September 13, 2024

September 13, 2024

हिन्दी की पूर्व संध्या पर आयोजित काव्य गोष्ठी

हिन्दी की पूर्व संध्या पर आयोजित काव्य गोष्ठी

‘हिन्दी मेरा दिनमान है, हिन्दी मेरा स्वाभिमान है… डॉ. मंजुलता
जींद: किसी भी भाषा का विकास में जनसंचार माध्यमों की महत्वपूर्ण होती है। इस दृष्टि से हिन्दी भाषा के विकास में आधुनिक जनसंचार माध्यमों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस समय ई-जर्नलिज्म, ई-ट्रेनिंग, ई-एजुकेशन, ई-गवर्नेंस आदि के कारण ई-युग का प्रारम्भ हो चुका है। ऐसी स्थिति में हिन्दी को विकसित कर विश्वभाषा बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका इंटरनेट निभा रहा है। यह बात अखिल भारतीय साहित्य परिषद्‌, जीन्द इकाई की अध्यक्ष डॉ॰ मंजुलता ने ‘हिन्दी दिवस’ की पूर्व संध्या पर आयोजित गोष्ठी में कही।21वीं सदी सायबर युग की है, कोई भी काम अब इंटरनेट के बिना अधूरा है लगता है और यही इंटरनेट विश्वभर में घर-घर तक पहुँच चुका है। ऐसे में हिन्दी अगर तकनीक की भाषा बन जाए, तो विश्वभाषा बनने में देर नहीं लगेगी। हिन्दी को विश्वभाषा बनाने में इंटरनेट इसलिए भी लाभप्रद है कि हिन्दी भाषी भारतीय भूल के लोग कई देशों में बसे हुए हैं, जो अपने देश से जुड़े रहना चाहते हैं। आज हिन्दी का प्रयोग भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में बल्कि विश्व के अनेक देशों में हो रहा है। विदेशों में भी हिन्दी अध्ययन-अध्यापन बल पकड़ रहा है। विश्व के 44 से अधिक देशों में बोली और समझी जाने वाली भाषा है। विश्व के 150 से अधिक विश्वविद्यालयों में हिन्दी के पठन-पाठन और अनुसंधान की व्यवस्था है। लगातार हिन्दी के जानने और बोलने वालों की संख्या बढ़ रही है आने वाले दिनों में हिन्दी अन्तरराष्ट्रीय भाषा के रूप में उभरेगी। इंटरनेट के कारण ही वह केवल भारत की सीमाओं में कैद नहीं रही, बल्कि वह बड़े स्तर पर संवाद और संपर्क की कड़ी बनी। विश्व बाजार के दबाव और लोगों के बढ़ते रूझाने के कारण पिछले कई वर्षों में यह भी देखने में आया कि ‘स्टार न्यूज’ जैसे चैनल, जो अंग्रेजी में आरम्भ हुए, वे विशुद्ध बाजारीय दबाव के चलते पूर्णतः हिन्दी चैनल में रूपांतरित हो गये हैं। साथ ही, ‘ई॰ एस॰ पी॰ एन’ तथा ‘स्टार स्पोट्‌र्स’ जैसे खेल चैनल भी हिन्दी में कमेंटरी देने लगे हैं। अनेक हिन्दी समाचार-पत्रों के इंटरनेट संस्करण आ चुके हैं। भारतीय सिनेमा ने भी हिन्दी भाषा को देश-काल की सीमा से बाहर निकालकर विश्व पटल पर लेकर जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भावी पीढ़ी को उन्होंने कहा कि हिन्दी होकर कभी भी कंधे नहीं  झुकाने पड़ते मैं स्वयं में इसका उदाहरण हूँ। मैं गौरवान्वित हूँ कि 
‘हिन्दी मेरा दिनमान है,
हिन्दी मेरा स्वाभिमान  है।
मेरा जीवन है हिन्दी से,
हिन्दी मेरी सांसें हैं, प्राण है॥’
अखिल भारतीय साहित्य परिषद की महामंत्री वरिष्ठ साहित्यकार मंजू मानव ने बहुत ही भावपूर्ण लहजे में हिंदी के प्रति अपने भावों अभिव्यक्त करते हुए काव्य पाठ किया और उन्होंने कहा कि
हिन्दी  की  बिन्दी  सिखाती  है  हमको, 
अस्मत  तो  इसकी  बचानी  पडेगी। 
जो  भूलते  जा रहे  इसकी  गरिमा, 
अनमोल  कीमत  चुकानी पड़ेगी॥
डॉ. ब्रजपाल ने कहा कि ‘हिन्दी दिवस’ की अग्रिम बधाई देते कहा कि सभी भाषाओं का अपना महत्त्व है लेकिन उन सब में हिन्दी भाषा का अपना विशेष स्थान है। हिन्दी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। जो अपना क्षेत्र विस्तृत करते हुए विभिन्न देशों के विश्वविद्यालयों में आज पढ़ाई जा रही है।निश्चित तौर पर आगामी समय हिन्दी भाषा-भाषियों के लिए उज्ज्वल होगा क्योंकि हिन्दी भाषा अब तकनीक की भाषा बनती जा रही है। तकनीक के साथ जुड़ने के उपरान्त हिन्दी भाषियों के लिए रोजगार के नए-नए द्वार खुले हैं। वैश्विकरण के दौर में यह केवल भारत ही नहीं अपितु विश्व के प्रसिद्ध देशों के मध्य वैचारिक आदान-प्रदान की भाषा बनती जा रही है। हिन्दी भाषा हृदय के उद्‌गारों को व्यक्त करने का सबसे सरल एवं सशक्त माध्यम है।
प्रान्तीय संचार मंत्री डॉ॰ शिवनीत सिंह ने कहा कि हिन्दी भविष्य की भाषा है। हिंदी कोमलता और सौम्यता की बात की कुछ ओर है। हिन्दी ने तकनीक के साथ अपना स्थान लेना आरंभ कर दिया है ।कंप्यूटर, मोबाइल फोन में भी हिंदी टाइपिंग, गूगल हिंदी आदि ऐप्स(Apps) प्रस्तुत है जो हिंदी को वर्तमान की भाषा बनाते हैं। आज हिंदी प्रेमी युवा भी हिंदी में न केवल संदेश भेजते हैं अपितु हिंदी में ही मोबाइल पर भी कार्य  भी करते हैं। तकनीकी रूप से हिन्दी को और ज्यादा उन्नत, समृद्ध तथा आसान बनाने के लिए अब कई सॉफ्टवेयर भी हिन्दी के लिए बन रहे हैं।
डॉ. पूनम पूजित ने काव्य पक्तियों से गोष्ठी को सजाते हुए काव्य पाठ किया और गर्व से कहा कि.. 
खेत माट्टी त जुड़ी हुई मैं हरियाणा की नार सूं
ना समझिये अणजान मनै मैं सृष्टि का सार सूं 

