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Saturday, January 23, 2021

January 23, 2021

हरियाणा में पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रदद्, किसान आंदोलन के चलते लिया फैसला

 हरियाणा में पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रदद्, किसान आंदोलन के चलते लिया फैसला

 चंडीगढ़– हरियाणा में पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रदद्, किसान आंदोलन के चलते लिया फैसला
January 23, 2021

52 साल पहले दादा की हत्या...28 साल के पोते ने अब लिया बदला, दिल दहला देगी वारदात

52 साल पहले दादा की हत्या...28 साल के पोते ने अब लिया बदला, दिल दहला देगी वारदात

रोहतक : हरियाणा के रोहतक के गांव मकड़ौली कलां में 52 साल पहले हुई दादा की हत्या का बदला लेने के लिए 28 साल के पोते ने 76 वर्षीय पड़ोसी रिटायर्ड फौजी की पेट में तलवार घोंपकर हत्या कर दी। इस बीच घर में खाना बना रही पूर्व फौजी की पुत्रवधू बचाने दौड़ी तो उस पर भी हमले की कोशिश कर आरोपी मौके से फरार हो गया। बाद में पुलिस ने एसपी राहुल शर्मा के दिशा निर्देश में कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेशकर रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में वीरेंद्र की पत्नी मीना ने बताया कि वह मकड़ौली कलां गांव की रहने वाली है।
मीना ने बताया कि गुरुवार सुबह साढ़े 10 बजे वह घर पर खाना बना रही थी। उसका ससुर पूर्व फौजी नवल सिंह (76) घर के आंगन में बैठकर खाना खा रहा था। पति वीरेंद्र किसी काम से  बाहर गया था। उसी समय घर में पड़ोसी संदीप उर्फ गोला आया और वीरेंद्र के बारे में पूछने लगा। जिस पर मीना ने पति के बाहर जाने की बात कही। यह सुनकर संदीप चला गया।  कुछ देर बाद घर के अंदर तलवार लेकर आया। मीना रसोई के पास खड़ी थी। मीना के देखते देखते संदीप ने अपने हाथ में ली तलवार से ससुर नवल सिंह पर हमला कर दिया। संदीप ने नवल सिंह के पेट में तलवार घोंप दी। इसके बाद फिर से संदीप ने तलवार से और वार करने की कोशिश की जिस पर मीना चिल्ला उठी और संदीप को पकड़ने की कोशिश की।

इस दौरान संदीप ने मीना पर भी तलवार से जानलेवा हमला करने की कोशिश की। इस बीच मीना ने तलवार पकड़ ली, जिससे तलवार मौके पर ही गिर गई। आरोपी मीना, उसके पति और बेटे को जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गया। खून से लथपथ हालत में नवल सिंह को पड़ोसी राजबीर और रविंद्र की सहायता से इलाज के लिए पीजीआई लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार 52 साल पहले आरोपी संदीप के दादा श्रीलाल की हत्या किसी विवाद के चलते मृतक नवल सिंह व उसके परिवार के सदस्यों ने की थी जिस मामले में सभी जेल भी गए थे।
मगर बाद में गांव में पंचायती तौर पर फैसला होने के बाद आरोपी कोर्ट से बरी हो गए थे। श्रीलाल की हत्या होने के ढाई माह बाद संदीप के पिता पैदा हुए थे। बाद में कुछ समय बाद दोनों परिवारों के बीच आना-जाना भी शुरू हो गया था। डीएसपी सदर सज्जन कुमार ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी संदीप ने बताया कि वह शादीशुदा है व एक बेटी का पिता है। वह पेशे से किसान है।
January 23, 2021

किसान आंदोलन में खूनी खेल की साजिश, किसानों को गोलियों से छलनी करने का बना रखा था प्लान

किसान आंदोलन में खूनी खेल की साजिश, किसानों को गोलियों से छलनी करने का बना रखा था प्लान

नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों पर छिड़े किसानों के आंदोलन के बीच से एक बड़ी और बेहद सनसनीखेज खबर सामने आई है।बीती रात दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर संदिग्धता के आधार पर काले कपड़े और सफेद नकाब पहने एक शख्स को पकड़ा गया है। वहीँ पकड़े जाने के बाद शख्स ने जो खुलासा किया है उससे चिंताजनक माहौल पैदा हो गया है।

