चंडीगढ़, 10 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि हरियाणा राज्य की उन्नति व विकास में प्रवासी श्रमिकों का उल्लेखनीय योगदान है इसलिए कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते राज्य सरकार द्वारा प्रदेश से इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए रोजाना विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चलाया जा रहा है और इसी श्रृंखला में आज हरियाणा से तीन विशेष श्रमिक रेलगाडिय़ों को भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि आज रेवाड़ी से एक रेलगाड़ी के माध्यम से लगभग 1200 प्रवासी श्रमिकों को कटिहार (बिहार), रोहतक से 1200 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को अररिया (बिहार) तथा भिवानी से लगभग 1200 प्रवासी श्रमिकों को छततरपुर (मध्य प्रदेश) भेजा गया हैं। उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब देशवासी एक हैं और इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को हरियाणा सरकार के खर्च पर उनके गृह राज्यों में भिजवाने की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है।
--रोहतक से अररिया (बिहार) के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--
लोकडाउन की वजह से हरियाणा के रोहतक व झज्जर जिला में फंसे 1200 अधिक प्रवासी मजदूरों को आज सायं रोहतक रेलवे स्टेशन से बिहार के लिए रवाना कर दिया गया। रवाना हुई रेलगाड़ी में कुल 1204 श्रमिक है, इनमें से 108 श्रमिक रोहतक जिला से और शेष श्रमिक झज्जर जिला से हैं। अररिया (बिहार) के लिए रवाना हुई इस रेलगाड़ी में कुल 22 कोच है जिनमें इन श्रमिकों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया है। ये श्रमिक बिहार के अररिया, कटियार, पुर्णिया, सुपोल व सहरसा के रहने वाले हैं।
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--भिवानी से छत्तरपुर (मध्य प्रदेश) के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--
भिवानी से जाने वाले सभी प्रवासी श्रमिक राज्य परिवहन की बसों से भिवानी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। ये प्रवासी मजदूर मध्यप्रदेश के भिंड, मुरैना, दमोह, सागर, छतरपुर, रीवा, जबलपुर आदि जिलों की ओर रवाना किए गए हैं। रेलगाड़ी में बैठते हुए महिलाओं व बच्चों के चेहरों पर विशेष खुशी देखी जा रही थी। भिवानी से यह रेलगाड़ी मध्य प्रदेश के जिला छतरपुर जाएगी और 754 किलोमीटर की दूरी का सफर तय कर सुबह 6 बजे अपने गंतव्य पर पहुंचेगी। ये रेलगाड़ी भिवानी से रोहतक, दिल्ली, पलवल, झांसी होते हुए इसका ठहराव छतरपुर में ही होगा।
--रेवाड़ी से कटिहार (बिहार)के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी--
रेवाड़ी जंक्शन से लगातार चैथे दिन आज लगभग 1200 प्रवासी श्रमिकों को लेकर विशेष श्रमिक रेलगाड़ी बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई। ये सभी प्रवासी श्रमिक बिहार के विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं और ये रेवाड़ी जिले में ही कार्य कर रहे थे।
--रेलवे स्टेशन पर किए गए सभी जरूरी इंतजाम--
रेवाड़ी में रह रहे प्रवासी मजदूरों को शैल्टर होम से रोडवेज की बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेश रवाना करने से पूर्व सभी जरूरी इंतजाम किए गए। जहां एक तरफ रेलवे प्लेटफार्म को वैक्यूम क्लीनर मशीन से बार-बार साफ किया जा रहा था, तो वहीं दूसरी ओर प्रत्येक प्रवासी श्रमिक के हाथों को भी सैनिटाइज किया गया तथा उनके लिए भोजन व पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई। श्रमिकों को निर्धारित कोच में बैठाने के लिए स्वयंसेवकों को लगाया गया ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
--संकट की घड़ी में सहारा बनी मनोहर सरकार--
रेवाड़ी जंक्शन से बिहार के कटिहार के लिए रवाना हुई विशेष श्रमिक रेलगाड़ी में परिवार के साथ रवाना हुए दामोदर प्रसाद का कहना है कि हरियाणा सरकार ने श्रमिकों का ख्याल रखते हुए अपने खर्च पर प्रवासी श्रमिकों को रेवाड़ी से अपने गृह राज्य में भेजकर सराहनीय कार्य किया है, जिसके लिए वे हरियाणा सरकार के शुक्रगुजार हैं। राज्य सरकार द्वारा ट्रेन में खाने-पीने की भी पूरी व्यवस्था की गई है। वहीं अन्य प्रवासी श्रमिक बृजेश का कहना है कि खेतीहर श्रमिकों को अपने खर्च पर गृह राज्य में भेजकर संकट की इस घड़ी में हरियाणा सरकार उनका सहारा बनी है, जिसके लिए वह हरियाणा सरकार के आभारी है।
--घर जाते हुए इतना सम्मान जीवन में कभी नहीं मिला--
भिवानी रेलवे स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों से बात की गई तो मबई गांव, जिला टीकमगढ़ के रहने वाले श्रमिक विनोद के कहने का भाव ऐसा था कि अब घर जाते हुए जितना सम्मान उनको कभी जीवन में नहीं मिला और हरियाणा सरकार व यहां के अधिकारियों का व्यवहार देख भारत के आतिथ्य देवो भव: की कहावत यहां चरितार्थ होती नजर आ रही है।
गावं अबहु जिला छतरपुर के निवासी सुनील का कहना था कि सरकार के कर्मचारियों ने उनको दादरी के गांवों से चरखी स्कूल में पहुंचाया है। वहां उनके लिए खाने-पीने का पूरा इंतजाम किया गया। फिर वहां से स्टेशन तक उनको साफ-सुथरी बसों में भिवानी लाया गया। कमाल की बात है कि उनसे एक रूपया किसी चीज का नहीं लिया गया और ना ही कोई हमें परेशानी होने दी है।
ऐसे ही, प्रवासी मजदूर राजकुमारी ने कहा कि किसी महिला या बच्चों को कोई परेशानी नहीं हैं और सभी अपने घर जाते हुए बहुत खुश हैं। राजकुमार का कहना है कि हमारी तो भगवान से यही प्रार्थना है कि हरियाणा में हमेशा खुशहाली ही हो और यहां कोई बीमारी ना आए।
गुरुग्राम से उतराखंड तो जींद से उत्तर प्रदेश गई बसे
रविवार को प्रदेश के अधिकतर जिला मुख्यालयों से बसे प्रवासी मजदूरों को लेकर या तो उनके गृह राज्य छोड़ने गई या नजदीकी रेलवे स्पेशल ट्रेन तक छोड़ने गई | 200 बसों के माध्यम से 6 हजार प्रवासी श्रमिकों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों तथा 3 रेलगाडिय़ो के माध्यम से 3600 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को बिहार व मध्य प्रदेश राज्यों में पहुंचाने का कार्य किया गया है।
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