पेट पाड़ क जन्म देऊ जब,
मैं ब्रम्हा त कम कोन्या ।
गिल्ये मै भी गेल सो जावै,
नर मै इतना दम कोन्या ।
मैं ठयरी घर-बारण निराळी
घर की देशी खार सूं .....

गरीबों की झोपड़ियाँ गिराने लगे हैं लोग 
महल शोहरत के बनाने लगे हैं लोग 

न कुछ मिट सका तो इरादे बदल दिये
अब तो खुद ही मिटने मिटाने लगे हैं लोग
आगे उन्होंने बताया कि हिंदी भारत की प्रमुख भाषाओं में से एक है और हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर की प्रतीक है। यह देश के करोड़ों लोगों की मातृभाषा है, जो न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में बोली और समझी जाती है। हिंदी का साहित्य समृद्ध और विविधता से भरा हुआ है, जिसमें कविता, कथा, नाटक और उपन्यास जैसी विधाओं में उत्कृष्ट रचनाएँ शामिल हैं।
डॉ.सुमन एनसीसी अधिकारी और योगा सांइस विभाग की प्रभारी ने कहा कि हिंदी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक समय तक, समाज को एकजुट करने और विचारों का आदान-प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई है। यह एक ऐसी भाषा है जो लोगों के दिलों को जोड़ती है और भारतीय संस्कृति, परंपरा और मूल्य को संजोए रखती है। हिंदी का महत्व आज वैश्विक स्तर पर भी बढ़ रहा है, और इसे नई पीढ़ियों तक पहुंचाना और प्रोत्साहित करना हम सबकी जिम्मेदारी है।डॉ. सुनील ने कहा कि हिन्दी भारत की राजभाषा होने के साथ-साथ करोड़ों लोगों की मातृभाषा भी है। हिंदी का साहित्य, कविता, कहानियाँ और लोकगीत भारतीय संस्कृति और परंपराओं को गहराई से समेटे हुए है। आज के डिजिटल युग में हिंदी का महत्व तेजी से बढ़ रहा है, और यह वैश्विक मंचों पर अपनी पहचान मजबूत कर रही है।हिंदी हमारे भावों की भाषा है जो प्रत्येक व्यक्ति के दिल को छू लेती है। पर जीवन की गति को बनाए रखने के लिए अन्य भाषाओं का भी विशेष महत्व है।
डॉ. जितेन्द्र भारद्वाज ने कहा कि हिन्दी का बढ़ता कद वैश्विक स्तर पर तेजी से दिखाई दे रहा है। भारत में इसे न केवल आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया है, बल्कि डिजिटल युग में इसकी लोकप्रियता और उपयोग भी बढ़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी हिंदी का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे इसका महत्व और प्रसार दोनों ही बढ़ते जा रहे हैं। भविष्य में हिंदी का कद और ऊंचा होने की उम्मीद है।
डॉ. पूनम बिड़ाण ने संगोष्ठी का कुशल संचालन करते हुए हिन्दी की गरिमामयी साप्रासंगिक प्रस्तुतियाँ सभी सहभागियों को सौपी और कहा कि हिन्दी मिठ्ठी-मधुर वाणी, हर दिल को यह भाती है। शब्द-शब्द में शहद घुला, हर मन को यह लुभाती है। हिन्दी हमारी भाषा ही नहीं हमारी पहचान भी है। हमें गैर-हिन्दी भाषा-भाषियों को भी हिंदी के प्रति जागरूक करना चाहिए।