दरअसल, पकड़े गए शख्स ने अपनी नापाक साजिश को अंजाम देने को लेकर खुलासा किया है। शख्स ने प्रेस के सामने बताया है कि वह अकेला नहीं है उसके साथ एक टीम है जो कि किसान आंदोलन में खूनी खेल की साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग में थी| शख्स ने बताया कि 26 जनवरी को निकलने वाली ट्रैक्टर रैली के दौरान अफरातफरी मचाने की पूरी कोशिश थी और इसके अलावा मंच पर चार किसान नेताओं को गोली मारने के लिए उससे कहा गया था जिनकी फोटो उसे दी गई थी। शख्स ने ये भी बताया कि ये सब करवाने की साजिश राइ थाने के एसएचओ प्रदीप की है, जोकि हमेशा अपना चेहरा ढके रहता है।

फ़िलहाल दिल्ली पुलिस की टीम शख्स से पूछताछ कर रही है। शख्स से हरियाणा के सोनीपत में रहने की जानकारी सामने आई है। नाम योगेश बताया गया, जोकि 9 वीं कक्षा तक पढ़ा है।

Friday, January 22, 2021

January 22, 2021

किसान आंदोलन में अंग्रेजों के जमाने की कार की एंट्री, कार में है बुलेट के टायर

किसान आंदोलन में अंग्रेजों के जमाने की कार की एंट्री, कार में है बुलेट के टायर

नई दिल्ली : कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच बैठकों का दौर जारी है लेकिन अभी तक कोई हल निकलता दिखाई नहीं दे रहा है। तमाम परेशानियों का सामना करते हुए किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। किसानों के इरादे साफ हैं कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती वो अपने घर नहीं लौटेंगे। इसी बीच किसान आंदोलन के दौरान कई बेहद दिलचस्प चीजें भी देखने को मिल रही हैं। कभी किसानों के इस आंदोलन में कार में हुक्के लगे दिख रहे हैं तो अब अंग्रजों के जमाने की कार की भी एंट्री इस आंदोलन में हो गई है। जिसे एक युवा किसान पंजाब के मोगा से लेकर पहुंचा। लोग इस कार को देख काफी आकर्षित हो रहे हैं।

*कार की खास बात*

युवा किसान गगनदीप सिंह ने अपनी इस कार के बारे में जानकारी दी और बताया की करीब साढे पांच लाख रुपये देकर के उन्होंने इस कार को तैयार करवाया है ये उनके दादा जी ने खरीदी थी और अब उन्होंने इसमें सुधार किया है। उन्होंने बताया कि वो इस कार के साथ 26 जनवरी को परेड में हिस्सा लेगें। ये कार बुलेट के टायरों पर चल रही है।गगनदीप के मुताबिक उनके दादा जी ने इसे 1926 में जर्मनी से इम्पोर्ट करवाया था तब ये मिट्टी के तेल से चलती थी और अब उन्होंने इसके इंजन को मॉडीफाई किया व डीजल के साथ चलने लायक बनाया है।



लोग इस कार को देखने के बाद इसके साथ सेल्फी ले रहे हैं हर कोई इसमें बैठकर सवार होना चाहता है। लोगों को ये कार काफी आकर्षित कर रही है। गगनदीप ने कहा कि कृषि कानूनों को वापिस नहीं लिया जा रहा है जिससे किसानों में नाराजगी है और वो 26 जनवरी की परेड में अपनी विंटेज कार के साथ शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि वो अपने नेताओं के फैसले का सम्मान करते हुए वो जो भी कहेंगे वो ही कहेंगे। फिलहाल कई बैठकों के बावजूद भी कोई समाधान नहीं निकला है और वे अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं।

वहीं आप को बता दें कि किसानों के इस आंदोलन के दौरान कई बार ऐसी चीजे देखने को मिली हैं जो कहीं और देखने को नहीं मिल सकती। हाल ही में एक बुजुर्ग की कार में हुक्के भी लगे देखे गए थे जिसे देखकर लोग हैरान हो रहे थे।
January 22, 2021

किसानों और सरकार के बीच 11वें दौर की बैठक आज, इस खास मुद्दे पर हो सकती है आज चर्चा

