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Tuesday, May 12, 2020

पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री के समक्ष रखी किसानों को भी कोरोना वारियर्स घोषित करने की मांग : परमेन्द्र ढुल

किसान भी जान जोखिम में डाल कर अपनी भूमिका अदा कर रहा, किसानों का भी हो 50 लाख का बीमा : परमेन्द्र ढुल 

(संजय)जीन्द। जुलाना विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक परमेन्द्र सिंह ढुल ने मुख्यमंत्री के समक्ष किसानों को आधिकारिक तौर पर कोरोना वारियर्स घोषित किये जाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार द्वारा कोरोना के खिलाफ लड़ रहे डॉक्टर या कर्मचारियों को 50 लाख रुपये का बीमा व उसका प्रीमियम दिया जा रहा है,ठीक उसी प्रकार से किसानों को भी इस योजना में शामिल किया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार, समाज व सभी राजनैतिक दलों के सांझे प्रयास से आज कोरोना वायरस की महामारी के समय पर भी हरियाणा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। कोरोना वारियर्स को सम्मान देने के लिए सरकार की तरफ से विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाई गयी हैं एवं लगातार घोषणा जारी हैं। कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई में लगे पुलिस कर्मियों, पत्रकारों,चिकित्स्कों एवं स्वास्थ्य या सफाई कर्मचारियों को लाभान्वित करने के लिए सरकार ने विभिन्न प्रकार की घोषणाएं की हैं।
परमेन्द्र ढुल ने कहा कि जिस प्रकार दिन रात मुस्तैदी से पुलिस कर्मी एवं चिकित्स्क आदि हरियाणा की कोरोना से रक्षा करने के लिए कार्य कर रहे हैं,ठीक उस ही प्रकार इस अत्यंत कठिन समय में कृषक समाज भी लगातार अपनी जान को खतरे में डालते हुए न केवल शहरों में,कस्बों में सब्जी, अनाज, फल आदि की लगातार सप्लाई बनाए हुए है। न केवल दूध, फल, सब्जी एवं अनाज की उपलब्धता घर घर तक जा रही है,अपितु प्रवासी मजदूरों को भी लगाकर प्रशासनिक स्तर पर जो सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं उसमें भी कृषक समाज अपनी आहूति दे रहा है। 

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परमेन्द्र ढुल ने कहा कि हरियाणा में कृषि से जुड़ा हुआ अधिकतर समाज न केवल गरीब है अपितु उसके पास मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं। यह जगजाहिर है कि प्रदेश के विभिन्न भागों में किसानों को सब्जी मंडी,अनाज मंडी के अंदर आने की वजह से कोरोना बीमारी के संक्रमण का सामना करना पड़ा है। बावजूद इसके किसान लगातार सप्लाई को समस्त हरियाणा में सुचारू रूप से जारी किये हुए है। इससे न केवल उसे जान माल का खतरा है अपितु उसके परिवार को भी ठीक उस ही प्रकार खतरे का सामना करना पड़ रहा है जैसे कि पुलिस कर्मियों अथवा चिकित्स्कों को करना पड़ रहा है। सरकार के द्वारा चिकित्सकों, चिकित्सा विभाग के कर्मियों,पत्रकारों को सम्मान देते हुए उनके लिए इंश्योरेंस का प्रबंध किया गया है जिसका प्रीमियम सरकार अपनी तरफ से दे रही है। 
परमेन्द्र ढुल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि ठीक उस ही प्रकार किसानों को,दूध,फल,सब्जी सप्लाई करने वालों को,पोल्ट्री सप्लाई करने वालों को भी सरकार "कोरोना वारियर्स" मानते हुए अपनी योजना में शामिल करे एवं इस वर्ग में से यदि किसी की कोरोना से मृत्यु होती है तो उसके परिवार को पचास लाख रूपये का मुआवजा दिया जाए ताकि इस वर्ग को भी समुचित सम्मान प्राप्त हो सके। इससे न केवल उनका सम्मान होगा,अपितु उन्हें सरकार एक आर्थिक सुरक्षा कवच भी उपलब्ध करवा पायेगी जिससे कि आम जन एवं किसानों का व्यवस्था पर विश्वास बढ़ सकेगा। इस सुझाव के क्रियान्वयन में सरकार को अधिक वित्तीय भार भी नहीं पड़ेगा।

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