Sunday, September 8, 2024

September 08, 2024

बदले समीकरणों में कांग्रेस की टिकट महावीर कम्प्यूटर जींद विधानसभा सीट पर सबसे आगे

बदले समीकरणों में कांग्रेस की टिकट महावीर कम्प्यूटर जींद विधानसभा सीट पर सबसे आगे 
जींद : जींद विधानसभा सीट को लेकर कांग्रेस में अच्छी खासी माथापच्ची हो रही है। इस सीट पर कभी महावीर गुप्ता तो कभी महावीर कंप्यूटर का नाम चर्चा में आ रहा है। एक बात बहुत हद तक साफ है कि जींद विधानसभा सीट अगर कांग्रेस के खाते में रहती है तो कांग्रेस यहां से वैश्य समाज के उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी। 
सूत्रों के अनुसार पहले महावीर गुप्ता का नाम सबसे ऊपर चल रहा था, लेकिन जब पार्टी आलाकमान ने यह देखा कि पिछले चुनाव में महावीर गुप्ता को शहर में बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा, जबकि मूल रूप से महावीर गुप्ता शहरी कैंडिडेट है और वह अपने बूथ पर भी चुनाव हार गए तो पार्टी ने उनसे किनारा करना शुरू किया। 
2019 के विधानसभा चुनाव में जींद शहर में भाजपा के डॉ कृष्ण मिढ़ा को 40336 वोट मिले थे, जबकि महावीर गुप्ता 20622 वोट ही जुटा पाए और वह 19714 वोटों से शहर में पिछड़ गए। विधानसभा में 12508 वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। गांव में जीत को जेजेपी का असर माना जाता है, जबकि शहर में हार का कारण माना जा रहा है कि महावीर गुप्ता का शहर में अपना कोई प्रभाव नहीं है। यहां तक कि महावीर गुप्ता अपने बूथ नंबर 86 और 87 को मिलाकर भाजपा के मुकाबले 33 वोटों से चुनाव हार गए थे।
जब यह जानकारी कांग्रेस उच्च कमान के पास पहुंची तो उसने इस जानकारी को गंभीरता से लेते हुए महावीर कंप्यूटर के नाम पर कंप्यूटर से विचार करना शुरू किया है। कांग्रेस की दूसरी सूची में जींद विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार के नाम की घोषणा होने की उम्मीद की जा रही है और माना जा रहा है कि अब महावीर कंप्यूटर टिकट की दौड़ में सबसे आगे खड़े हैं। इसके पीछे पिछले कुछ समय में उनके द्वारा किए गए संघर्ष और आंदोलन के साथ-साथ उनका पार्टी के साथ लगातार जुड़े रहना प्रमुख कारण बन रहा है।

Tuesday, September 3, 2024

September 03, 2024

कांग्रेस ने हरियाणा में फाइनल किए 66 नाम, AAP से गठबंधन पर दो-तीन दिन में तस्वीर होगी साफ