किसानों और सरकार के बीच 11वें दौर की बैठक आज, इस खास मुद्दे पर हो सकती है आज चर्चा

नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों पर किसानों के आंदोलन का आज 58वां दिन है। केंद्र सरकार की तरफ से 10वें राउंड की बैठक में किसानों को जो नया प्रस्ताव दिया गया था, उसके मुताबिक डेढ साल तक कृषि कानूनों को निलंबत कर कमिटी बनाने की सिफारिश की गई थी। इस प्रस्ताव को किसान संगठनों ने खारिज कर दिया है और तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।

इस माहौल के बीच आज केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच 11वें दौर की वार्ता होने जा रही है। विज्ञान भवन में ये बैठक दोपहर 12 बजे से होगी। इधर, किसान संगठनों की तरफ से दबाव बढ़ाने के लिए यह चेतावनी दी गई है कि वे 26 जनवरी को लाल किला से इंडिया गेट ट्रैक्टर रैली निकालेंगे।

किसान संगठनों की मांग है कि सरकार तीनों नए कृषि कानूनों की वापसी के साथ ही एमएसपी को कानून का हिस्सा बनाए। किसानों को डर है कि सरकार इन कानूनों के जरिए उन्हें उद्योगपतियों को भरोसे छोड़ देगी। जबकि, सरकार का कहना है कि इन नए कृषि कानूनों के जरिए निवेश के अवसर खुलेंगे और किसानों की आमदनी बढ़ेगी।


इसके साथ ही ट्रैक्टर परेड को लेकर पुलिस और किसानों के बीच हुई गुरुवार को तीसरे राउंड की बैठक भी बेनतीजा रही, दरअसल किसान चाहते हैं कि ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी को राजधानी दिल्ली के अंदर आउटर रिंग रोड पर हो, जबकि पुलिस का कहना है कि आप ट्रैक्टर रैली दिल्ली के अंदर ना करके कहीं बाहर कर ले। पुलिस ने रैली के लिए KMP के रास्ते का सुझाव दिया है लेकिन पुलिस के इस सुझाव को किसान मानने को तैयार नहीं है।

किसानों के आंदोलन और गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर रैली निकालने की उनकी योजना के मद्देनजर हरियाणा पुलिस ने अपने कर्मियों की छुट्टियां अगले आदेश तक निरस्त करने का निर्णय लिया है। पुलिस कर्मियों के अवकाश निरस्त करने का आदेश गुरुवार को जारी किया गया। केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने 26 जनवरी को दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर ट्रैक्टर रैली निकालने की योजना बनाई है।
January 22, 2021

किसानों की ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर अलर्ट -टकराव मोल नहीं लेगी हरियाणा पुलिस -ड्रोन कैमरों की नजर में रहेगी ट्रेक्टर यात्रा

किसानों की ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर अलर्ट
-टकराव मोल नहीं लेगी हरियाणा पुलिस
-ड्रोन कैमरों की नजर में रहेगी ट्रेक्टर यात्रा

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर परेड निकालने के ऐलान के साथ ही हरियाणा पुलिस सतर्क हो गई है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली से सटे जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा। ड्रोन कैमरों की मदद से मुख्य मार्गों से निकलने वाले ट्रैक्टरों पर नजर रखी जाएगी। हरियाणा के गृह सचिव राजीव अरोड़ा तथा डीजीपी मनोज यादव ने इस संबंध में सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। हरियाणा व दिल्ली की सीमा पर धरने पर बैठे किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालने का ऐलान कर रखा है। पुलिस को इनपुट मिला है कि इस परेड में हरियाणा के रास्ते से पंजाब के किसान जहां दिल्ली पहुंच रहे हैं, वहीं हरियाणा के विभिन्न जिलों में भी दिल्ली कूच की तैयारियां चल रही हैं। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से ट्रैक्टर इस परेड में शामिल होने का आह्वान किया हुआ है। इसी के चलते किसान जत्थेबंदियां गांव-गांव घूम रही हैं। ट्रैक्टर परेड के दौरान किसी तरह का कोई हादसा या टकराव न हो, इसके लिए पुलिस द्वारा पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। 'ट्रैक्टर परेड' से निपटने को लेकर हरियाणा पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीएम मनोहर लाल तथा गृह मंत्री अनिल विज ने बृहस्पतिवार को इस बारे में अधिकारियों से फीडबैक लिया। सीआइडी चीफ आलोक मित्तल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को तमाम जानकारियां उपलब्ध कराई। प्रदेश के सभी 22 जिलों विशेष तौर पर दिल्ली बार्डर से सटे जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। हर छोटी-बड़ी घटना की जानकारी बिना किसी देरी के मुख्यालय तक पहुंचाने के आदेश दिए गए हैं।

सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम व 

झज्जर जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल रहेगा
पंजाब के विभिन्न जिलों, शहरों एवं गांवों से भी किसान ट्रैक्टर लेकर हरियाणा के रास्ते ही दिल्ली बार्डर पर पहुंचेंगे। इसके चलते सभी सीमाओं पर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। डीजीपी मनोज यादव भी ट्रैक्टर परेड को लेकर सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों व रेंज आईजी के साथ संपर्क साधे हुए हैं। डीजीपी ने बृहस्पतिवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक हिदायतें दी। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा भी पुलिस के आला अफसरों के साथ बैठक कर परेड को लेकर मंथन किया। दिल्ली पुलिस किसानों को इस बात के लिए मनाने की कोशिश में है कि वे रिंग रोड की जगह केएमपी और केजीपी एक्सप्रेस-वे पर अपनी ट्रैक्टर परेड निकालें। दिल्ली बार्डर से सटे सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद व पलवल में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात रहेगा। बार्डर पर नाकेबंदी भी रहेगी और पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी। हरियाणा पुलिस ने सभी इंटर स्टेट बार्डर पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। किसानों की ट्रैक्टर परेड को देखते हुए एडीजीपी स्तर के अधिकारियों की भी जिलों में ड्यूटी लगाई जाएगी। सरकार की तरफ से पुलिस को निर्देश जारी किए गए हैं कि वह ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए जाने वाले किसानों के साथ किसी तरह के टकराव की स्थिति पैदा न होने दे। ऐसे में किसानों के ट्रैक्टरों को रोका नहीं जाएगा।
January 22, 2021

हाई कोर्ट में याचिका दायर कर लगाया आरोप कहा- गुरमीत राम रहीम हुआ साजिश का शिकार

हाई कोर्ट में याचिका दायर कर लगाया आरोप  कहा- गुरमीत राम रहीम हुआ साजिश का शिकार


चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक साजिश के तहत हत्या व दुष्कर्म के केस में फंसाकर जेल में बंद किया गया है। जिन संतों ने धार्मिक प्रचार से मानव को ईश्वर से जोडऩे का काम किया है, वह साजिश का शिकार होकर सत्ता द्वारा प्रताडि़त किए जाते रहे हैं। गुरमीत राम रहीम के साथ भी ऐसा हुआ है। इस याचिका में डेरा सच्चा सौदा सिरसा के मैनेजमेंट, वकीलों व सीबीआइ के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। यानी याचिका में डेरा प्रबंधन, वकील और सीबीआइ पर आपस में मिलीभगत कर डेरा प्रमुख के खिलाफ साजिश रचने के आरोप जड़े गए हैं। राम रहीम के अनुयायी पंजाब के रूपनगर निवासी बलविंद्र सिंह व अन्य ने हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका में आरोप लगाया कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दुष्कर्म और हत्या के मामलों में जेल में रखने के पीछे साजिश है, जिसकी गहरी जड़ें हैं। हाई कोर्ट को बताया गया कि इस साजिश में हरियाणा सरकार, सीबीआइ के कुछ अधिकारी, राम रहीम के वकील व डेरा प्रबंधन के लोग शामिल हैं, जिन्होंने मिलकर फर्जी गवाह व गलत तथ्य कोर्ट के सामने पेश कर राम रहीम को जेल में बंद करवाया व अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया। याचिका में केंद्र सरकार से अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई व बार काउंसिल आफ इंडिया से आरोपित वकीलों के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया गया है। प्रशासनिक स्तर पर हाई कोर्ट ने इस याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है और जल्द ही यह याचिका सूचीबद्ध हो सकती है। इस याचिका के कोर्ट में आने से अब नए तरह का विवाद खड़ा हो सकता है।