कांग्रेस ने हरियाणा में फाइनल किए 66 नाम, AAP से गठबंधन पर दो-तीन दिन में तस्वीर होगी साफ
चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रे उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक खत्म हो गई है। मीटिंग के बाद हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को 41 सीटों पर चर्चा हुई, जिसमें 32 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय हो गए हैं।दीपक बाबरिया ने आगे बताया कि गठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी से बात चल रही है, दो तीन में तस्वीर साफ होगी. अब तक 66 सीटों पर नाम तय हो गए हैं। गुरुवार तक सूची जारी होने की उम्मीद है।इससे पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर अपडेट सामने आया था। इसके मुताबिक हरियाणा में कांग्रेस आम आदमी पार्टी को 7 सीटें देने को राजी हो गई है, लेकिन आप की मांग इससे ज्यादा है। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से हरियाणा में दस सीटों की मांग की है।
*AAP ने मांगी दस सीटें*

दस सीटों की मांग के पीछे आम आदमी पार्टी ने तर्क भी दिया है। सीट शेयरिंग को लेकर आम आदमी पार्टी के फॉर्मूले के मुताबिक एक लोकसभा में नौ सीटें है। लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में 10 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था इसलिए उसे विधानसभा चुनाव में दस सीटें दी जाएं।
*वोट नहीं बंटने देना- दीपक बाबरिया*

वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर 5 सितंबर के बाद सबकुछ साफ हो जाएगा। इधर, जहां कांग्रेस बैठकें कर रही है उधर, आम आदमी पार्टी भी अरविंद केजरीवाल की जमानत पर आने वाले फैसले का इंतजार कर रही है। गठबंधन को लेकर हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि हमें बीजेपी को हराना है और वोटों को बंटने नहीं देना है।

Sunday, September 1, 2024

September 01, 2024

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने जींद विधानसभा सभा से कॉमरेड कपूर सिंह को बनाया पार्टी उम्मीदवार

*मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने जींद विधानसभा सभा से कॉमरेड कपूर सिंह को बनाया पार्टी उम्मीदवार* 
जींद :  आज मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन जींद की बैरागी धर्मशाला में सम्पन्न हुआ जिसमें वामपंथी दलों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और आगामी चुनावों में जींद विधानसभा क्षेत्र से सीपीआईएम ने उम्मीदवार के रूप में प्रसिद्ध ट्रेड यूनियन नेता कॉमरेड कपूर सिंह को चुनाव में उतारा है। कपूर सिंह सीटू के राज्य सचिव हैं और अनुसूचित जाति पृष्ठभूमि से आते हैं। प्रकाश चंद्र की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन को पूर्व प्रदेश सचिव इंद्रजीत सिंह समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया। इंद्रजीत सिंह ने सीपीएम और सीपीआई द्वारा संयुक्त रूप से तय किए गए हरियाणा विधानसभा चुनावों में हासिल करने के लिए तीन व्यापक उद्देश्यों पर जोर दिया। इनमें *भाजपा को सत्ता से बाहर करना, वैकल्पिक धर्मनिरपेक्ष सरकार चुनना और विधानसभा में वाम दलों के प्रतिनिधियों को सुनिश्चित करना शामिल है।* उन्होंने इंडिया एलायंस के संयुक्त मंच के तहत चुनाव लड़ने की तात्कालिकता दोहराई, जिसके लिए अन्य घटक दलों की सीटों का समायोजन करना कांग्रेस पार्टी का दायित्व था। इस बीच 25 अगस्त को रोहतक में हुई राज्य समिति की बैठक में चुनाव लड़ने वाली सीटों की संख्या को अंतिम रूप देने के लिए अधिकृत किया गया है। सम्मेलन को किसान नेता फूल सिंह श्योकंद, पार्टी जिला सचिव रमेश चंद्र और अन्य ने भी संबोधित किया।
September 01, 2024

इनेलो ने 7 विधानसभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी

इनेलो ने 7 विधानसभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी 
चंडीगढ़ : इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओम प्रकाश चौटाला से विचार विमर्श के बाद इनेलो प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा ने रविवार को सात विधानसभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की।
कलायत विधानसभा हलका से रामपाल माजरा, लाडवा विधानसभा हलका से शेर सिंह बड़शामी, नारनोंद विधानसभा हलका से उमेद लोहान, बहादुरगढ़ विधानसभा हलका से पूर्व विधायक स्वर्गीय नफ़े सिंह राठी की धर्मपत्नी श्रीमती शीला राठी, रानिया विधानसभा हलका से अर्जुन सिंह चौटाला, हथीन विधानसभा हलका से तैयब हुसैन भीमसीका और कालांवाली विधानसभा हलका से मास्टर गुरतेज सिंह सुखचैन को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
इस दूसरी सूची के 7 उम्मीदवारों समेत इनेलो के 11 और बसपा के 4 उम्मीदवारों को मिलाकर अब तक कुल 15 उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है।